सभी पाठकों को
हनुमान जयन्ती कीहार्दिक शुभकामनाएँ।
शुक्रवार की चर्चा में आपका स्वागत है।
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
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भक्ति और शक्ति के
बेजोड़ संगम हैं हनुमान
चैत्र शुक्ल एकादशी के दिन मघा नक्षत्र में भक्त शिरोमणि, भगवान राम के अनन्य स्नेही शत्रुओं का विनाश करने वाले हनुमान जी का जन्म हुआ। कुछ विद्वान कल्पभेद से चैत्र की पूर्णिमा के दिन हनुमान जी का शुभ जन्म होना बताते हैं।
वायुपुराण के अनुसार-
“आश्विनस्यासिते पक्षे स्वात्यां भौमे चतुर्दशी। मेषलग्नेऽञ्जनी गर्भात् स्वयं जातो हरः शिवः।।“...
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अब न्याय होगा?
किसी ने न्याय को देखा है क्या? विकास को भी तो नहीं देखा था ना! प्रजा के किसी अदने से बंदे ने राजा को ललकार दिया, तत्काल सर कलम कर दिया गया, राजा ने कहा कि हो गया न्याय! न्याय का निर्धारण राजा की पसन्द से होता है। जो राजा के हित में हो बस वही न्याय है। 1975 याद है ना, शायद नौजवानों को खबर नहीं लेकिन हम जैसे लोगों के तो दिलों में बसा है, भला उस न्याय को कैसे भूल सकते हैं! न्यायाधीश ने न्याय किया कि तात्कालीन प्रधानमंत्री ने चुनाव गलत तरीकों से जीता है लेकिन प्रधानमंत्री तो खुद को राजा मानती थी तो आपातकाल लगाकर, सारे विपक्ष को जैलों में ठूसकर, मीडिया की बोलती बन्द कर...
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एक लोकभाषा गीत-
फूलवा कमल कै महकै
मोदी जी कै काम जइसे रात में अँजोरिया ।फूलवा कमल कै महकै मह मह साँवरिया ।
सड़कन क जाल बिछलस्वच्छता देखात
बागैस के कनेक्शन सेहियरा जुड़ात बा
घर-घर में शौचालयबड़ी नीक बात बा
खतम बा दलालीबन्द होई चोर बजरिया ...
जयकृष्ण राय तुषार
सुप्रभात ! चर्चामंच का आज का संकलन बहुत ही सुन्दर ! मेरे काव्य संग्रह, 'संवेदना की नम धरा पर, की आदरणीय समीर लाल जी 'समीर' द्वारा लिखी गयी समीक्षा को स्थान देने के लिए आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार शास्त्री जी ! सादर वन्दे !
जवाब देंहटाएंसुप्रभात आदरणीय 🙏🙏
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर चर्चा प्रस्तुति 👌
शानदार रचनाएँ
सादर
सुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर सूत्र संकलन। रोचक चर्चा के लिए आभार...
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