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शनिवार, जुलाई 06, 2019

'' साक्षरता का अपना ही एक उद्देश्‍य है " (चर्चा अंक- 3388)

स्नेहिल  अभिवादन  
शनिवारीय चर्चा में आप का हार्दिक स्वागत है| 
देखिये मेरी पसन्द की कुछ रचनाओं के लिंक | 
 - अनीता सैनी 
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दोहे 

 "अब झूठे सम्मान" 

 (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')  

 उच्चारण 

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सावधान हो जाओ 

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उम्मीद तो हरी है ......… 

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शुभकामनाएं पाँचवें वर्ष में कदम 

रखने के लिये पाँच लिंको के आनन्द 

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 उलूक टाइम्स 

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संभावना और पहाड़ 

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किताब .... 

(किताबें हमारी सबसे अच्छी मित्र होती हैं ) 

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किताब और किनारे 
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Sudhinama 
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अनुपम किताबें (विधा-सेदोका) 

 Experience of Indian Life 
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निषादराज गुह का भेंट की 
सामग्री ले भरत के पास जाना 
 
 श्रद्धा सुमन 
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बीती ताहि बिसार दे 

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डायरी के पन्नों से 

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जीवन-पथ (चोका) 

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लम्हों का सफ़र  

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आर्टिकल 15 : 

संविधान, सच और सिनेमा : 

 संदीप नाईक 

11 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत सुन्दर चित्रमयी चर्चा।
    आपका आभार अनीता सैनी जी।

    जवाब देंहटाएं
  2. सुन्दर शनिवारीय प्रस्तुति के साथ 'उलूक' के पन्ने का भी जिक्र करने के लिये आभार अनीता जी।

    जवाब देंहटाएं
  3. वाह!!प्रिय सखी , शानदार चर्चा !!मेरी रचना को स्थान देने हेतु हृदयतल से आभार ।

    जवाब देंहटाएं
  4. अनीता जी का चयन और उनका प्रस्तुतीकरण सदैव प्रशंसनीय होता है ! बहुत सुन्दर आज का अंक ! मेरी रचना को सम्मिलित करने के लिए आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार अनीता जी ! सप्रेम वन्दे !

    जवाब देंहटाएं
  5. आपका तहे दिल से शुक्रिया और आभार !

    जवाब देंहटाएं
  6. सुंदर लिंक संयोजन
    सभी रचनाकारों को बधाई
    मुझे सम्मिलित करने का आभार
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  7. सुन्दर संकलन सभी रचनाएं उत्तम रचनाकारों को हार्दिक बधाई

    जवाब देंहटाएं
  8. अति सुंदर संकलन सभी रचनाएँ एक से बढ़ कर एक हैं।

    जवाब देंहटाएं

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