मित्रों!
बुधवार की चर्चा में आपका स्वागत है।
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
बुधवार की चर्चा में आपका स्वागत है।
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
आओ अब अतीत में झाँकें...
आधुनिकता ने ज़मीर
क्षत-विक्षत कर डाला है.
भौतिकता के प्रति
यह कैसी अभेद्य निष्ठा
दर्पण पर धूल
छतों पर मकड़ी के जाले
कृत्रिम फूल-पत्तियों में
प्राचीन काल से ही हमारी भारतीय संस्कृति स्त्रियों को प्राथमिकता देने की रही है । मेरी इस पंक्ति का विरोध मत सोचने लगिये । मैं भी मानती हूँ कि आज के परिवेश में स्त्रियाँ सुरक्षित नहीं हैं…
झरोख़ा पर निवेदिता श्रीवास्तव
झरोख़ा पर निवेदिता श्रीवास्तव
मूल मन्त्र इस श्रृष्टि का ये जाना है
खो कर ही इस जीवन में कुछ पाना है
नव कोंपल उस पल पेड़ों पर आते हैं
पात पुरातन जड़ से जब झड़ जाते हैं
जैविक घटकों में हैं ऐसे जीवाणू
मिट कर खुद जो दो बन कर मुस्काते हैं
दंश नहीं मानो, खोना अवसर समझो
यही शाश्वत सत्य चिरंतन माना है
पाप बड़ा या पुण्य बड़ा है
प्रश्न अचानक आन खड़ा है
पाप-मूर्ति रावण का पुतला
सदा राम से दिखा बड़ा है
राम तो है दुर्गम वन-वासी
आज दशहरा है .जहाँ देखो रामलीला और रामायण की धूम है .आज बहुत से फिल्म निर्देशक और निर्माता रामायण की लोक प्रियता को भुनाने के मूड में हैं और राम के चरित्र से जुड़े इस कथानक पर आधारित धारावाहिकों व् फिल्मों की बाढ़ सी आ गयी है किन्तु यदि हम इन सभी की गुणवत्ता का आकलन करते हैं तो केवल रामानंद सागर जी की ''रामायण ''ही इस कसौटी पर खरी उतरती है …
! कौशल ! पर Shalini kaushik
! कौशल ! पर Shalini kaushik
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सुप्रभात साथियों !
जवाब देंहटाएंविजय का पर्व तो हमने धूमधाम से मना लिया लेकिन कागज़ के पुतले को जला कर क्या सच में विजय मिल जाती है जबकि समाज में जाने कितने रावण राम का मुखौटा लगाए अभी भी विद्यमान हैं ? जिस दिन उनका संहार होगा असली विजय पर्व उस दिन मनाया जा सकेगा !
बहुत सुन्दर सूत्रों से सुसज्जित आज की चर्चा ! मेरे यात्रा संस्मरण को इसमें स्थान देने के लिए आपका ह्रदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार शास्त्री जी ! सादर वन्दे !
सुप्रभात आदरणीय 🙏 )
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति 👌,सभी रचनाकरो को हार्दिक शुभकामनाएँ,मुझे स्थान देने के लिये सहृदय आभार आप का
प्रणाम
सादर
सुन्दर प्रस्तुति। आभार आदरणीय।
जवाब देंहटाएंहैप्पी दशहरा
जवाब देंहटाएंमेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद |
जवाब देंहटाएंउत्कृष्ट लिंक चयनित किये हैं आपने ...
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को भी स्थान देने के लिए हार्दिक आभार
सदैव की भांति बेहतरीन सामग्री का चयन....
जवाब देंहटाएंमेरी पोस्ट को शामिल करने हेतु हार्दिक आभार !
बेहतरीन प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर संकलन ।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर प्रस्तुति. विविधता से परिपूर्ण रचनाओं का शानदार चयन. सभी चयनित रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएँ.
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को इस शानदार चर्चा में शामिल करने के लिये सादर आभार आदरणीय शास्त्री जी.
बेहतरीन प्रस्तुति ,सादर नमन
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा सूत्र ...
जवाब देंहटाएंआभार मेरी रचना को स्थान देने के लिए ...