मित्रों!
शुक्रवार की चर्चा में आपका स्वागत है।
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
शुक्रवार की चर्चा में आपका स्वागत है।
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
नियति ने हमारे लिये क्या तय कर रखा है, हम नहीं जानते, कहाँ तो मैं इस चिंता में दुःखी था कि घर पहुँचने पर भोजन क्या करूँगा और यहाँ मेरे लिये उसने भरपूर जलपान की व्यवस्था कर रखी थी। अब मुझे समझ में आता है कि कृष्ण ने अर्जुन से ऐसा क्यों कहा कि फल की इच्छा त्याग अपना कर्म करो
व्याकुल पथिक
व्याकुल पथिक
दादा श्री बालकवि बैरागी के चाहनेवाले, प्रशंसक सचमुच में अनगिनत हैं। देश-विदेश में फैले इन आत्मीयों के पास दादा से जुड़े किस्से भी अनगिनत हैं। सबके अपने-अपने संस्मरण हैं जिनके जरिये वे समय-समय पर दादा के प्रति अपनी भावनाएँ व्यक्त करते रहते हैं। इन संस्मरणों, यादों के माध्यम से दादा के व्यक्तित्व और कृतित्व के जाने-अनजाने पक्ष सामने आते रहते हैं। इसी क्रम में दादा की आत्मकथा को लेकर विभिन्न जानकारियाँ सामने आ रही हैं…
एकोऽहम् पर विष्णु बैरागी
एकोऽहम् पर विष्णु बैरागी
मै लाया हूँ एक सुन्दर कल्पना| अधिक फिट, अधिक स्वस्थ एवम् सकारात्मक जीवनशैलि की तरफ जाने के लिए एक राहगीर है| अगर आपकी पूरे मन के साथ इच्छा है, तो आपको स्वयं की सहायता करने में मै आपकी सहायता कर सकता हूँ| अगर आपको लगता है कि आपको अधिक फिट, अधिक एक्टीव्ह होना है, तो आपके लिए यह कैसे सम्भव है, इसको ले कर मै आपका साथ दे सकता हूँ|
(पोस्ट का लेखक साईकिलिस्ट, मॅरेथॉनर और योग ध्यान प्रेमी है| कई साईकिल याताएँ, ट्रेकिंग, योग, ध्यान इसके अनुभव ब्लॉग पर उपलब्ध हैं…
Reflection of thoughts . . .पर Niranjan Welankar
(पोस्ट का लेखक साईकिलिस्ट, मॅरेथॉनर और योग ध्यान प्रेमी है| कई साईकिल याताएँ, ट्रेकिंग, योग, ध्यान इसके अनुभव ब्लॉग पर उपलब्ध हैं…
Reflection of thoughts . . .पर Niranjan Welankar
पर्यावरण बचाने को पटाखों से और स्वास्थ्य बचाने को भारतीय मिठाइयों से परहेज़ हेतु व्यापक और प्रभावी अभियान स्कूलों से लेकर टीवी विज्ञापनों पर अविराम चल रहा है।बाज़ार यह समझाने में लगभग सफल हो गया है कि दीपोत्सव का अर्थ नए नए कपड़े,सोने गहने की खरीदारी और मिठाई के स्थान पर चॉकलेट खाना खिलाना है… संवेदना संसार पर रंजना
हमने कहा प्रिय -
आओ दिवाली मनाये
खुशियों का रंग सबके
चहरे पर ले आये
दिए की लौ से हर तरफ
अँधेरा दूर भगाये…
aashaye पर garima
आओ दिवाली मनाये
खुशियों का रंग सबके
चहरे पर ले आये
दिए की लौ से हर तरफ
अँधेरा दूर भगाये…
aashaye पर garima
सभी अग्रजों एवं बंधुओं को धनतेरस पर्व की शुभकामनाएँ। आज चर्चा मंच पर सुंदर और समसामयिक विषयों पर रचनाएँ हैं। मेरे भी संस्मरण को स्थान मिला है। आदरणीय शास्त्री जी में आपका बहुत- बहुत आभारी हूँ ।
जवाब देंहटाएंभारतीय संस्कृति और उसकी परम्पराओं में निहित जीवन के रहस्य को जब भी समझने का प्रयत्न करता हूँ , मन हर्षित हो उठता है।
आज धनतेरस पर्व पर हम तीन कार्य करते हैं। भगवान धन्वंतरि का पूजन, किसी नये धातु के बर्तन को खरीद कर घर पर लाना और मुख्य द्वार पर यम दीप जलाना।
उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य का स्थान धन से ऊपर माना जाता रहा है। यह कहावत आज भी प्रचलित है कि 'पहला सुख निरोगी काया, दूजा सुख घर में माया' इसलिए दीपावली में सबसे पहले धनतेरस को महत्व दिया जाता है।
प्रणाम।
संशोधनः यम दीप छोटी दीपावली को जलाते हैं।
हटाएंजी मैंने अपना कमेंट बॉक्स फिर से खोल दिया हूँँ,पूर्व में आपसभी को हुई असुविधा के लिए क्षमा चाहता हूँँ।
जवाब देंहटाएंसादर आभार।
हटाएंआपके निर्णय का हार्दिक स्वागत है बंधुवर।
लिखते रहिए।
जी प्रणाम
हटाएंसुन्दर अंक
जवाब देंहटाएंधनतेरस की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं। मेरी रचना को चर्चा मंच में शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद, आदरणीय शास्त्री जी।
जवाब देंहटाएंसुन्दर पोस्ट समेटे हुए है आज की चर्चा, स्थान देने हेतु हार्दिक धन्यवाद, धनतेरस की चर्चा मंच परिवार को हार्दिक शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएं.. धनतेरस की सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं सभी चयनित लिंक विभिन्न भावों को प्रदर्शित कर रहे हैं
जवाब देंहटाएंहमेशा की तरह सुन्दर संयोजन.... साधना वैद्य जी की पुस्तक तीन अध्याय पर शानदार समीक्षा के लिए आदरणीय रूपचन्द्र शास्त्री जी को नमन 🙏
जवाब देंहटाएंसभी महानुभावों को धनतेरस पर हार्दिक शुभकामनाएं 🌟🌹🌟
सुंदर चर्चा
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
बहुत सुंदर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंधनतेरस की हार्दिक शुभकामनाएं।
बहुत सुंदर रचनाओं का चयन।
सभी रचनाकारों को शुभकामनाएं।
आज से दीपावली उत्सव का माहौल बना हुआ है। धनतेरस पर बाज़ार में रौनक नज़र आ रही है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार
समुद्र मंथन में आज के दिन ही हाथों में अमृत कलश लिये, आयुर्वेद के जनक धनवंतरी जी का अवतरण हुआ था।
धन तेरस और धनवंतरी जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंआदरणीय शास्त्री जी ने बहुत सुंदर प्रस्तुति पेश की है।
रचनाओं में सामयिक चिंतन प्रमुखता से उभरा है। साहित्य समाज की गतिविधियों और व्यवहार का आइ नहीं बल्कि एक अमूल्य धरोहर भी है जिसे स्वच्छ रखने के जतन होते रहें और अगली पीढ़ी को इसे सहेजने की
रुचि के साथ तैयार करते चलें ताकि साहित्य की आत्मा अजर अमर रहे।
सभी चयनित रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएं।
आइ नहीं = आईना ही नहीं
हटाएंआदरणीया साधना दीदी को उनकी नवीनतम पुस्तक
जवाब देंहटाएं'तीन अध्याय' के लिये ढेरों बधाइयां और शुभकामनाएं।
बहुत रोचक चर्चा। आभार। धनतेरस की हार्दिक शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंशानदार प्रस्तुति और त्योहारों पर हृदय तल से अनंत शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर अंक।