स्नेहिल अभिवादन
चर्चामंच की रविवारीय प्रस्तुति में आप का हार्दिक स्वागत है
पेश है हाल ही में प्रकाशित पसंदीदा रचनाओं के लिंक एवं अंश |
"अंत:सलिला की गहराई में, कुरेदने से मिलते हैं,
अपार स्नेह नीर के स्रोत , पनपती है,
अनदेखी अनकही, बँधुत्व की पीर,
अंत:सलिला-सा है, चंचल चित्त "
"अंत:सलिला की गहराई में, कुरेदने से मिलते हैं,
अपार स्नेह नीर के स्रोत , पनपती है,
अनदेखी अनकही, बँधुत्व की पीर,
अंत:सलिला-सा है, चंचल चित्त "
- अनीता सैनी
-------
मकरंद
-------
जलंधर
अहंकार के आँगन में
त्रिदेवों को ललकार रहा है ,
अनुनय- विनय वचन प्रार्थना सबको ठोकर मार रहा है।
आज बहुत चिंघाड़ रहा है बदला - भाव दर्शाने को ,
आज जलंधर फिर आया है हाहाकार ---
हिन्दी-आभा*भारत
----
खुशखबरी - जोगनी गंध अनुनय- विनय वचन प्रार्थना सबको ठोकर मार रहा है।
आज बहुत चिंघाड़ रहा है बदला - भाव दर्शाने को ,
आज जलंधर फिर आया है हाहाकार ---
हिन्दी-आभा*भारत
----
sapne(सपने)
-------
"त्रिवेणी"
उथले में तो काई-गारा ही हाथ लगता है
उत्कृष्टता वक्त और हुनर मांगती है ।। मंथन ------
गुफ्तगूँ
साँसों की गुफ्तगूँ में
गुस्ताख़ी नजरों की हो गयी
खुले केशवों की लटों में
अरमानों की ताबीर खो गयी
RAAGDEVRAN
------
सच्चाई ज़िन्दगी
काश जिंदगी के जद्दोजहद में
सच का आईना भी लगा लेते
हम कभी गलत न थे
अपने आप पहचान लेते
मेरी भावना
-------
बचपन....
तुमसे जुड़े हर नाम से सुखद पय ही तो
रिसता पाया!
धूप हो, बारिश हो, सर्दी हो या गर्मी
तुमने जीवन को सदा उमंगों से सजाया!
मेरा विद्यालय
-----
इश्क़ के परचम बेहतर हैं .....
तेरी नज़रों से देखा ,
पाया कुछ तो हम बेहतर हैं
तुझसे फिर भी जानेजां कुछ तो हम कम बेहतर हैं
डरना क्या अब ज़ख्मों से
एहसास अंतर्मन
-----
तुम कहाँ गए बापू
आज़ादी हुई कितनी पुरानी
पर भारत की वही कहानी -2
रोता ठगा हुआ किसान
सूली पर लटक रहा
तुम कहाँ गए बापू….
आत्म रंजन
-----
पर भारत की वही कहानी -2
रोता ठगा हुआ किसान
सूली पर लटक रहा
तुम कहाँ गए बापू….
आत्म रंजन
-----
इंद्रधनुष बन जाओगे क्या!
दिन भर की थकान से बदन टूट जाता है,
शाम को घर आने पर मेरे पाँव दबाओगे क्या
iwillrocknow:nitish tiwary's blog.
-------
अपनी लाश का बोझ उठाऊं, नामुमकिनमौत से पहले ही मर जाऊं, नामुमकिन- अमन चाँदपुरी अरुण कुमार निगम (हिंदी कवितायेँ)
------
------
आज का सफ़र यहीं तक
फिर मिलेंगे आगामी शनिवार, रविवार।
अपनी बहुमूल्य समीक्षा अवश्य दें 🙏 |
आज का सफ़र यहीं तक
फिर मिलेंगे आगामी शनिवार, रविवार।
अपनी बहुमूल्य समीक्षा अवश्य दें 🙏 |
सार्थक लिंकों के साथ सुन्दर चर्चा।
जवाब देंहटाएंआपका आभार अनीता सैनी जी
सुन्दर चर्चा।
जवाब देंहटाएंअमन चाँदपुरी के निधन से दुख हुआ। श्रद्धाँजलि।
हटाएंअमन चाँदपुरी जी का अल्पायु में निधन बहुत दुखद है । विनम्र श्रद्धांजलि 🙏
जवाब देंहटाएंचर्चा मंच की एक और सुंदर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंसुन्दर सरस रचनाओं का संकलन।
सभी चयनित रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएँ।
उभरते कवि अमन चाँदपुरी का दुनिया से असमय चले जाना बड़ा ही दुखद समाचार है। हमारी विनम्र श्रद्धांजलि!
अमन चाँदपुरी को सच्ची श्रद्धांजलि हेतु चर्चामंच का आभार
जवाब देंहटाएंवाह बहुत सुंदर संकलन 👌
जवाब देंहटाएंलाजवाब प्रस्तुति आदरणीया मैम।
सभी रचनाएँ एक से बढ़कर एक है
सभी को खूब बधाई 👏
मेरी रचना को भी स्थान देने हेतु हार्दिक आभार आपका। क्षमा करिएगा हमे ब्लॉग कभी नोटिफिकेशन नही मिलती इसी कारण आ नही पाती।
देरी के लिए पुनः क्षमाप्रार्थी हूँ 🙏
आदरणीय कवि चाँदपुरी जी को भावपूर्ण श्रद्धांजलि 🙏
युवा कवि अमन चाँदपुरी पर चर्चा मंच में जो श्रृद्धांजलि प्रेसित की है उसके लिए चर्चा मंच तारिफ का हकदार है।
जवाब देंहटाएं,अमनजी का असमय संसार से चले जाना बड़ा ही दुखद समाचार है। और काव्य जगत की अपूरित क्षति, मेरी विनम्र श्रद्धांजलि!उनको।
सुंदर चर्चा अंक मेरी रचना को शामिल करने के लिए हृदय तल से आभार।
चांदपुरी जी को अश्रूपूरित श्रृद्धांजलि।
जवाब देंहटाएंशानदार चर्चा अंक।
सभी रचनाएं लाजवाब
मेरी रचना को शामिल करने के लिए हृदय तल से आभार।
सभी रचनाकारों को बधाई।