सादर अभिवादन।
सोमवारीय प्रस्तुति में आप सभी का हार्दिक स्वागत है।
भारतीय संस्कृति के महापर्व दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ।
यह उजास का पर्व है पावस ऋतु के बीत जाने और खरीफ फ़सल पकने पर अपने सामाजिक महत्त्व को और अधिक बढ़ा देता है। अंधकार सामान्यतः अनिश्चितता और भय को पैदा करता है अतः आज उजाले को हरसंभव तरीकों से संरक्षित और प्रभावी रूप में प्रदर्शित किया जाता है।
सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर पटाखों से आतिशबाज़ी पर प्रतिबंध रहेगा।दूर-दूर तक अपनी ख़ुशी और रोमांच को दूसरों तक पहुँचाने की इच्छा अब पटाखों के कर्कश शोर में विकृति बन चुकी है।
चर्चामंच ब्लॉग परिवार की ओर से आप सभी को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ।
आइए अब पढ़ते हैं आज की पसंदीदा रचनाएँ-
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उच्चारण: दोहे "दीपावली-पंच पर्वों की शुभकामनाएँ"
दीपक,
इस बार दिवाली में
कहीं और जलो, न जलो,
वहाँ ज़रूर जलना,
जहाँ न जाने कब से
अंधेरों का कब्ज़ा है.
भाँति-भाँति की फुलझड़ी, मिलती सब के पास
दीपों के त्योहार में, फुलझड़ियों का जोर
बच्चों का तो ठीक है, बड़े भी माँगे मोर
काली अँधियारी रात में
अंधकार को दूर भगाएँ
आओ साथी ! सब मिलकर
दीपावली के दीप जलाएँ
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मेरा सृजन: 🪔🪔 शुभ दीपावली 🪔🪔 शुभ दीपावली 🪔🪔
ज़िन्दगी…एक खामोश सफ़र: स्त्री की जुबान
देते रहो अनेक परिभाषाएं
करते रहो व्याख्याएं
मैंने पा लिया है अपने होने का अर्थ
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अग्निशिखा :: अदृश्य सेतु के नीचे - -
रिश्तों में बांधना है बहुत ही
कठिन, तब ज़िन्दगी
लगती है सद्य -स्नाता
ख़ैर, आज स्त्री के लिए "टोह" एक व्यवस्था का नाम है। स्त्री का स्वावलंबी सफ़र इसी टोह की उँगली पकड़े-पकड़े उत्तरोत्तर आगे की ओर बढ़ता जा रहा है।आवरणकार ने जिस स्त्री को इस शीर्षक के लिए उकेरा है, उसका तादात्म हठी, जुनूनी, उन्नतिशीला, स्वयंसिद्धा और अन्वेषण की आकांक्षी स्त्री से है।हठी स्त्री के सिर पर विस्तृत गगन ने अपने साफा से छाँव की तो हिमालय ने अपनी गोद में उसे बैठा लिया।वैसे कवर वाली स्त्री को आंगन, चौका, दालान, बगीचे आदि में भी दिखाया जा सकता था लेकिन तब टोह का अर्थ शायद संकुचित हो जाता।स्त्री की फर्श से अर्श तक की यात्रा का उद्घाटन बराबर चित्रकार ने अपनी कूची से किया है।स्त्री ने आंगन से हिमालय तक की दूरी तय करने के लिए हमेशा टोह को एक टूल की तरह उपयोग में लिया है।
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बहुत सुन्दर चर्चा प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंचर्चा मंच के सभी पाठकों को
दीपावली और उससे जु़ड़े पंच पर्वों की हार्दिक बधाई हो।
आपका बहुत-बहुत आभार @अनीता सैनी 'दीप्ति' जी।
बहुत ही सुंदर और आकर्षक अंक ।
जवाब देंहटाएंसभी को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई 🪔🪔🎆🎆🎇🎇💫💫
बहुत सुन्दर और विविधताओं से परिपूर्ण प्रस्तुति । प्रस्तुति में मेरे सृजन को सम्मिलित करने के लिए हार्दिक आभार! आप सबको दीपोत्सव पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ ।
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा. बहुत-बहुत आभार. दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुति! दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएँ!
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंदीपोत्सव सहित पांच पर्व की सभी को हार्दिक शुभकामनाएं 🌷
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर अंक।
सभी सूत्र पठनीय आकर्षक।
सभी रचनाकारों को बधाई।
मेरी रचना को शामिल करने के लिए हृदय से आभार।
सादर सस्नेह।
अनीता सैनी जी मेरी रचना को चर्चामंच पर स्थान देने के लिए हार्दिक आभार...बहुत सुन्दर लिंक संयोजन
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