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रविवार, नवंबर 06, 2022

"करलो अच्छे काम"(चर्चा अंक-4604)

सादर अभिवादन 

आज की प्रस्तुति में आप सभी का हार्दिक स्वागत है 

(शीर्षक और भूमिका आदरणीय शास्त्री सर जी की रचना से)

थोड़ा सा जीवन बचा, करलो अच्छे काम।
मर जाने के बाद भी, अमर रहेगा नाम।।

इस सुंदर दोहे के साथ शुरू करते हैं आज का सफर 
चलते हैं आज की कुछ खास रचनाओं की ओर....
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दोहे "करलो अच्छे काम" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')


होने को अब जा रहा, जीवन का अवसान।
कलुषित मन की कामना, बन्द करो श्रीमान।।
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बढ़ती ज्यों-ज्यों है उमर, त्यों-त्यों बढ़ती प्यास।

कामी भँवरे की नहीं, पूरी होती आस।।
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धरती


धरती माँ है 

माँ की तरह 

धरती है अपनी कोख में संतति 

हज़ारों सूक्ष्म जीव 

कीट, मीन, तितलियाँ, पशु-पंछी

वन-जंगल और ‘मानव’ को भी 

जो घायल कर रहा है उसे 

कंक्रीट के जंगल उगाता  


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शेषभाग - -





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हम बदल रहे हैं

रात भर ठंड में

कराहता रहा एक शख्स

दरवाजे पर उसके

दस्तक भी दी

और

कराह भी गूंजी।

नहीं टूटी नींद

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६७७. पुराने ख़त



पिता,

तुमने जो ख़त लिखे थे,

मैंने कभी सहेज कर रखे ही नहीं,

सोचा, क्या रखना उन ख़तों को,

जो चले आते हैं हर तीसरे दिन. 


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टूटते दर्पण हृदय के


छाँव सपना बन चली अब

ठूँठ पत्थर बन खड़े हैं

प्रेम के सब तार टूटे

बुद्धि पर ताले जड़े हैं

कौन सुनता पीर मन की

बोल लगें जैसे गाली।

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उदधि है अपार नाविक ले चल पार 


आँधी में, हवाओं में कैसे तेरा बस चले?
धाराएँ प्रतिकूल हों, कैसे तेरा बस चले?
हिम्मत भरो अपार, नाविक चलो उस पार!
नाविक ले चल पार, नाविक ले चल पार!!

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क्या तुमने कभी मुझे याद किया

भूले से प्यार  का दिखावा किया

यदि हाँ तो कब किया कितना किया

 किस के मार्ग दर्शन में किया |

क्या है एहमियत मेरी तुम्हारी निगाहों में

या  थोपा गया रिश्ता है मेरा तुम्हारा आपस में 


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 बिल्ली का बच्चा



एक बच्चा हमारे साथ खूब खेलता था। वो चतुर भी बहुत था। सुबह 5 बजे जब अम्मा और पिताजी(दादा-दादी) चाय पीते तो पता नहीं कहाँ से प्रकट हो जाता था। वो पलंग पर बैठे दादाजी की गोद में चढ़ता फिर कंधे पर और फिर सिर पर। सिर पर चढ़ते ही दादाजी उसे प्यार से उठाकर नीचे रख देते। पर वो बिलौटा मानता नहीं था। और तब तक यह क्रम जारी रखता जब तक दादाजी अम्मा से कहकर उसे चाय नहीं दिलवा देते।

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आज का सफर यही तक,अब आज्ञा दे 

आपका दिन मंगलमय हो 

कामिनी सिन्हा 

8 टिप्‍पणियां:

  1. उम्दा चर्चा।मेरी रचना को शामिल करने के लिए धन्यवाद

    जवाब देंहटाएं
  2. बेहतरीन चर्चा प्रस्तुति।
    आपका आभार कामिनी सिन्हा जी।

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत शानदार...। आभार कामिनी जी।

    जवाब देंहटाएं
  4. बेहतरीन रचना संकलन एवं प्रस्तुति सभी रचनाएं उत्तम रचनाकारों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं मेरी रचना को चयनित करने के लिए सहृदय आभार सखी सादर

    जवाब देंहटाएं
  5. सराहनीय रचनाओं के लिंक्स से युक्त चर्चा, आभार !

    जवाब देंहटाएं
  6. बहुत बहुत सुंदर चर्चा प्रस्तुति

    जवाब देंहटाएं

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