फ़ॉलोअर



यह ब्लॉग खोजें

बुधवार, फ़रवरी 29, 2012

" ये "सेक्सी" क्या होता है " चर्चामंच ८०४ :

माफ कीजिये मित्रों थोड़ी व्यस्तता के चलते मै आजकी चर्चा दो बार में लगा रहा हूँ . 
शुरुवात करेंगे शाश्त्री  जी की रचना  निर्वाचन का दौर से , सुनने में आया है एक महिला ने सेक्सी की परिभाषा दी है , आईये  जाने दवे जी के विचार की चांदनी  रात में   "सेक्सी"  और प्यार के लड़ाई में  किसकी  भावनाएं  आहात होती है और दोषी कौन . 


डिप्टीगंज के भोला   हिंदु को   रहमत चाचा  के घोड़े से माफ़ी  किस गलती पे मांगनी पड़ गयी .
कुछ और भी रोचक लिंक देखें :-

आज के लिए इतना ही . 
धन्यवाद!
आपका-
कमल सिंह "नारद"

15 टिप्‍पणियां:

  1. व्यस्तता में भी चर्चा करने के लिए आपका धन्यवाद!

    जवाब देंहटाएं
  2. व्यस्तता में भी सार्थक लिंक धन्यवाद आभार

    जवाब देंहटाएं
  3. sankshipt hi kya kahoon ye to ati sankshipt charcha hai.samay ko dekhte hue shandar.narayan.narayan.

    जवाब देंहटाएं
  4. संक्षिप्त और सुन्दर चर्चा .

    जवाब देंहटाएं
  5. संक्षिप्‍त पर बढिया चर्चा।

    जवाब देंहटाएं
  6. समय पर न आ सकने कि माफ़ी चाहती हूँ मेरी रचना को पसंद करने और सम्मान देते रहने का मैं आप सभी मित्रगण का तहे दिल दिल से शुक्रगुजार हू |

    जवाब देंहटाएं

"चर्चामंच - हिंदी चिट्ठों का सूत्रधार" पर

केवल संयत और शालीन टिप्पणी ही प्रकाशित की जा सकेंगी! यदि आपकी टिप्पणी प्रकाशित न हो तो निराश न हों। कुछ टिप्पणियाँ स्पैम भी हो जाती है, जिन्हें यथा सम्भव प्रकाशित कर दिया जाता है।