फ़ॉलोअर



यह ब्लॉग खोजें

बुधवार, मई 12, 2010

“बौराए हैं बाज फिरंगी” (चर्चा मंच - 151)

"चर्चा मंच" अंक - 151
चर्चाकारः डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक
आइए आज आपको ले चलते हैं
कुछ विशेष ब्लॉग्स की सैर कराने के लिए,
जहाँ पहुँचते ही आपको मिलेगी एक ऐसी नई ऊर्जा,
जो आपको चिंतन करने की नई प्रेरणा देगी!
साथ ही आपके लिए सतत् लेखन के
नए मार्ग भी प्रशस्त होंगे!
संस्मरण : जन्म-दिवस पर मिला : मुझे एक अनमोल उपहार
आज सबसे पहले चर्चा मंच के सहयोगी और “सरस पायस” के संपादक
रावेंद्रकुमार रवि को उनके जन्म-दिवस पर मिले
इस अनुपम उपहार से चर्चा मंच को सजाने में मुझे अत्यंत हर्ष हो रहा है -उनकी भतीजी दिव्या शर्मा ने  इस अनूठी पेंटिंग को
अपनी कल्पना के अनोखे रंगों से सजाया है,
जो कि उत्तराखंड की एक उभरती हुई पेंटर हैं!
कविता : मन की थकन : वंदना गुप्ता
मेरा फोटोतन की थकन
तो उतर भी जाए,
मन की थकन
कहाँ उतारूँ?
--
किस थाली में
मन को परोसूँ,
किस श्याम की
राधा बन जाऊँ?
कविता : हरियाली ने बौर सजाया :
रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’

मेरा फोटो

जन्म दिन वह याद है आया
पेड़ भेंट में मैंने पाया ।
आँगन में वह पेड़ लगाया 
पानी उसको रोज पिलाया ।
शब्द-शिखर

11 मई : एक अरबवीं बच्ची की 'आस्था' पर चोट - वर्ष 2011 की जनगणना इस समय जोर-शोर से चल रही है। इसे व्यापक और लोकप्रिय बनाने एवं लोगों से जोड़ने हेतु तमाम उपायों का सहारा लिया जा रहा है। माना जा रहा है क...
मसि-कागद

जरिया(लघुकथा)----------------->>>दीपक 'मशाल' - ''अंकल मैं उस कॉमिक्स का दो दिन का किराया नहीं दे पाऊंगा.'' कॉमिक्स को एक दिन ज्यादा रखने का किराया देने में असमर्थता ज़ाहिर करते हुए बल्लू ने दुकानदार स...
बुरा भला

दमा को करे बेदम; इस से पहले कि हम हो बेदम - आंकड़े गवाह हैं कि दमा या अस्थमा का मर्ज विस्फोटक बिंदु पर पहुंच चुका है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार इस समय लगभग 30 करोड़ दमा पीड़ित लोग दुनियाभर में म...
अंधड़ !

आई.एम्.ऍफ़ की ग्रीस (यूनान) को खैरात------- संस्थागत नश्लवाद की फिर जीत ! - अभी कल परसों, यह खबर तो आप लोगो ने भी पढी-सुनी होगी कि यूरोपीय संघ के वित्त मंत्रियों के विशेष सम्मेलन में ग्रीस को आर्थिक संकट से उबारने के लिए कम से क...
kuchlamhe

"सीहोर में कुछ अनमोल और अविस्मरनीय पलो के एहसास. 8.05.2010...." - *"एक ख्वाब जो मेरी इन आँखों ने देखा भी नहीं था, मगर सच हो गया "** * ** ** ** ** ** *पद्मश्री बशीर बद्र , पद्मश्री बेकल उत्साही , डॉ राहत इन्दोरी , ...
Science Bloggers' Association

नार्को टेस्ट का अधिकार सभी पत्नियों को मिलना चाहिए? - कल मैं अपनी धर्म पत्नी से फोन पर बात कर रहा था। (अरे भई, छुट्टी का सीजन होने के कारण वो अपने मायके में हैं न, इसलिए।) बातों-बातों में नार्को टेस्ट की बात चल ...
काव्य मंजूषा

ब्लॉग समाचार ....अदा की पसंद....पाँच ब्लॉग और कुछ कमेन्ट..... - ब्लॉग समाचार की दूसरी किश्त हाज़िर है आपके लिए ...फिर छोटी सी ग़लती हुई है..इसमें ६ ब्लॉग की बात कही गई है ५ ब्लोग्स की जगह...इसे छोटा करने के चक्कर में...
मेरी भावनायें...

कायनात का जादू बाकी है - इनदिनों शब्द मुझसे खेल रहे हैं मैं पन्नों पर उकेरती हूँ वे उड़ जाते हैं तुम्हारे पास ध्यानावस्थित तुम्हारी आँखों को छूकर कहते हैं - आँखें खोलो हमें प...
saMVAdGhar संवादघर

पुरूष की मुट्ठी में बंद है नारी-मुक्ति की उक्ति-2 - शब्दों को छोड़कर आइए अब ज़रा विज्ञापन की दुनिया का जायज़ा लें । नारी शरीरों की निर्वस्त्रता पर नारी संगठन और संस्कृतिदार पुरूष अपना विरोध कई तरह से प्रकट कर...
ताऊजी डॉट कॉम

वैशाखनंदन सम्मान प्रतियोगिता मे : श्री डॉ0 कुमारेन्द्र सिंह सेंगर - प्रिय ब्लागर मित्रगणों, आज वैशाखनंदन सम्मान प्रतियोगिता में डॉ0 कुमारेन्द्र सिंह सेंगर की रचना पढिये. लेखक परिचय नाम- डॉ0 कुमारेन्द्र सिंह सेंगर पिता का ...
नुक्कड़

ब्‍लॉगर से ब्‍लॉगर मिले : आगरा ब्‍लॉगर मिलन : चित्र और चर्चा - आ से ही आगरा और आ से ही आनंद और आ से ही आया। आगरा में असीम आनंद आया। मन आंगन में भरी दोपहरी में भी बरस उठी घनी स्‍नेह की छाया। आगरा में इस बरस पहली ...
कबीरा खडा़ बाज़ार में
लो क सं घ र्ष !: मानव अधिकार आयोग - आयोग का उद्देश्य - भारतीय संविधान ने अपने नागरिकों के इंसान की तरह सम्मानपूर्वक जीने का अधिकार प्रदान कर रखा है। इंसान, इंसान ही होता है हैवान नहीं हो सकता...
चौराहा
बहुत याद आएंगे सरोद के उस्ताद - *अली अकबर खान चाहते थे—राजस्थानी संगीत को मिले ऊंचाई * * * * * सरोद आज ख़ामोश है। मन के तार छेड़ने वाले इस साज़ से आवाज़ आए भी तो कैसे...इसके बादशाह उस्ताद...
घुघूतीबासूती
 मुझपर भी चढ़ रहा जाति का बुखार !...........................घुघूती बासूती - हमारे कुछ नेता चाहते हैं कि जनगणना में जाति भी पूछी जाए। सोचती हूँ कि यदि जनगणना में कोई मुझसे मेरी व मेरे परिवार की जाति पूछेगा तो क्या कहूँगी? जिस जाति म...
हास्यफुहार
 नामकरण - एक चीनी दम्पति मिस्टर एंड मिसेज हुआ के घर जुड़वां बच्चे ने जन्म लिया। अब मुश्किल था कि बच्चों का नाम क्या रखा जाए ! बहुत सोच समझ कर हुआ दम्पति ने दोनों बच्च...
अंतर्मंथन
 क्या एक ही गोत्र में विवाह मान्य होना चाहिए ? एक नज़र --- - पिछले कुछ समय से अचानक अख़बारों की सुर्ख़ियों में ओनर किलिंग पर एक सैलाब सा आ गया है। एक के बाद एक ऐसी कई घटनाएँ घटित होने के कारण , सभी का सोचना आवश्यक है क...
भारतीय नागरिक - Indian Citizen
"अशोक के फूल" - लेखक श्रीमान हजारी प्रसाद द्विवेदी जी.. - यह वह किताब है जो पिछले दिनों मुझे एक मित्र के यहां दिखाई दी. अभी इसे पढ़ ही रहा हूं. श्रीमान हजारी प्रसाद द्विवेदी जी के ललित निबन्धों का संग्रह है और तकरी...
मानवीय सरोकार
 हमार लल्ला कैसे पढ़ी ........ - रोटी, कपड़ा, मकान, स्वास्थ और शिक्षा हमारी मूलभूत आवश्यकताएं हैं। शिक्षा के सहारे अन्य आवश्यकताओं की पूर्ती हो सकती है परन्तु उस पर भी माफियाओं का कब्ज़ा होता ...
देशनामा
अपने तो अपने होते हैं...खुशदीप - कल बात की थी मां के दूध की...एक देश में दो देश होने की...भारत की, इंडिया की...आज बात हाईराइज़ बिल्डिंग्स के दड़बेनुमा वन बीएचके, टू बीएचके फ्लैटों में रहने...
ह्रदय पुष्प
गंजा मुझे बना दे मेरी सुन ले हे भगवान! - गंजा मुझे बना दे मेरी सुन ले हे भगवान! बालकपन में माँ ने सिर की अच्छी करी मलाई। गंजे सिर पर तभी तो काली-घनी फसल लहराई। जुल्फों की ही माया थी जो पड़ गए मेरे फ...
स्वप्न मेरे................
बंधुआ भविष्य - जिस्म ढकने को मुट्ठी भर शर्म बंद आकाश का खुला गगन साँस भर हवा भूख का अधूरापन नसों में दौड़ती देसी महुए की वहशी गंध दूर से आती चंद सिक्कों की खनक हा...
और अंत में “नवगीत की पाठशाला” भी देख लीजिए -
नवगीत : बौराए हैं बाज फिरंगी : रावेंद्रकुमार रवि 

चिर निद्रा में गई रागिनी, 
कैसे भोर जगाएगी? 
बौराए हैं बाज फिरंगी, 
कैसे चिड़िया गाएगी?...
चलते-चलते प्रियवर राजकुमार सोनी जी की
यह पोस्ट भी देख लीजिए-
बिगुल
ज्ञानदत्त और संजय दत्त


ज्ञानदत्त अंग्रेजी के ब्लागर है।
अंग्रेजी के ब्लागर इसलिए लिख रहा हूं क्योंकि हिन्दी में अंग्रेजी के शब्दों को बड़ी बेशर्मी से ठूंसने का जो काम ज्ञानदत्त करते हैं उतनी बेशर्मी से कोई और दूसरा शायद नहीं कर सकता है। उनकी तुलना मैं संजय दत्त से भी इसलिए कर रहा हूं क्योंकि काफी समय पहले संजय दत्त की मानसिक हलचल भी ठीक नहीं थी। यदि हलचल ठीक ही होती तो संजय दत्त को तीन-चार शादियां नहीं करनी पड़ती। जेल की हवा नहीं खानी पड़ती और सबसे बड़ी बात उत्तर प्रदेश में है दम.. यहां होता है अपराध कम जैसा घटिया नारा लगाने वाले मुलायम सिंह का साथ भी नहीं देना पड़ता।
मैं जानता हूं कि मेरी इस पोस्ट पर मेरे चाहने वाले मुझसे एक बार फिर नाराज होंगे और यह जरूर कहेंगे भाईसाहब आप फिर फट्टे में कूद पड़े।…………

18 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत उम्दा चर्चा...अधिकतर लिंक्स घूम आये..बाकी पर अब जाते है.

    जवाब देंहटाएं
  2. विवादों को नजर अंदाज कर निस्वार्थ हिन्दी की सेवा करते रहें, यही समय की मांग है.

    हिन्दी के प्रचार एवं प्रसार में आपका योगदान अनुकरणीय है, साधुवाद एवं अनेक शुभकामनाएँ.

    -समीर लाल ’समीर’

    जवाब देंहटाएं
  3. बढ़िया अंदाज में बढ़िया चर्चा....बेहतरीन पोस्टों से सजी चर्चाओं के लिए बधाई..

    जवाब देंहटाएं
  4. बेहद सुन्दर चर्चा, आभार मेरी भी ख़ुशी को यहाँ स्थान देने का.
    regards

    जवाब देंहटाएं
  5. aaj to kaafi links yahin mil gaye..........bahut hi sundar aur vistrit charcha.......aabhar.

    जवाब देंहटाएं
  6. बढ़िया चर्चा.....अच्छे लिंक्स दिए हैं...आभार

    जवाब देंहटाएं
  7. ज्ञानदत्त ने लडावो और राज करो के तहत कल बहुत ही घिनौनी हरकत की है. आप इस घिनौनी और ओछी हरकत का पुरजोर विरोध करें. हमारी पोस्ट "ज्ञानदत्त पांडे की घिनौनी और ओछी हरकत भाग - 2" पर आपके सहयोग की अपेक्षा है.

    कृपया आशीर्वाद प्रदान कर मातृभाषा हिंदी के दुश्मनों को बेनकाब करने में सहयोग करें. एक तीन लाईन के वाक्य मे तीन अंगरेजी के शब्द जबरन घुसडने वाले हिंदी द्रोही है. इस विषय पर बिगुल पर "ज्ञानदत्त और संजयदत्त" का यह आलेख अवश्य पढें.

    -ढपोरशंख

    जवाब देंहटाएं
  8. ज्ञानदत्त ने लडावो और राज करो के तहत कल बहुत ही घिनौनी हरकत की है. आप इस घिनौनी और ओछी हरकत का पुरजोर विरोध करें. हमारी पोस्ट "ज्ञानदत्त पांडे की घिनौनी और ओछी हरकत भाग - 2" पर आपके सहयोग की अपेक्षा है.

    कृपया आशीर्वाद प्रदान कर मातृभाषा हिंदी के दुश्मनों को बेनकाब करने में सहयोग करें. एक तीन लाईन के वाक्य मे तीन अंगरेजी के शब्द जबरन घुसडने वाले हिंदी द्रोही है. इस विषय पर बिगुल पर "ज्ञानदत्त और संजयदत्त" का यह आलेख अवश्य पढें.

    -ढपोरशंख

    जवाब देंहटाएं
  9. बहुत बहुत आभार इस उम्दा चर्चा में मेरे ब्लॉग को भी जगह देने के लिए !!

    जवाब देंहटाएं
  10. आज की चर्चा बहुत आकर्षक लग रही है!
    --
    मेरे उपहार और नवगीत को
    चर्चा में शामिल करने के लिए धन्यवाद!

    जवाब देंहटाएं
  11. बढिया दमदार चर्चा!
    आनन्द आया बाँचकर.....

    जवाब देंहटाएं
  12. पंडित जी
    प्रणाम
    आशा है आप स्वस्थ होंगे
    आज आपने मेरी पोस्ट को चर्चा में शामिल किया। इसके लिए आपका आभारी हूं।
    आप जीत गए। स्नेह बनाए रखें।

    जवाब देंहटाएं
  13. अच्छी पोस्टें छांट कर लाये सर..

    जवाब देंहटाएं
  14. बढ़िया चर्चा.....
    अच्छे लिंक्स दिए हैं...
    आभार

    जवाब देंहटाएं

"चर्चामंच - हिंदी चिट्ठों का सूत्रधार" पर

केवल संयत और शालीन टिप्पणी ही प्रकाशित की जा सकेंगी! यदि आपकी टिप्पणी प्रकाशित न हो तो निराश न हों। कुछ टिप्पणियाँ स्पैम भी हो जाती है, जिन्हें यथा सम्भव प्रकाशित कर दिया जाता है।