नमस्कार , मंगलवार की चर्चा ले कर तो आई हूँ , पर होली आने से पहले ही जगह जगह होली के रंग दिख रहे हैं …इसीलिए सारे चित्र मुझे होली मय दिख रहे थे …इस रंग - राग में , मस्ती के फाग में किसी तरह शीर्षक ही लिख पायी …डा० नूतन तो शुक्रवार से ही होली की तैयारी किये बैठी हैं …अब इतना असर तो होना ही था …आज की चर्चा में कुछ गंभीर रचनाएँ हैं लेकिन शीर्षक के साथ टिप्पणी हल्की लग सकती है …..पर बस एक गुज़ारिश है ….बुरा न मानिए --- होली है …लिंक तक जाने के लिए चित्र पर भी क्लिक कर सकते हैं …. |
प्राची का जन्मदिन… …. जन्मदिन की बधाई प्राची के शब्दों में --मेरी 6वीं वर्षगाँठ | राह बनाने की धुन ...एकला चलो रे .. |
ज़ख़्मी हूँ ..बीमार हूँ ... चलिए डाक्टर को दिखा लाते हैं | ऐसा असर कहाँ ..यह तो सोचना पड़ेगा .. | आखिरी बात अभी कही नहीं है .. कहने का इंतज़ार है |
बरसाने की होली ..वाह क्या होली है | लौट तो आना ही होगा ..आदेश सिर आँखों पर .. |
कब जाना तुमने ?.. बस जी अभी जब आपने बताया .. | चाँद पर दाग है ..फिर भी महबूब चाँद है | सुनामी का दर्द ...अब भी इंसान कुछ सुधर जाए |
जाने क्यों ज़िंदगी अलग लग रही है ... कुछ तो होगा ? | खामोशी ... भला क्यों ? |
कहाँ है चतरा ? …जवाब चाहिए | नीम के पत्ते यहाँ ..और कहाँ कहाँ ? | मैं चाहता हूँ अपना अंकुरण.. उपजाऊ ज़मीन होनी चाहिए |
ना खुदा ने सताया ...फिर भी सताए गए ? | मुक्त कर दो मुझे ...विडंबना कि मुक्ति भी नहीं मिलती |
यूँ ही बिखरा सा .. समेटने की कोशिश कीजिये | सबक ....लेते ही तो नहीं … | इस मन का अपराध यही है ...यह मान लिया यही बहुत है .. |
कुछ शब्द तुम्हारे अधरों पर ...अब कह भी दीजिए | मैं अकेला चल रहा हूँ ...किसी को साथ ले लीजिए .. |
परदेश ...याद आती है बहुत घर की .. | कहाँ मैं चहकूं, खेलूं, गाऊं.. बड़ी मुश्किल में फंसी है जान | कब उजास होता है ...जब मन खुश हो तब |
मैं एक नारी ...मान गए बिल्कुल …. देखें ज़रा किसमे कितना है दम .. | बन सकते मानव , महामानव ... पर दानव बनने पर तुले हैं |
जाओ नया सवेरा लाओ.. रात बीतने दो , लाते हैं | गुलमोहर ...सजीव चित्रण | दिल के झरोखे से ... क्या देखा ? |
सोन चिरैया….. कहाँ पायी जाती हैं आज कल ? | कल अपनी भी बारी है ... कम से कम अब तो जाग जाओ |
यदि चाहो सदैव को , प्रिय मैं रुक जाऊं ?..आपकी मर्ज़ी | जड़ ...ज़रूरी है | बुद्ध मूर्ति भंजन की दसवीं जयंती --- करारा व्यंग |
हमें मुद्दतों से इंतज़ार था ...किसका ? | तुम ... अजी और कौन ? |
सुनामी भूकंप…. तबाही ही तबाही | ये कैसी ज़िंदगी ...यही तो पता नहीं .. | तेरा इठलाना ..वाह क्या बात है |
क्या नाम दें .. अनाम रहने दें … | जब करें वो जीत की या हार की बात करें….लो फिर बचा ही क्या ? |
चलते - चलते कथा सार ...अब कथा सार के बाद समापन हुआ चर्चा का भी .. |
आज की चर्चा आपको कैसी लगी ….बताइयेगा ज़रूर ….तो मिलते हैं अब होली के बाद …अगले मंगलवार को नयी चर्चा के साथ ….आभार …नमस्कार --- संगीता स्वरुप |
होली के रंग में रंग बिरंगी चर्चा..आभार...
जवाब देंहटाएंहोली के अवसर पर अग्रिम हार्दिक शुभ कामनाएँ
जवाब देंहटाएंचर्चा रंगों से भरी |बधाई
आशा
आज की चर्चा में तो आपने होली के रंग में सराबोर कर दिया!
जवाब देंहटाएं--
यह रंग-बिरंगी और होलीमय चर्चा बहुत बढ़िया रही!
बहुत सुंदर सजीली रंगों से सराबोर चर्चा...... बेहतरीन प्रस्तुतीकरण संगीताजी ...
जवाब देंहटाएंआभार मुझे जगह देने का....
खूबसूरत रंगबिरंगी होलीमय चर्चा ...
जवाब देंहटाएंआभार !
kitni pyari charcha hai... holi ki masti mein bheegi hui :-) meri kavita ko doctor ke paas le jaane ke liye dil se dhanyawaad! saadar
जवाब देंहटाएंचर्चा मंच आज " रंग-मंच " बन गया है , बधाई !!!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रंगबिरंगी चर्चा है आज की संगीताजी ! मुझे इसमें स्थान देने के लिये आपका बहुत-बहुत धन्यवाद ! आप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंbhut khoobsurat rang birangi charcha...isme meri rachna bhi rangmayi ho gayi....bhut bhut dhanybad sangeeta ji...aabhar
जवाब देंहटाएंहोली के विविध रंगों से सराबोर काव्य चर्चा इन्द्रधनुष के सारे रंग समेटे हुई है . होली के अवसर पर चर्चा में रंगीन होली को दर्शाती कलाकृतियाँ सुबह सुबह मन को रंग गयी . मेरी कृति को मंच पर स्थान देने के लिए कोटिशः धन्यवाद .
जवाब देंहटाएंरंग बिरंगी चर्चा।
जवाब देंहटाएंइन्द्रधनुषी रंग बिखरे हुए है आज तो चर्चा के आकाश पर
जवाब देंहटाएंजहाँ मानवता ,प्यार ,सौहार्द्र जैसी भावनाएं हैं
जो किसी भी व्यक्ति के जीवन का अभिन्न अंग होती हैं
बहुत बहुत बधाई और
मुझे भी चर्चा में शामिल करने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया
बहुत ही रंग-बिरंगी खुशनुमा चर्चा है... अच्छा लगा देखकर...
जवाब देंहटाएंहोली के रंग , हम सब एक रंग .... शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंअरे , आज सब होली में मस्त दिख रहे हैं.
जवाब देंहटाएंसंगीता जी ,
जवाब देंहटाएंसदा की तरह चुनी हुई चर्चाएँ .आपके श्रम को नमन !
चर्चा से बेहतर चित्र लगे. आभार...
जवाब देंहटाएंसतरंगी रंगोली से सजी आज की चर्चा तो बिल्कुल होली आगमन की सूचना दे रही है....लाजवाब लिंक्स और उनके संग खुबसुरत रंगीन तस्वीर...बहुत ही सुंदर चर्चा.....संगीता जी ने तो आज यहाँ होली की छटा बिखेर दी...धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंआदरणीया संगीता स्वरूप जी सादर अभिवादन| इस बार की चर्चा को तो आपने विविध रंगों से सज़ा कर होली मय कर दिया है| इस अथक परिश्रम के लिए बारम्बार अभिनन्दन| 'बरसाने की लठामार होली' को स्थान देने के लिए सहृदय आभार|
जवाब देंहटाएंsundar charcha
जवाब देंहटाएंहोलीमय चर्चा देखकर तो आनन्द आ गया……………सभी रंग समेट दिये और साथ मे लगे चित्र तो बेहद खूबसूरत हैं………………होली की हार्दिक शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर ... इतना सुन्दर कि बस क्या कहूँ .. बहुत रंगमय होलीमय .. अद्भुत ..वाह ..और लिंक्स भी बेहतरीन ... मेरी रचना को मंच मे जगह दी ..आपका आभार संगीता जी...
जवाब देंहटाएंआपको होली पर अग्रिम शुभकामनायें
बहुत सुन्दर ... बहुत-बहुत ही सुन्दर पूरा का पूरा चर्चा मंच रंगों से सराबोर है... अद्भुत ..वाह .. मेरी रचना को मंच मे जगह दी ..संगीता जी आपका आभार...
जवाब देंहटाएंआपको होली पर अग्रिम शुभकामनायें.....
आपने तो सरोबार कर दिया रंगों से. इन्द्रधनुषी चर्चा . बधाई.
जवाब देंहटाएंholi ka shubharambh itna khoobsoorat hai to dulehendi ka din kaisa hoga soch kar hi man prasann ho gaya.bahut khoobsurat prayas.badhai...
जवाब देंहटाएंहोली के रंगों में रंगी बहुत मनभावन चर्चा..सुन्दर लिंक्स. मेरी रचना को चर्चा में शामिल करने के लिये धन्यवाद..आभार
जवाब देंहटाएंसंगीता जी, यूँ तो पहले से ही आपकी लेखनी के कायल थे, लेकिन आज हर शीर्षक के ऊपर आपकी सटीक चुटकी पढ़कर और भी हो गए! वाकई होली कि मस्ती अभी से सब पर छा गयी है !
जवाब देंहटाएंहोली जैसी रंग बिरंगी बहुत प्यारी चर्चा.आपको भी होली की बहुत बहुत badhai ..
जवाब देंहटाएंवाह, वाकई चर्चा बहुत रंगीन है !
जवाब देंहटाएंवाह....!
जवाब देंहटाएंवाह....!
वाह....!
वाह....!
आपने होली के रंग में सराबोर कर दिया!
आभार !
होली के रंगों से सली यह रंग-बिरंगी चर्चा और लिंक ..बहुत ही सुन्दर बधाई संगीता जी ।
जवाब देंहटाएंआज होली मन गई !
जवाब देंहटाएंवाह ! चर्चा मँच पर होली देखकर मन प्रशन्न हो गया ।
संगीता दी अपनी होली मेँ मुझे भी शामिल करने के लिए आभार ।
holi k rango se saji ..sundar charcha ..holi mubarak :)
जवाब देंहटाएंSundar evam rangeen charcha.
जवाब देंहटाएं---------
पैरों तले जमीन खिसक जाए!
क्या इससे मर्दानगी कम हो जाती है ?
होली के रंगों से सजी चर्चा ....बहुत सजगता से सजाई गयी है ...आपका आभार
जवाब देंहटाएंदरो-दीवार से हो फुरसत तो कहीं देखें
जवाब देंहटाएंइधर क्यों पढ़ें उधर क्यों हम देखें.
खूबसूरत रंगबिरंगी होलीमय चर्चा बहुत बढ़िया रही! आभार !
जवाब देंहटाएंaaj ki charcha ekdam chamak-damak se bharpoor hai.bahut khoobsurat...... aur bahut-bahut dhanyabad bhi meri taraf se sweekar kariyega.
जवाब देंहटाएंbahut hi behtarin rango se saja yeh rang manch.
जवाब देंहटाएंmeri rachna ko sammilit karne ke liye dhanyawad.
bahut hi khoobsurat hai ye rango ki thal ,jisme chamak rahe bhinn bhinn rango ke gulal ,aapki mehnat safal hui,aabhari hoon aapki dil se ,
जवाब देंहटाएंसंगीता जी,
जवाब देंहटाएंइतनी रंग बिरंगी चर्चा में मुझे शामिल करने केलिए मन से आभारी हूँ| बहुत धन्यवाद|
bahut khoobsoorat rangoli sajayi hai. aaj hi links dekh paungi.
जवाब देंहटाएंmeri rachna ko lene k liye aabhar.