कभी-कभी ऐसा भी हो जाता है!
चर्चा पूरी कर दी थी मगर इतनी ही रह गई!
बाकी शंकर जी जाने कि कहाँ चली गई?
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अब आज की आज की चर्चा को समाप्त करने की आज्ञा दीजिए…. |
सिलसिला अब फिर से प्रारंभ करते हैं --- |
सरस पायस में पढ़िए
शिवरात्रि के पर्व पर
दोस्तों देश के सबसे बढ़े त्यौहार महा शिवरात्रि पर देश के सभी नागरिकों को मुबारकबाद ,
यहाँ पर सुनिए-
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सूचनार्थ निवेदन कर रहीं हैं
हिन्द-युग्म के वार्षिकोत्सव 2010 में आप सभी का स्वागत है
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जारी है आप पढ़कर देखिए तो सही!
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लेकर आया है
सन्तोष कुमार "प्यासा" की कविता
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में हैं उपयोगी श्लोक-
अपि स्वर्णमयी लंका न मे लक्ष्मण रोचते।
जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी॥१॥
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नुक्कड़ पर प्रकाशित हुई है
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गुरू गोदियाल जी फरमा रहे हैं-
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एक प्रयास पर है एक शिक्षाप्रद कथा
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SADA जी कह रहीं हैं-
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बहुत दिन हुए मैं अपने कान तुम्हारे पास रख आया था,
वे कान तुम्हारे दिल की धड़कन के साथ मेरा नाम सुनने के आदी हो गए थे,
यही तो है-
इसका मतलब आँखों से मत निकाल लेना-
कभी कहने लगो कि-
अगर चश्में नहीं होते तो ये काने कहाँ छिपते...?
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पर है छपा है
मनोज कुमार जी का बिद्वता पूर्ण व्यक्तित्व
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मानसी जी कह रहीं हैं-
रात ये लम्बी होती, सुबह नही यूँ जल्दी होती।
सोमवार को सूरज भी गर उठता,
लेकिन आँख मीच कर, अंगडाई लेता,
सो जाता, मुँह पर चादर और खींच कर।
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यही हाल रहा तो एक दिन.............
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एक क्षणिका ...यहाँ भी है-
मैंने कब मुकम्मल जहाँ माँगा?
जानती हूँ नही मिलता!
मेरी जुस्तजू ना मुमकिन नहीं !
अरे पैर रखनेको ज़मीं चाही,
माथे पर एक टुकडा आसमाँ,
पूरी दुनिया तो नही माँगी..
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दिल की बातें में है आज एक गज़ल
*कुछ तो करो तुम जिक्र, मेरे शहर का आज ,
माना कि तुमसे मेरा , अब कोई वास्ता नहीं |
देख कर दीबार तुमने अपना रास्ता बदल लिया |
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सुन्दर एहसासों से भरी के.सी.वर्मा जी की रचना पढ़िए
ये इतने हैं बेदर्द !ये हैं कहाँ के लोग !!?
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घुघूतीबासूती बता रहीं हैं-
बच्चा खोने का दर्द क्या होता है??
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इन्दुपुरी गोस्वामी लेकर आईं है
एक संस्मरण
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गगन शर्मा कुछ अलग सा
कह रहे हैं
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वो रोज जलाती है चूल्हा यादों की लकड़ियों से
भावों के कंडे पर सेंकती है रोटी
मुस्कुराहटों की पकाती है भात
अरमानों के अश्कों से पकाती है दाल
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घर वापसी
अनंत आकाश के नीचे एक छत है जिससे दीख जाता है अपने हिस्से का अनंत......
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ऑफिस ऑफिस :अनजान कार्टूनिस्ट के कार्टून
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क्रिकेट प्रेम (कार्टून धमाका)
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: MANOJ KUMAR | Source: MANOJ KUMAR
कार्टून - वर्ल्डकप : भारत बनाम इंगलैंड
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चैतन्य शर्मा | Source: चैतन्य का कोना
आज महाशिवरात्रि है | भगवान शंकर की उपासना के इस सुंदर त्योंहार पर ममा ने मुझे ॐ नमः शिवाय लिखकर दिया और मैंने उसे कलर किया | मैंने बड़े मन से यह काम किया तो ममा भी बहुत खुश हुई |
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अन्त में देखिए यह आनन्ददायक पोस्ट
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देसिल बयना–70
करण समस्तीपुरी
हर जगह की अपनी कुछ मान्यताएं, कुछ रीति-रिवाज, कुछ संस्कार और कुछ धरोहर होते हैं। ऐसी ही हैं, हमारी लोकोक्तियाँ और लोक-कथाएं। इन में माटी की सोंधी महक तो है ही, अप्रतिम साहित्यिक व्यंजना भी है। जिस भाव की अभिव्यक्ति आप सघन प्रयास से भी नही कर पाते हैं उन्हें स्थान-विशेष की लोकभाषा की कहावतें सहज ही प्रकट कर देती है। लेकिन पीढी-दर-पीढी अपने संस्कारों से दुराव की महामारी शनैः शनैः इस अमूल्य विरासत को लील रही है। गंगा-यमुनी धारा में विलीन हो रही इस महान सांस्कृतिक धरोहर के कुछ अंश चुन कर आपकी नजर कर रहे हैं करण समस्तीपुरी।
'बहे ला बसंती बयार हो हमका हुलसे ला जियरा..... !'आह... याद आता है उ दिन सब....! गदराये सरसों और मदमाते महुआ.... बौरी अमराई में गूंजी शहनाई, 'होली खेलत शिव ससुराल, फागुन फाग मचे... !' जगेसर थान में भारी मेला लगा था। रात भर लाउडिस्पीकर पर शिव-विवाह कीर्तन चल रहा था,'कि आ...रे रामा शम्भू चले ससुरारी.... ब्याहन गौरा नारी रे हरि...!"
भोरे से मेला देखने वाले का भीड़। का मरद का औरत.... का बूढा का बच्चा.... ! सब चले हांज के हांज ! और उधर से जौन लौटे तो केहू के हाथ में पिपही, केहू बांसूरी, केहू माटी वाला डिगडिगिया तो केहू चक्कर-घिरनी नचाये हुए आता था। ऊ सब को देखकर हम लोगों का जी भी मचल-मचल जाता था।
जोखू मामू का बेटा पकौरिया बड़ी खच्चर के गिरह। औरत का झुण्ड मेला देखे जा रही थी ई ससुर गाने लगा, "मेला वाली दाई गे.... हमरी भौजाई गे.... !!" हमलोग भी ताली पीट के हँसे थे। ज्यादा तर जनानी तो अपना मूरी झुका के चलती रही मगर एकाध गो खूब पियरगर आसिरबाद भी दी थी, "कोढ़िया, सरधुआ.... मुँहझौंसा.... तोहरे मुँह में लुत्ती लगे... देह पे बज्जर गिरे।" असिरबाद लगते देर नहीं हुई। पकौरिया के कान के नीचे बजा, झन्न्नाक....!' जैसे सच्चे में बज्जर गिर गया हो। फिर तो टपकू मामू सो धुनाई किये बचबा का कि सरफ़ इकसेल भी शरमा जाए।
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bahut hi anokhe andaj me aaj aapne charcha manch sajaya hai.mahashivratri ki aap ko v sabhi charcha manch par aane vale sadasyon ko shubhkamnayen ..
जवाब देंहटाएंलगता है,
जवाब देंहटाएंआज शिवजी ने बहुत तगड़ी परीक्षा ले ली!
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ख़ुशी की बात है कि आप उत्तीर्ण हो गए!
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हर-हर महादेव!
बहुत रंगों से सजी चर्चा ...आपका आभार
जवाब देंहटाएंचर्चा मंच को अच्छे लिंक्स से सजा कर इसकी गरिमा में अभिवृद्धि करने हेतु शास्त्री जी बधाई के पात्र हैं !
जवाब देंहटाएंशिवरात्रि पर आपको शुभकामनायें भाई जी !!
जवाब देंहटाएंतांडव स्तोत्र व शिव आराधना को शामिल कर सब तक पहुँचाने के लिये धन्यवाद...
जवाब देंहटाएंशिवरात्रि की सभी पाठको को शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंऐसा हो जाता है कि सारी चर्चा लगाने के बाद डिलीट हो जाती है ……………फिर भी आपने काफ़ी मेहनत करके दोबारा चर्चा लगाई ये ही कम नही है……………बहुत अच्छे लिंक्स लगाये हैं………………अभी पढे नही है बाद मे पढती हूँ…………आभार्।
शिवरात्रि पर आपको शुभकामनायें!
जवाब देंहटाएंएक और सुंदर चर्चा प्रस्तुत करने के लिए आपका आभार.....
सर, आपने तो आज कार्टूनिस्टों की बल्ले बल्ले कर दी :)
जवाब देंहटाएंधन्यवाद.
महाशिवरात्री की हार्दिक शुभकामनाएँ....बहुत ही अच्छे लिंक्स मिले...सार्थक चर्चा।
जवाब देंहटाएंइस डबल व सुन्दर प्रस्तुति के साथ ही महाशिवरात्रि पर्व की हार्दिक बधाईयां व शुभकामनाएँ...
जवाब देंहटाएंमहाशिवरात्री की हार्दिक शुभकामनाएँ......सार्थक चर्चा
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर चर्चा...महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं..
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर चर्चा दिखी....मेरा अकाउंट गूगल और ब्लॉग दोनों बंद हो गए थे जिसका मुझे बहुत दुःख था .... अभी अभी काम करना शुरू कर दिया है... धन्यवाद गूगल का/.... वैसे आज का समाचार तब पढ़ा जब परेशां हो गयी थी ... पता चला की कल गूगल के १५०,००० खाते अचानक डेमेज हो गए थे ..जिनको गूगल वापस लाने की कोशिश में था ... अगर हेक नहीं था तो गूगल का धन्यवाद ...
जवाब देंहटाएंशास्त्री जी को आभार सुन्दर चर्चा के लिए... किन्तु नेट की समस्या की वजह से मै ज्यादा लिंक नहीं देख पाउंगी ... क्यूंकि बहुत ही स्लो लोड हो रहा है...
सभी को शिवरात्रि पर शुभकामनायें.
हर रंग समेट दिया है चर्चा में। बहुत सी ऐसी लिंक मिली जहां जा नहीं पाया था।
जवाब देंहटाएंआभार आपका।
सुंदर चर्चा..... चैतन्य को शामिल करने का आभार शास्त्रीजी ...
जवाब देंहटाएंशिवरात्रि पर आपको शुभकामनायें
उम्दा चर्चा
जवाब देंहटाएंमहाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनायें