कल अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस था!
उसी की कुछ झाँकिया प्रस्तुत कर रहा हूँ!
भारतवर्ष का धर्म उसके पुत्रों से नहीं , उसकी संस्कारवान कन्याओं से ठहरा हुआ है | यदि भारत की रमणियाँ अपना धर्म छोड़ देतीं तो अब तक भारत नष्ट होगया होता |
|
यही तो है महिलाओं की लाचारी!!
|
यही सुख-दुःख तो
कभी तोड़ जाता है और
कभी जोड़ जाता है!
|
|
सन्तोष नहीं है न!
|
नारी की सदियों सदियों से, यही कहानी है।
सहना-सहना, सहते रहना, रीत पुरानी है!!
|
मगर मिल न पाया सम्मान!
|
खोया हुआ अस्तित्व
|
कह 'मयंक' दामन में कँटक रही समेटे।
|
इक बार आ जा...
|
आज मंगलवार है।
ब्लॉग के माध्यम से पाठकों को 'कथांजलि' अर्पित करने का दिन।
पिछले कुछ दिनों से मैं श्री सत्येन्द्र झा जी की मैथिली लघुकथाओं का ...
|
|
उसे मुक्ति नहीं चाहिये ----- ललित शर्मा लाए हैं- महिला दिवस पर एक कविता उधार की ---- |
आज महिला दिवस है। प्रस्तुत कविता
|
|
पिता की जायदाद में मेरा भी हिस्सा है!
|
-------------
क्योंकि
|
----------------
--------------
----------------
'दीदार..' मुहब्बत जुबां से बयां हो...
-----------------
---------------
----------------
------------------
---------------
----------
----------------
|
अमर भारती
"उत्तर आओ ज्ञान बढ़ाएँ-पहेली:73" (श्रीमती अमर भारती) - अमर भारती साप्ताहिक पहेली-73 का सही उत्तर है! ये सेमल के डोडे (फ़ूल) हैं जिनकी सब्जी बनती है और बाद में इन्हीं से रूई प्राप्त होती है. ** ** *इस पहेली के*विजेता हैं ताऊ रामपुरिया!
----------------
- मेरी पिछली पोस्ट में आपने कमेन्ट के नए तरीके के बारे में पढ़ा था इस हफ्ते भी में आपके लिए
एक HTML कोड लाया हु जिसे डालने के बाद
आप अपनी पोस्ट को अलग अलग ...
---------------
|
उम्दा चर्चा...आभार.
जवाब देंहटाएंविस्तार से की गयी आकर्षित करती चर्चा |
जवाब देंहटाएंआशा
शुक्रिया...
जवाब देंहटाएंबेहतरीन रंग बि्रंगी चर्चा के लिए आभार
जवाब देंहटाएंशास्त्री जी काफ़ी मेहनत से ढेर सारे उपयोगी लिंक आपने इकट्ठा कर दिया है।
जवाब देंहटाएंवाह इतनी ताज़ी व सुंदर चर्चा ! आभार :)
जवाब देंहटाएंविस्तृत और उपयोगी चर्चा ...आभार
जवाब देंहटाएंवाह वाह शास्त्री जी सारे लिंक्स ले लिये……………आज की चर्चा तो बेहद शानदार रही…………बहुत ही उपयोगी और सामयिक लिंक्स लगाये हैं……………बहुत सुन्दर चर्चा।
जवाब देंहटाएंमनभावन लिंक्सों से सजी आज की चर्चा बहुत ही खुबसुरत है......सारे लिंक्स एक से एक है...कही कोई सुंदर कविता तो कही कोई प्यारा सा आलेख.....महिला दिवस के अगले दिन भी मातृपक्ष की प्रधानता रही है......वैसे तो हमारा जीवन,हमारा सर्वस्व नारी को ही समर्पित है.....आभार।
जवाब देंहटाएंAapki charcha Mahila Diwas Visheshaank hai.Rangon se bharpur bhi. Kafi links miley kintu links me jana nahi ho pa raha hai kyoonki abhi mobile se reply. Kar rahi hun... sadar.
जवाब देंहटाएंविस्तृत,शानदार चर्चा के लिए आभार !
जवाब देंहटाएंविस्तृत चर्चा ... शुक्रिया ...
जवाब देंहटाएंthanks for permotion
जवाब देंहटाएंआज का चर्चा मंच हर दृष्टि से परिपूर्ण
जवाब देंहटाएंलगा ..आभार ! नुझे ख़ुशी है की शास्त्री
जी ने मेरे कार्टून को भी मंच में जगह
दी !
महिला दिवस पर कुछ स्पेशल ... wow ... title भी पसंद आया ... खोखली मूछों के आगे बेवश नारी ...
जवाब देंहटाएंdhair sare links mile is charcha manch par aakar.
जवाब देंहटाएंaabhar.
नारी दिवस पर चर्चा अच्छी रही ..........
जवाब देंहटाएंमेरी रचना लेने के लिए बहुत बहुत आभार .....
मेरी रचना को अपनी चर्चा में जगह देने के लिए आपका आभार ... शुभदिवस
जवाब देंहटाएं