दोस्तों
महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर सबसे पहले कुछ पोस्ट
महादेव को समर्पित हैं ....................उसके बाद आ जाइये
अपने रोज की दिनचर्या पर ...............मगर यहाँ भी आज
काफी कुछ नया है ...........देखिये ब्लोगिंग कैसे नए मुकाम
बना रही है ..............न सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी
हिंदी ब्लोगिंग अपना स्थान बना रही है जो हम सब ब्लोगर
के लिए बहुत ही गर्व और सम्मान की बात है.
तो चलिए ..........ब्लोगिंग की दुनिया में
चर्चा मंच के संग
हर हर महादेव
एक अनुभव
शिवरात्रि को सार्थक कर दिया
ब्लोगिंग को सार्थक करता एक ब्लॉग
जो सबके दिलों की धड़कन है
गर्व की बात है
बस तुम नहीं हो
कैसे?
खुद ही पढ़िए
कब रुकता है
ओये-होए
क्या बात है ताऊ
ताव दे ले मूंछों पर
कौन ?
जरूर मिलेगा
किससे?
हाय मेरा दिल
तेरी भी वही कहानी
स्वागत है
क्या हुआ?
कैसा?
चलते रहो
देख यही तेरा अंजाम होगा
और हम भी
कौन हूँ मै?
तू ही बता दे मेरी पहचान
अब तो पूरी शिद्ïदत से कोई लड़ता भी नहीं
फिर गले कोई क्या मिलेगा
क्या लिंग पूजन भारतीय संस्कृति है ?
पता नहीं
अधिक तृष्णा नहीं करनी चाहिए
सत्य वचन
बिल की लाइन और बुज़ुर्ग...खुशदीप
एक सच
एक छोटी सी लव स्टोरी की छठी किश्त.....
प्रेम की अजब दास्ताँ
प्रभु! अपना तो कैलाश ही भला.....
बिलकुल सही बात
हिंद युग्म का वार्षिकोत्सव ०५ मार्च को दिल्ली में
बधाई हो
फूंक दी जब से दिल में बसी बस्तियां .... -- 'डा० दीप्ति भरद्वाज'
अब नगर कोई आबाद नहीं होता
kavita - kanun hain andha
सब जानते हैं
आईने में खुद को देख लो
एक तलाश
जिसमे तुम थे और मैं
पालनहार
कौन है?
कभी मुझसे भी मिल जाया कर
शिखा वार्श्नेय ABBS की अध्यक्ष एवं इंदू पुरी सचिव निर्वाचित--बधाईयाँ
शिखा वार्श्नेय ABBS की अध्यक्ष एवं इंदू पुरी सचिव निर्वाचित--बधाईयाँ
अरे वाह! महिला मोर्चा जिंदाबाद
तो दोस्तों ..........कैसी रही आज की चर्चा
बताइयेगा जरूर ...........हम इंतज़ार कर
रहे हैं
Bhut hi sundar charcha hai aaj ki..shivratri ke agle din bhore me bade hi manohari linkso ka darshan hua...dhanyawaad.
जवाब देंहटाएंबढ़िया लिंक्स..सुन्दर चर्चा...
जवाब देंहटाएंमेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए धन्यवाद
बढ़िया लिंक्स...आभार.
जवाब देंहटाएंअच्छी प्रस्तुति वंदना जी ! हार्दिक शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंबढ़िया लिंक्स सुन्दर चर्चा.............
जवाब देंहटाएंमेरी पोस्ट (अब आएगा कमेंट्स देने का मजा कमेंट्स दे नए स्टाइल में) को शामिल करने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद
अच्छी प्रस्तुति ...
जवाब देंहटाएंमहाशिवरात्रि की बहुत शुभकामनायें !
बेहतरीन लिंक्स मिले पढने के लिए.... धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंबहुत ही रंग बिरंगी चर्चा है । क्या बात है वन्दना दी ? जैसे जैसे होली नजदीक आती जा रही है चर्चा मँच नये नये रंगोँ से सजता जा रहा है । आज की चर्चा दिल को छू गई । महाशिवरात्रि की शुभकामनायेँ ।
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंबहुत ही रंग बिरंगी चर्चा है । क्या बात है वन्दना दी ? जैसे जैसे होली नजदीक आती जा रही है चर्चा मँच नये नये रंगोँ से सजता जा रहा है । आज की चर्चा दिल को छू गई । महाशिवरात्रि की शुभकामनायेँ ।
जवाब देंहटाएं" इक दिल के उसने हजार टुकड़े किये.........गजल "
:t
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर चर्चा!
हर-हर महादेव!
:tc
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर चर्चा!
हर-हर महादेव!
सभी उपयोगी लिंकों का चयन है आज की चर्चा में!
अच्छी चर्चा और लिंक्स |
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
आशा
ब्लाग्स पर इतनी ढेर सारी सामग्री पढ़ना और उनमे से उपयुक्त विषयों को सिलसिलेवार संजो कर लिंक्स देना भी वाकई काफी धैर्य ,मनोयोग और परिश्रम का कार्य है. यह भी अपने आप में एक कला है. इस बार के चर्चामंच पर भी विषय वस्तु के चयन में आपकी यह मेहनत साफ़ झलक रही है. आभार .
जवाब देंहटाएंआपने मेरी कहानी को चर्चा मंच पर स्थान दिया इसके लिए धन्यवाद। खास यह कि चर्चा मंच ने मेरी कहानी के साथ टैग लगाया है प्रेम की अजब दास्तां...बहुत अच्छा लगा।
जवाब देंहटाएंसाथ ही चर्चा मंच के माध्यम से हम जैसे ब्लॉग के भूखों को एक जगह अच्छी खुराक उपलब्ध कराने के लिए साधुबाद।
बहुत सार्थक व सुन्दर लिंक्स चयन
जवाब देंहटाएंबढ़िया रही चर्चा ... बधाई
क्रिएटिव मंच की पोस्ट को
शामिल करने के लिए आभार
सार्थक एवं सुंदर लिंक देने के लिए धन्यवाद और वंदना जी के श्रम को नमन। मेरे चिट्ठे की कड़ी को स्थान देने के लिए आभार।
जवाब देंहटाएंबढ़िया लिंक्स,सुन्दर चर्चा वंदना जी !
जवाब देंहटाएंवंदना जी महाशिवरात्रि पर आप आस्तिक के साथ नास्तिक को भी लाईं हांलांकि नास्तिक ब्लॉग पर टिप्पणि की भाषा संयत नहीं है बहरहाल आपके आज के चर्चा मंच में रंगबिरंगे फूलों का गुलदस्ता है भक्ति के सागर से लेकर कविताएं ,जीवन की रोज की किचकिच ,और भी बहुत कुछ ।वंदना जी आपकी जितनी तारीफ की जाए कम है। आप इतना समय निकाल पाती हैं और चुन चुन कर ब्लॉग सजा देती हैं । राजीव तनेजा जी के साथ ढ़ाका चलेंगी क्या ?
जवाब देंहटाएंफागुन का रंग जैसे अभी से खिल आया रंग विरंगी चर्चा के लिए आभार.
जवाब देंहटाएंहिन्दी ब्लॉगिंग हेतु आप सबकी निस्वार्थ सेवा स्तुत्य है।आपके हौसले को सलाम।
जवाब देंहटाएंसर्जना जी आपने लिखा नास्तिक को......सर्जना जी नास्तिक क्या है उसमें भी तो आस्तिक छुपा है-- न आस्तिक
जवाब देंहटाएंआदरणीय भवानी प्रसाद मिश्र ने लिखा था
आराम शब्द में राम छिपा जो भव बन्धन को खोता है
आराम शब्द का ज्ञाता तो विरला योगी होता है
बढ़िया प्रस्तुति वंदना जी ! हार्दिक आभार....
जवाब देंहटाएंश्याम सखा जी , आप जो कह रहे हैं वो भी चीक है मरा भी राम बन जाता है । लेकिन जिन भाई साहब ने सदा सिऴ के विरोध में लिखा है पहले उन्हें अपनी संस्कृति का अध्ययन करना होगा
जवाब देंहटाएंवंदना जी 'कैलास से धरती तक' को चर्चा मंच पर लाने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद महादेव पर अन्य ओरीजनल वंदनाएं बहुत अच्छी लगीं
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी लगी आज की चर्चा.
जवाब देंहटाएंमेरी पोस्ट को स्थान देने के लिए तहे दिल से शुक्रिया.
सादर
बहुत बढ़िया चर्चा ...... मेरे आलेख को चर्चा में शामिल करने लिए आभारी हूँ..... बच्चों की परीक्षाएं चलने से ब्लॉग पर समय नहीं दे पा रही हूँ इसलिए ब्लॉग पर अपनी बात को आलेख के माध्यम से पोस्ट किया... मैं बचपन से ही महाशिवरात्रि का यह व्रत करती आयी हूँ ..शिव मेरे आराध्य हैं ..इसलिए जब कभी मैं धर्म के नाम पर आडम्बर देखती हूँ तो मेरा मन खिन्न हो उठता है, इसी को मैंने अपने ब्लॉग पर लिखा आप लोगों को अच्छा लगा.. इसके लिए आपकी आभारी हूँ .....सादर
जवाब देंहटाएंआकर्षक अंदाज से सजाई गयी चर्चा ...मेरी रचना को शामिल करने के लिए आपका आभार ...!
जवाब देंहटाएंइस बेहतरीन चर्चा के लिए आभार वंदना जी ।
जवाब देंहटाएंमैं समय पर ना आ सकी ... मेरे लिए खजाने में कीच बचा भी है क्या... :)) बहुत सुंदर चर्चा .. आभार
जवाब देंहटाएंसच मे बहुत ही सुन्दर ब्लॉग है.
जवाब देंहटाएंऔर तमाम अच्छे-अच्छे रचनाकारों को इक़ जगह ला 'पढ़ाने' की ये नायाब कोशिश काबिले-तारीफ़ है.
मेरी रचना को यहाँ प्रस्तुत करने के लिए तहे-दिल से आभार व शुभकामनाएं.
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व्यस्त हूँ इन दिनों