दोस्तों! चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’ का आदाब क़ुबूल फ़रमाएं सोमवारीय चर्चामंच पर! पेशे-ख़िदमत है आज की चर्चा का-
लिंक नं. 1-
उन्नयन का प्रमाद
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पलकें झुकाना आ गया, पलकें उठाना आ गया आशुतोष जी को
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3-
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गर्मी की दोपहर का क़र्ज़, जिसका अवदान कुछ यूँ
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4-
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राम राम भाई! नुश्ख़े सेहत के
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5-
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श्री राम...बालगीत -डॉ. श्याम गुप्त
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6-
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स्वास्थ्य-सबके लिए : ब्रॉन्कायल अस्थमा
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7-
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दिनेश की दिल्लगी, दिल की सगी : बढ़िया वेला पाय, ठहरते सदा भगोड़े
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8-
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"कुछ कहना है" : फेस सेम-टू-सेम, दिखे उल्लू सा कल्लू
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9-
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बेचैन आत्मा की मूर्खता
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10-
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11-
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प्रेरक प्रसंग-30 : पुन्नीलाल नाई और गांधी जी
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12-
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शाश्वत शिल्प : दोहे
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और अन्त में
25-
और अन्त में
25-
"आज फस्ट अप्रैल है ना!" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
"रपट-विधानसभाध्यक्ष खटीमा पधारे"
बधाई हो शास्त्री जी!
आपको पुनः सरकार में दायित्व जरूर मिलेगा।
आज के लिए इतना ही, फिर मिलने तक नमस्कार!
वाह!
जवाब देंहटाएंचर्चा के साथ शुभकामनाएँ भी!
धन्यवाद भाई गॉफ़िल जी!
देखिए आपकी शुभकामनाएँ कब रंग लातीं हैं।
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जवाब देंहटाएंNice post.
जवाब देंहटाएंसद्-गुण हमारे जीवन व्यवहार का हिस्सा बनें,
यही हमारा संदेश है और यही हमारा अभियान है।
http://hbfint.blogspot.in/2012/04/37-truth-only.html
आज की चर्चा कई लिंक्स समेटे हुए |मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार गाफिल जी |
जवाब देंहटाएंआशा
समुंदर में मिल गयी हों
जवाब देंहटाएंवो नदियाँ ढूंड के लाना
काबिले तारीफ है काम
बिना कोई मेहताना ।
आदरणीय मिश्र जी सस्नेह अभिवादन ,उत्कृष्ट सफल चर्चा के लिए ,विभिन्न स्वरूपों से रूबरू कराती चर्चा प्रभावशाली व प्रशंसनीय है .शुभकामनायें जी /
जवाब देंहटाएंगाफिल ने गफलत में देखो, साजा सुन्दर मंच |
जवाब देंहटाएंपाठक गण गफलत कर ना, देखो प्रस्तुति टंच ||
सुंदर फूलों से सजा चर्चामंच अच्छा लगा।
जवाब देंहटाएंआभार एवं शुभकामनाएं।
आभार गाफिल जी |
जवाब देंहटाएंशुक्रिया हुज़ूर।
जवाब देंहटाएंबढ़िया चर्चा ...बढ़िया लिंक्स ..गाफ़िल जी ..
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें ....
behtarin links padhne ko mile..is tarah link lagane se rochakta aaaur badh jaati hai..meri rachna ko aapka ashish mila ...sadar dhnyawad
जवाब देंहटाएंचुनी हुई रचनायें पढ़ने को मिल जायँ तो आनन्द ही आनन्द !
जवाब देंहटाएंआभार !
एक और सुंदर चर्चा प्रस्तुत करने के लिए बधाई...
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया,सुंदर चर्चा के लिए बधाई,गाफिल जी बेहतरीन प्रस्तुति ,....
जवाब देंहटाएंMY RECENT POST...काव्यान्जलि ...: मै तेरा घर बसाने आई हूँ...
बढिया चर्चा
जवाब देंहटाएंbahut achchhe links-sarthak charcha hetu aabhar
जवाब देंहटाएंbahut achchhe links-sarthak charcha hetu aabhar
जवाब देंहटाएंएक से बढ़के एक ,
जवाब देंहटाएंलिंक थे अनेक ,
बढ़िया सबके मेक .,
रचियता संकलन संयोजन कर्ता आप बड़े नेक .
बहुत ही अच्छे लिंक्स का चयन किया है आपने ...आभार ।
जवाब देंहटाएंGafilji, bahut sundar charcha manch sajaya hai aapne
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया चर्चा...
जवाब देंहटाएंसादर आभार.
charcha manch kaa karz kab ,kaise utregaa pataa nahee
जवाब देंहटाएंचुन चुन के फूलों को सजाया आप ने सुन्दर लिंक्स आनन्द दाई -जय श्री राधे भ्रमर५
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