आज की चर्चा में आप सबका हार्दिक स्वागत है
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युवाओं के लिए यह विशेष दिन है । शायद आप कहेंगे सिर्फ युवकों के लिए क्यों ? प्यार तो सबको चाहिए , प्यार है तो जीवन है , लेकिन जिन अर्थों में प्यार का प्रयोग आजकल होता है उन अर्थों के आधार पर मैंने यह कहा है । प्यार वासना नहीं है और न ही यह एक भाषण है जो हम उठते बैठते देते हैं । शुरुआत इन्हीं विषयों पर अपनी दो पुरानी कविताओं से ।
1. प्यार
यह दिन मनाया जाना चाहिए या नहीं इस बहस में न पड़ते हुए

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कविता विकास जी की कविता बापू

ये बिछोह की पीड़ा ही प्रेम की सतत प्रतीति है

त्रिवेणी तट पर गूंगी का मंचन

ये बिछोह की पीड़ा ही प्रेम की सतत प्रतीति है
त्रिवेणी तट पर गूंगी का मंचन
अंत में एक यू ट्यूब का लिंक यदि आप पंजाबी समझते हैं तो
वैसे यदि आपको लगे कि आज की चर्चा को मैंने निजी ही बना लिया है तो आप गलत नहीं होंगे और मैं इस हेतु क्षमाप्रार्थी हूँ ।
आज के लिए बस इतना ही
धन्यवाद
HAPPY VALENTINE DAY to all...
ReplyDeleteप्रणयदिवस पर बहुत सुन्दर चर्चा की है आपने भाई दिलबाग विर्क जी!
आभार!
कई रचनाएं और उम्दा चर्चा |मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार |
ReplyDeleteआशा
धन्यवाद दिलबाग जी आज के इस सुसज्जित मंच पर आपने मेरी रचना को भी स्थान दिया ! सभी सूत्र आकर्षक एवं पठनीय हैं ! मेरी ओर से सभी पाठकों वसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनायें !
ReplyDeleteवैलेंटाइन डे की हार्दिक शुभकामनायें !
ReplyDeleteबढ़िया लिक्स के साथ सुंदर चर्चा मुझे स्थान देने के लिए
बहुत बहुत आभार दिलबाग जी,
बहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुत की... आभार
ReplyDeleteसुन्दर चर्चा !!
ReplyDeleteबड़े ही रोचक सूत्र आपने संजोये हैं..पठनीय।
ReplyDeleteबहुत सुन्दर चर्चा.आभार विर्क जी!
ReplyDeleteप्रणय दिवस पर सुंदर चर्चा की है दिल बाग जी मेरी रचना को शामिल किया हृदय से आभारी हूँ
ReplyDeleteNice Links Dilbag..........
ReplyDeleteसुन्दर चर्चा
ReplyDeleteआदरणीय दिलबाग जी-
आभार
बढिया लिंक्स, बहुत बढिया चर्चा
ReplyDeletebahut badhiya links chune hain sir par hamari baat abhi baki hai
ReplyDeleteगुज़ारिश : ''बसंत है आया''
आदरणीय दिलबाग सर बहुत ही सुन्दर चर्चा है, चर्चा मंच की ओर से सभी पाठकों एवं मित्रों को वसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनायें, आप सभी का दिन मंगलमय हो. सादर
ReplyDeleteसुंदर चर्चा की है दिलबाग जी मेरी पोस्ट को शामिल किया हृदय से आभारी हूँ.
ReplyDeleteबहुत बढ़िया लिंको का संकलन..बढ़िया चर्चा ! काफी अच्छे लिंक मिले मुझे...आपका आभार...!
ReplyDelete.सुन्दर लिनक्स संजोये हैं आपने मीडियाई वेलेंटाइन तेजाबी गुलाब संवैधानिक मर्यादा का पालन करें कैग
ReplyDeleteबहुत ही बेहतरीन चर्चा,वसंती रंगो से सराबोर।
ReplyDeleteबेहद आकर्षक चर्चा...मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार आपका..
ReplyDeleteप्रणय दिवस पर सुन्दर चर्चा ,,,दिलबाग विर्क जी,,,बधाई,,,
ReplyDeleteRECENT POST... नवगीत,
अलग ही मिजाज की चर्चा बहुत अच्छी लगी .
ReplyDeleteबहुत बढ़िया चर्चा | पूर्णतः प्रेममय |
ReplyDeleteआने वाले बसंत पंचमी और माँ सरस्वती पुजा के लिए आप सभी को बधाई |
आकर्षक चर्चा...मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार आपका..
ReplyDeleteदिलबाग विर्क जी, शास्त्री जी हार्दिक आभार …………आपके स्नेह से अभिभूत हुई।
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