आज की चर्चा में आपका हार्दिक स्वागत है
कश्मीर जल मग्न है और कश्मीर के कुछ लोग जिस भारतीय सेना के खिलाफ आवाज़ उठाते हैं आज उन्हीं को भारतीय सेना बचा रही क्योंकि मानवता राजनीति से ऊपर है । दरअसल दुःख ही बताता है कि आदमी को आदमी की कद्र करनी चाहिए, प्यार से रहना रहना चाहिए, सुखों में तो अकेले रह लेने के दा' वे सभी कर रह लेते हैं ।
चलते हैं चर्चा की ओर
आभार
सुप्रभात
जवाब देंहटाएंउम्दा लिंक्स से सजा आज का चर्चा मंच
लगता है जैसे हो बड़ा फूलों का बंच |
मेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद |
शुभ प्रभात दिलबाग जी
जवाब देंहटाएंदिल बाग बाग हो गया
आज की प्रस्तुति देखकर
अच्छी रचनाएं पढ़वाई आपने आज
आभार....
सादर
सुंदर चर्चा लगाई है आज सुंदर सूत्रों के साथ दिलबाग ।
जवाब देंहटाएंदिलबाग जी, मेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद ....!!!!
जवाब देंहटाएंअति सुन्दर चर्चा !!
जवाब देंहटाएंबेहद खूबसूरत लिंक दिए आपने !!
मेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद |
बहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति ....आभार!
जवाब देंहटाएंkya baat
जवाब देंहटाएंकाफी बेहतरीन सजावट आपकी चर्चा की।
जवाब देंहटाएंधन्यवाद।
स्थान देने के लिए आभार।
प्रपोगेण्डा की दूकान उर्फ़ मीडिया के अनुसार "आपदा से प्रभावित लोग उन्हें दौड़ा दौड़ा के पीट रहे हैं" अत: इनके कहे, लिखे और दिखाएँ गए संदेशों पर अवधारणा व्यक्त करने से पूर्व सौ बारी सोच लेना चाहिए.....
जवाब देंहटाएंबेहतरीन लिंक्स संयोजन एवं प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसुंदर लिंक के लिये धन्यवाद
जवाब देंहटाएंउपयोगी लिंकों के साथ बेहतरीन चर्चा।
जवाब देंहटाएंआपका आभार आदरणीय दिलबाग विर्क जी।