मित्रों।
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सोमवार की चर्चा में
मेरी पसन्द के कुछ लिंक देखिए।
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कन्या-पूजन
कन्या-पूजन की महिमा से तो, दुनिया आनी-जानी है, फिर क्यों उसके संग दुष्कर्म करके, देश को, शरमोसार कराया जाता है फिर क्यों ऐसे देश में, कन्या-पूजन का उपहास उड़ाया जाता है?
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खबर
एक देता है कुछ
अनुदान दो को
दो कार्यक्रम बनाता है
फिर तीन को बताता है
तीन बहुत दूर से
चार को बुलाता है
अतिथि गृ्ह में ठहराता है
सलाद कटवाता है
गिलास धुलवाता है...
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इसकी उसकी करने का
आज यहाँ मौसम नहीं हो रहा है
प्रस्तुतकर्ता सुशील कुमार जोशी
एक देता है कुछ
अनुदान दो को
दो कार्यक्रम बनाता है
फिर तीन को बताता है
तीन बहुत दूर से
चार को बुलाता है
अतिथि गृ्ह में ठहराता है
सलाद कटवाता है
गिलास धुलवाता है...
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इसकी उसकी करने का
आज यहाँ मौसम नहीं हो रहा है
प्रस्तुतकर्ता सुशील कुमार जोशी
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बालक- तरुण-किशोर सब, ढूढ़ें ‘काम-कु-भोग’ |
‘नन्हें भँवरे’, ‘कली’ के, चाह रहे ‘संयोग’ ||
‘इच्छाओं के गगन’ में, ‘दुराचार’ के ‘गिद्ध’ |
भोली किसी ‘कबूतरी’, के ‘शिकार’ में ‘सिद्ध’ ||
इस ‘पशुता’ से हम बचें, करो कोई तरकीब |
हम ‘हैरत’ में पड़ गये, लगता बहुत ‘अजीब’ ||
साहित्य प्रसून--
पाथर–पंख
चाहत तो दे दी उड़ने की इतनी कि ओर न छोर–आकाश नाप डालूँ, पृथिवी की परिक्रमा कर डालूँ, हर फूल–पत्ती से दोस्ती कर लूँ, दुनिया के हर रोते बच्चे को गले लगा कर उसके आँसू पोंछ दूँ.... आज तक धरती पर लिखी–अनलिखी सारी
कविताएँ पढ़ डालूँ ....
त्रिवेणी
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प्रधानमंत्री के नाम, खुला पत्र
9 साल तक किया वीसा के इनकार
अब हुआ अमेरिका को मोदी से प्यार...
VMW Team
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रेगिस्तान दिल का ...
ये रेगिस्तान दिल का, यां समंदर डूब जाते हैं
हमीं हैं जो यहां तक भी गुलों को खींच लाते हैं..
साझा आसमान पर
Suresh Swapnil
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अज़ीज़ जौनपुरी : बनारस
ज्ञान ध्यान विज्ञान बनारस
दुनियाँ की है शान बनारस
पग - पग पर हैं घाट बिछे
तुलसी का है मान बनारस ...
Zindagi se muthbhed
ज्ञान ध्यान विज्ञान बनारस
दुनियाँ की है शान बनारस
पग - पग पर हैं घाट बिछे
तुलसी का है मान बनारस ...
Zindagi se muthbhed
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महिलाओं के विरुद्ध हिंसा रोकने
हुआ सीधा संवाद
संभागायुक्त श्री दीपक खांडेकर,आई.जी.
महिला सेल श्रीमति प्रग्यारिचा श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में महिला सशक्तिकरण
विभाग एवम पुलिस विभाग के संयुक्त तत्वावधान में“सीधा :संवाद”कार्यक्रम का आयोजन किया गया...
महिला सेल श्रीमति प्रग्यारिचा श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में महिला सशक्तिकरण
विभाग एवम पुलिस विभाग के संयुक्त तत्वावधान में“सीधा :संवाद”कार्यक्रम का आयोजन किया गया...
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"तेल कान में डाला क्यों?"
गुम हो गया उजाला क्यों?
दर्पण काला-काला क्यों?
चन्दा गुम है, सूरज सोया
काट रहे, जो हमने बोया
तेल कान में डाला क्यों?
शुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंआपका मेरे blog पर आना मुझे निहाल कर जाता है
आभारी हूँ .... बहुत बहुत धन्यवाद आपका ...
सादर _/\_
सुंदर चर्चा । 'उलूक' की एक पुरानी सी 'खबर' और 'इसकी उसकी करने का आज यहाँ मौसम नहीं हो रहा है' को जगह देने के लिये आभार ।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर चर्चा ………आभार
जवाब देंहटाएंwaah
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति ...आभार!
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसुंदर आकर्षक चर्चा ..बधाई
जवाब देंहटाएंशास्त्री जी, मेरी रचना शामिल करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद.
जवाब देंहटाएं