रविकर
पैसा भोजन सुख पचे, सही रहेंगे आप |
अहंकार चर्बी बढ़े, बढ़े अन्यथा पाप |
बढ़े अन्यथा पाप, भूख तोड़े मर्यादा |
मानवता विसराय, बढ़े गर पैसा ज्यादा |
अचना पचना ठीक, बना लो जीवन ऐसा |
कह रविकर कविराय, पचे सुख भोजन पैसा ||
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Sushma Verma
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S.K. Jha
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Neeraj Kumar Neer
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ब्लॉ.ललित शर्मा
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rohitash kumar
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yashoda Agrawal
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Vivek
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चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’
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kavita verma
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कार्टून :- मुबारक हो, दलित नहीं मरा ...Kajal Kumar
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Virendra Kumar Sharma
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नादिर खान
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