मित्रों!
शनिवार की चर्चा में आपका स्वागत है।
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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1अप्रैल को
"अप्रैल फुल "
बनाने के बजाय
एक पेड़ लगाकर
"अप्रैल कूल" बनाए।
Active Life पर
Sawai Singh Rajpurohit
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उदय और विलय है....
डॉ. इन्दिरा गुप्ता
मन आँगन भाव गौरैय्या
कैसा ये उदगम है
दाना चुगना कलरव करना
नित्य प्रति चिंतन है...
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कोई यूँ ही नहीं ...!!
कोई यूं ही नहीं बिछुड़ता ,
कोई राज़ रहा होगा,
शिकवा कल का कोई होगा ,
कोई आज रहा होगा।...
कोई राज़ रहा होगा,
शिकवा कल का कोई होगा ,
कोई आज रहा होगा।...
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डा श्याम गुप्त की सद्य प्रकाशित, ई बुक ,,,
काव्य-काँकरियाँ ...
(.गीति व अगीत....तुकांत व अतुकांत लघुकाओं का संग्रह )
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कार्टून :-
लीक हो गया
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मन लताऐं बहकी सी....
कुसुम कोठारी
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बंधी मुठ्ठी
रोज साथ रहते रहते
जाने क्यों मन मुटाव हुआ
आपस में बोलना छोड़ा
एक पूरब एक पश्चिम
एक ही घर में रहें पर
संवाद हीनता की स्थिति में
इससे परेशानी हुई बहुत
बीच बचाव भी बेअसर रहा...
Akanksha पर Asha Saxena
शुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंआभार
सादर
सुन्दर शनिवारीय अंक
जवाब देंहटाएंशानदार लिंक्स आज की |मेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद सर
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया प्रस्तुति....मेरी रचना को स्थान देने के लिए हार्दिक धन्यवाद
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी चर्चा प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंइस अंक में क्रांतिस्वर की पोस्ट को स्थान देने हेतु धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंवाह!!बहुत सुंदर संकलन,रोचक पोस्ट के साथ ..वाह मजा आगया पढकर ।
जवाब देंहटाएंमेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद सर जी