मित्रों।
बुधवार की चर्चा में आपका स्वागत है।
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देव संस्कति को अपनाओ,
रक्ष सभ्यता को छोड़ो।
राम और रहमान एक हैं,
उनसे ही नाता जोड़ो।
भेद-भाव, अलगाववाद का,
वातावरण मिटायें हम।
घर-आँगन को रंगोली से,
मिलकर खूब सजायें हम।।
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- कविता - 14
- जीवनउथले पानी मेंबीता हैजीवन साराऔर अक्सरहमने बात की हैगोताखोरी की
दिलबागसिंह विर्क, Sahitya Surbhi
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चुल्लूभर पानी
कोई चुल्लूभर पानी लिए खड़ा है शर्म हो तो डूब मरो... नहीं तो अपनी गिरेबाँ में बार-बार झाँको Ravindra Singh Yadav, हिन्दी-आभा*भारत
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सुलग रहा यादों का जंगल,
तन्हा और बेजान,
आवाज़ उर में धड़क रही,
बन मीठा-सा गान,
ह्रदय प्रीत में सुलग रहा,
सुमरुँ पिया का नाम ,
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अपने बचपन में फ़िल्में देखने के लिए
हम बालकनी से कभी नीचे उतरे ही नहीं.
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अपूर्णता ही कल तक ले जाती है
कुछ नया पाने के लिए, प्रातः
से अपरान्ह, साँझ से
निशीथ, सब एक
ही तार में हैं
पिरोए
से,
कुछ नया पाने के लिए, प्रातः
से अपरान्ह, साँझ से
निशीथ, सब एक
ही तार में हैं
पिरोए
से,
शांतनु सान्याल, अग्निशिखा :
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Onkar Singh 'Vivek', मेरा सृजन
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दीपावली के आते ही प्रदूषण ज्यादा दिखाई देने लगता है. विगत कई वर्षों से ऐसा देखने में आ रहा है कि जैसे ही किसी हिन्दू पर्व का आना होता है वैसे ही ज्ञान देने वालों की संख्या में वृद्धि होने लगती है. दीपावली पर पटाखे न चलाने की सलाह, होली पर रंग न खेलने की सलाह. एक पर्व के कारण प्रदूषण का फैलना और दूसरे के कारण पानी की बर्बादी को मुख्य कारण बताया जाता है.
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जाग-जाग कर फिर सो जाता
नींदों में मन स्वप्न दिखाता,
रंग-रूप-रस-गंध खान में
निज आनंद छुपा रह जाता !
Anita, मन पाए विश्राम जहाँ
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निवेदिता श्रीवास्तव, झरोख़ा
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कार,
गली-गली घूमकर
चिल्लाने से क्या फ़ायदा,
यहाँ सभी बहरे हैं,
कोई नहीं ख़रीदेगा
तुम्हारा सामान,
कोई नहीं पहचानेगा
तुम्हारा हुनर
Onkar, कविताएँ
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विकास नैनवाल 'अंजान', एक बुक जर्नल
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आज के लिए बस इतना ही..।
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बहुत ही सुंदर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति। मेरी पोस्ट्स को आज की चर्चा में स्थान देने के लिए हार्दिक धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंवाह ! देश और दुनिया की नब्ज को पकड़ने वाली पठनीय रचनाओं की ख़ुशबू समेटे चर्चा मंच का एक और नया अंक, आभार मन पाए विश्राम जहां को इसमें स्थान देने के लिए, आने वाले ज्योतिपर्व के लिए शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति । सभी रचनाएँ अत्यन्त सुन्दर । सभी रचनाकारों को बहुत बहुत बधाई ।
जवाब देंहटाएंअनुपम संकलन एवं प्रस्तुति, मेरी रचना को शामिल करने हेतु आभार - - नमन सह।
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर प्रस्तुति आदरणीय सर।मेरी रचना को स्थान देने हेतु हार्दिक आभार।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन रचनाओं का संकलन,सादर नमस्कार सर
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति. मेरी रचना को शामिल करने हेतु आभार
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