सादर अभिवादन
मंगलवार की प्रस्तुति में आप सभी का हार्दिक स्वागत है
(शीर्षक और भुमिका आदरणीया जिज्ञासा जी की रचना से)
गीत "खेल-खिलौने याद बहुत आते हैं"
(डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
कवियों की स्पर्धा है आज
नवीन काव्य विधाओं के बारे में लिखने की |
भारत की हीरक जयंती मनाने के लिए
खुले पांडाल में ठंडी हवा से
सिहरन जब होती है
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कंडाली से ताज़ी ग्रीन टी और साग भी बनता है
आजकल अंग्रेजों द्वारा लायी गई चाय के बजाय लोगों की पहली पसंद चीन से शुरू हुई ग्रीन टी बनती जा रही है। चाय के बिना तो अपनी गाड़ी चलती नहीं है, इसलिए चाय छोड़ने का तो सवाल ही नहीं उठता, लेकिन जब कोरोना काल आया तो ग्रीन टी का चस्का क्या लगा कि हमने अपने बगीचे में ही ग्रीन टी के पौधे लगा लिए। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर ग्रीन टी के पौधे कैसे होते हैं, कैसे उगाये जाते हैं? तो अधिक न सोचिए आज मैं अपने बग़ीचे में उगाये हमारे पहाड़ी राज्य उत्तराखंड के इसी औषधीय गुणों से भरपूर पौधे के बारे में जो विटामिन ए, सी,डी.पोटैशियम, मैगनीज, कैल्सियम जैसे पौष्टिक पदार्थ से परिपूर्ण है, जिसे हमारे गढ़वाल क्षेत्र में कंडाली और कुमाऊँ में सिसूंण नाम से जाना जाता है,-----------------मैं बस नाम की सुहागन...
मैं ममता रहित एक बागवां की कली
दर्द के सन्ताप मे पलकर बड़ी हूँ
बचपन मे भी बिल्कुल तन्हा थी
आज भी अकेले खड़ी हूँ
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डॉक्टर और दवा कंपनियों का नेक्सस, रिश्वत के हर गुर मार्केटिंग ट्रिक्स के नाम पर
दवा कंपनियों की इस मनमानी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर है। न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़ (Justice DY Chandrachud) और न्यायमूर्ति एएस बोपन्ना (Justice AS Bopanna) की पीठ इस पर सुनवाई कर रही है। याचिकाकर्ता ने कोर्ट को बताया कि डोलो-650 मिलीग्राम टैबलेट (Dolo 650mg Tablet) लिखने के लिए कंपनी ने डॉक्टरों को 1000 करोड़ रुपये के उपहार बांट दिए। याचिका में दवा कंपनियों की तरफ से डॉक्टरों को दिए जाने वाले उपहारों का मामला उठाया गया है। सर्वोच्च न्यायालय ने केंद्र सरकार से 10 दिन में जवाब मांगा है। इससे दवा कंपनियों की मनमानी पर लगाम लगने की उम्मीद जगी है। अगर ऐसा होता है तो ये देशभर के मरीजों के लिए बड़ी राहत होगी।
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रात में सोने से पहले पैर क्यों धोना चाहिए?
सदियों से हमारे यहाँ घर में प्रवेश करते समय, भोजन करने से पहले और रात को सोने से पहले पैर धोने की प्रथा है। क्योंकि हिंदू धर्म में घर को मंदिर के समान माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि कहीं बाहर से आने के बाद जूते चप्पल घर के बाहर ही उतारने चाहिए जिससे किसी तरह के बैक्टीरिया घर के भीतर प्रवेश न कर सकें। दिन भर काम करने के बाद, थकान महसूस करने के बाद भी कुछ लोगों को बराबर नींद नहीं आती है। लेकिन यदि व्यक्ति रात को सोने से पहले पैरों को धो ले तो नींद अच्छी आने के साथ साथ इससे सेहत को कई अन्य फायदे भी होते है। ------------------सेफ्टी पिन - लोगों का नन्हा साथी |
सेफ्टी पिन एक ऐसी वस्तु है जिसे छोटा-मोटा ऑलराउंडर कहा जा सकता है। कपड़ों को सम्हालने के अलावा ये कभी बटन का काम करता है तो कभी औजार का। आम घरेलू जीवन में तो इससे इतने तरह के काम लिये जाते हैं, जिनके बारे में लिखते-लिखते लंबी सूची बन जाएगी। सेफ्टी पिन के नाम में जुड़ा सेफ्टी शब्द क्या तुम्हारे मन में ये सवाल नहीं लाता कि भला इस पिन का सेफ्टी से क्या लेना? तो तुमको बता दें कि ऐसा कहा जाता है कि अठारहवीं सदी, जब सेफ्टी पिन बनाई गयी थी, उससे पहले तक इसकी जगह तार का उपयोग होता था जो कि अक्सर उँगलियों में चुभ जाता था। सेफ्टी पिन के आने से चोट लगने का खतरा कम हो गया इसलिए इसका नाम सेफ्टी पिन प्रचलित हो गया। --------------------आज का सफर यही तक,अब आज्ञा दे आपका दिन मंगलमय हो कामिनी सिन्हा
बहुत सुंदर संकलन।
जवाब देंहटाएंThanks for the comment
हटाएंमहोदया आपका बहुत-बहुत आभार और तहेदिल से धन्यवाद, आपने इन बेहतरीन रचनाओं मे मेरी रचना को स्थान दिया और अन्य पाठकों तक पहुँचाया, बांकी अन्य सभी साथी रचनाकारों को भी बहुत-बहुत शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंसुप्रभात! सराहनीय रचनाओं की खबर देता चर्चा मंच!
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी चर्चा प्रस्तुति में मेरी ब्लॉगपोस्ट सम्मिलित करने हेतु आभार!
जवाब देंहटाएंमेरे गीत को भूमिका में देख मन अभिभूत हो गया प्रिय सखी । रचना को मान देने के लिए आपका बहुत आभार।
जवाब देंहटाएंकई रचनाओं को पढ़ आई ।बहुत सुंदर सराहनीय प्रस्तुति । सभी रचनाकारों को बधाई।
बहुत खूबसूरत संकलन
जवाब देंहटाएंउम्दा चर्चा। मेरी रचना को चर्चा मंच में शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद, कामिनी दी।
जवाब देंहटाएंबहतरीन चर्चा।
जवाब देंहटाएंआपका आभार कमिनी सिन्हा जी।