नन्हे-मुन्ने, प्यारे-प्यारे!
इस दुनिया में सबसे न्यारे!
हम सब की आँखों के तारे!
ख़ुशबू के छोड़ें फव्वारे!
जिन्हें देख मन कहता गा रे!
जिनके मन में शक्करपारे!
जो हैं सबके राजदुलारे!
कोई कुछ भी कहे,
पर इस दुनिया में सबसे प्यारी
और न्यारी
तो
बच्चों की फुलवारी ही होती है,
क्योंकि यह फुलवारी हमारे
मन को ख़ुशियों के फव्वारे से सराबोर कर देती है!
-----------------------------------------------------------------
संगीता स्वरूप जी ने एक और मनभावन शिशुगीत रचा है!
- एक ख़ुशख़बरी -
आनेवाले रविवार यानि कल से प्रत्येक रविवार को
"सरस पायस"
पर भी नन्हे साथियों की ऐसी ही रंग-रँगीली चर्चा मेरे द्वारा की जाएगी!
-- रावेंद्रकुमार रवि --
बहुत बढ़िया प्रस्तुति ............बेहद उम्दा चर्चा ! आभार !
जवाब देंहटाएंबढ़िया प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंमनोहारी और रंगबिरंगी चर्चा अच्छी लगी , रसगुल्ले देख कर रहा नहीं गया और सुबह सुबह बेटी से आपने डांट डलवा दी, ऐसे फोटो नहीं लगाना चाहिए ! शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति... और ये माधव भाई सारा घर पेंट कर डालेंगे क्या ?
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएंबज़ (Buzz) से इंदु पुरी गोस्वामी की
जवाब देंहटाएंएक बहुत ही मर्मस्पर्शी और प्रभावशाली टिप्पणी --
indu puri goswami –
माँ कहती है चरा बकरियाँ
बापू कहता दो पैसे कमा
होटल मे कप प्लेटे धो या
प्लास्टिक,लोहा बीन के ला
19 Jun 2010
भाई सतीश जी,
जवाब देंहटाएंरसगुल्ला खाने पर तो आवाज़ तक नहीं होती!
--
रसगुल्ला अगर हल्ला-गुल्ला करके खाएँगे,
तब तो ऐसा ही होगा!
--
फिर भी मैं आपकी बात का ध्यान रखते हुए
अब ऐसे फ़ोटो नहीं लगाऊँगा!
--
इस बार रसगुल्ले का नहीं,
इमरती का फ़ोटो लगाने की तैयारी है!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति....
जवाब देंहटाएंVERY NICE.
जवाब देंहटाएंBAHUT BADHIYA CHARCH RHI
अतिउत्तम!
जवाब देंहटाएंvery nice presentation. you are just rocking. we all are very greatful to you for your generous contribution
जवाब देंहटाएंhamesha ki tarah bahut sundar charhca...ek manbhavan charcha aur padhne milegi ye to sabse pyara surprise gift raha...ab to Saturday ke saath saath sunday bhi baal divas ban jayega... :)
जवाब देंहटाएंशुभम् जी,
जवाब देंहटाएं"सरस पायस" पर पहली "सरस चर्चा"
प्रकाशित होने में अब कुछ ही देर बची है!
--
यह मध्यरात्रि के तुरंत बाद
12 : 01 AM पर प्रकाशित हो जाएगी!
"सरस पायस" पर पहली "सरस चर्चा" इन्हें देख मन गाने लगता!
जवाब देंहटाएंशीर्षक से प्रकाशित हो गई है!
कित्ती प्यारी चर्चा है...मजेदार. 'पाखी की दुनिया ' की चर्चा के लिए विशेष आभार !!
जवाब देंहटाएं