नमस्कार मित्रों!
मैं मनोज कुमार एक बार फिर हाज़िर हूं रविवासरीय चर्चा में अपनी पसंद की कुछ चुनी हुई पोस्ट और एक लाइना के साथ। आइए आज क्रिसमस पर सुख-शांति की अपील करते हुए चर्चा शुरु की जाए।
1. अशोक कुमार पाण्डेय जी का प्रश्न
२. शिक्षामित्र जी कह रहे हैं
३
४. सागर की
जिसमें
झुलसकर महसूस हो रहा है कि हमने हौसले बढाने वाले वाले गीत नहीं लिखे!
५. शोभना चौरे जी की
ईश्वर से आप सबकी कुशलता की प्रार्थना चाहते है | घर में यथायोग्य बड़ो को प्रणाम छोटो को प्यार | पत्रोत्तर शीघ्र देवे |
६. डा. मेराज अहमद बता रहे हैं
७.

८.
९. राजीव कुमार कुलश्रेष्ठ जी
१०.

११.
टूटा ह्रदय लिए, बिखरे अरमानों के साथ.
.. ये तो आज भी है एक पहेली!!
१२. अन्तर सोहिल पूछ रहे हैं
१३.

१४.

जीवन बगिया चहके-महके, बनकर कानन का चन्दन!
१५. शरद कोकास जी
ज्यों का त्यों है न ?- यानि
कि कहीं कोई छाप
बची तो नहीं रह गई!!
१६. अनिल कान्त सुना रहे हैं
१७.
साहित्य-शिल्पी पर ईश्वर पुत्र- यीशु मसीह [क्रिसमस पर विशेष प्रस्तुति] – अजय कुमार :: जगत की सृष्टि- आदि मे परमेश्वर ने आकाश और पृथ्वी की सृष्टि की। सब कुछ उसी के द्वारा उत्पन्न हुआ और जो कुछ उत्पन्न हुआ, उसमे से कोई भी वस्तु उसके बिना उत्पन्न न हुआ है।
१८. चला बिहारी ब्लॉगर बनने क्योंकि
१९.

उसे करनी चाहिए
प्रयास पूरी ताक़त से
शक्ति और सत्ता के लिये
ताकि रहे अनाहत उसकी मानवीयता !!
२०. Shiv बता रहे हैं
२१.

चलो फिर आम की बागों में गुम हो जाएं,
सडकों पर तो लूट और जग हंसाई है!!
२२. Ashish जब
आज भी वो नहीं आने वाला,
आज का दिन भी गया लगता है!!
२३. यशवन्त माथुर का देखिए
मुझे यकीन है तुम आओगे खुशियों से भरी अपनी झोली ले कर!!
२४. ZEAL ये क्या कह रही हैं
२५.
२६.

तुम्हारे सारे अर्थ तो तुम्हारे ही भीतर थे, जो "कस्तूरी" की तरह, तुम्हारे रोम-रोम में सुवासित थे!!
२७. Dr Om Prakash Pandey लेकर आए हैं
बन गए मेरे परिमल पलछिन ; उम्र गंवाई खोकर सोकर, स्वप्न व्यर्थ ,भय , हाय! निरंतर
२८. पढिए vandana का
दिल कि चार दिवारी में
कुछ एहसास पाले थे
यूँ ही ...आवारा से !!
२९. Akanksha Saxena कर रही हैं
इस लिंक पर क्लिक करें- गुफ्तगू
३०. ललित शर्मा कह रहे हैं
३१.

३२.

३३.
३४.
आज बस इतना ही।
फिर मिलेंगे। तब तक के लिए
bhut hi sundar hai aaj ki charcha.....ache links mile....marry christmas
ReplyDelete2010 की अन्तिम रविवार की चर्चा एक यादगार और संग्रहणीय चर्चा है!
ReplyDeleteबहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
बाप रे, आज का पाठ लम्बा है ...क्लास में नहीं पूरा होगा , होम वर्क घर पर जाकर करता हूँ मास्साब !
ReplyDeleteप्रणाम आपको !
बहुत ही विस्तृत और सुंदर चर्चा .. आपका आभार !!
ReplyDeleteसुन्दर लिंक्स,अच्छी चर्चाएँ .
ReplyDeleteबहुत ही उपयोगी लिँक सजाये है आज । सार्थक चर्चा के लिय आभार मनोज जी ।
ReplyDeleteरविवार की सुबह का अच्छा ख़ासा इंतेज़ाम कर देते हैं आप मनोज भाई| आनंद आया| बधाई स्वीकार करें|
ReplyDeleteमनोज भाई अपर्णा जी की पोस्ट पर क्लिक कर के देखा पर पेज नहीं खुला
ReplyDeletevatvriksh mein prakashit rachna मेरी तलाश मेरी जिजीविषा meri nahin suman ji kee hai ......
ReplyDeleteis charcha se mujhe naye rishte milte hain
अच्छी और विस्तृत चर्चा ...उपयोगी चर्चा के लिए आभार
ReplyDeleteअच्छी चर्चा , अच्छे लिंक्स।
ReplyDeleteविस्तृत और सुंदर चर्चा .. आपका आभार !
ReplyDeleteबहुत ही संग्रहणीय बन पडी है चर्चा ..शुभकामनाएं
ReplyDeleteअंतर्जाल पर मेरी दुनिया
बहुत सुन्दर चर्चा ..अच्छे लिंक्स..आभार
ReplyDeleteसुन्दर चर्चा!!!
ReplyDeleteव्यवस्थित और सुन्दर चर्चा.
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteमैरी क्रिसमस की आप सभी को बधाई .. काफी अच्छे लिंक मिले.... आभार .
ReplyDeleteacchhe links sawaare hain kuchh to chittha jagat ki kami puri hogi.
ReplyDeleteभाषा,शिक्षा और रोज़गार ब्लॉग की पोस्ट लेने के लिए विशेष आभार।
ReplyDelete