नमस्कार मित्रों!
मैं मनोज कुमार एक बार फिर हाज़िर हूं रविवासरीय चर्चा के साथ। लीजिए पेश कुछ मेरे चुने हुए लिंक्स और एक लाइना।
१. shikha kaushik कहती हैं
२. ज़ाकिर अली ‘रजनीश’ का कहना है
३. डॉ.कुमार गणेश 369 लेकर आए हैं इस बार की रिलीज फ़िल्में ::: खट्टा-मीठा :: यहाँ जो भविष्यवाणी करते हैं,वह सिर्फ़ बॉक्स ऑफिस के सन्दर्भ में ही होती है|
४. Indranil Bhattacharjee ........."सैल" का चैलेंज है
छोड़के बात समझदारी की ।
जोश में होश गवांकर देखो ॥
५. शिक्षामित्र बता रहे हैं
६. Vijai Mathur का क्रांति स्वर पढिए ज्योतिष और अंधविश्वास:: ज्योतिष व्यक्ति क़े जन्मकालीन ग्रह -नक्षत्रों क़े आधार पर भविष्य कथन करने वाला विज्ञान है, यह कर्मवादी बनाता है -भाग्यवादी नहीं।
७. (title unknown) के तहत
सुशील बाकलीवास पूछते हैं
क्या हम ऐसे ही हैं ? :: हम विपरित स्थिति में होते हैं तो अलग होते हैं और अधिकार वाली स्थिति में होते हैं तो अलग होते हैं ।
८. Anita को बताइए
९. mridula pradhan ने देखा फैशन शो में......... ::
औंधे मुंह गिर गयी शर्म, पल्लू बाहर रोता था, ध्वस्त हया की सिसकी पर जब , 'कैट-वॉक' होता था!!
१०. यह है
सम्वेदना के स्वर
सनसनीखेज भांडिया टेप - एक्स्क्लूसिवली इसी ब्लोग पर :: अरे तू उन टेप्स को लेकर अभी तक परेशान है...ये सब तो कैरियर का पार्ट है!!११. कुमार राधारमण बताते हैं विपश्यना से खिलता है मन का कमल :: अगर आप शरीर के तल पर, मन के तल पर और हृदय के तल पर, सब प्रकार की भावनाओं के तल पर होश में बने रहे तो आपका साक्षी-भाव परिपक्व हो जाएगा और चौथी भावदशा को उपलब्ध हो जाएंगे।
१२. वन्दना जी क्या कहा आपने, “हाँ , मैंने गुनाह किया” ::
हाँ , मैंने गुनाह किया जो चाहे सजा दे देना!!!
१३. Kirtish Bhatt, Cartoonist लेकर आए हैं
१४. anshumala पूछती हैं कही अनजाने में आप अपने शब्दों से बलात्कार पीड़ित का दर्द तो नहीं बढ़ा रहे है - - - - - - :: आशा है सभी पाठक सकारात्मक रूप से लेंगे यदि मेरी सोच में कही कोई गलती हो तो मेरा ध्यान अवश्य दिलाइयेगा!
१५. मनोज कुमार का विचार-७९ :: मोनिका तुझे सलाम! :: मोनिका ने आज जो किया, उसका यह साहस अनुकरणीय और वंदनीय है!!
१६. रेखा श्रीवास्तव लेकर आई- चोर चोर मौसेरे भाई ! :: हमें अपनौ काम करन देव और तुम अपनौ करो. हम तुम्हें न पकरहै और न तुम हमें पकरो.
१७. करण समस्तीपुरी हैं आज फ़ुरसत में …. एक समसामयिक पोस्ट .. ऐसे थे राजेंद्र बाबू :: आज फुर्सत में बैठे तो याद आया कि कल देशरत्न डॉ राजेन्द्र प्रसाद का जन्मदिवस था।
१८. देखिए यहां पर डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक (उच्चारण) का "दामाद" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री "मयंक") ::
सास-ससुर की छाती पर, बैठा रहता जामाता है।।
धूर्त भले हो किन्तु मुझे, दामाद बहुत ही भाता है।।
१९. प्रवीण पाण्डेय की खोज
२०. तिलक रेलन की प्रस्तुति खुदीराम बोस :: भारत को कुचल रहे ब्रिटिश पर जो पहला बम था, इस राष्ट्र नायक ने फैंका था!!
२१. त्रिपुरारि कुमार शर्मा लेकर आए हैं मैथिली कथाकार हरिमोहन झा के पत्र :: सिमरिया में मिलने पर चुपचाप दे दूँगा। बस कोई जाने नहीं। मेरे बाप को पता चलेगा तो खर्चा बंद कर देंगे।
२२.
shikha varshney का :: रूस की सबसे बड़ी और विश्व की तीसरी सबसे बड़ी ….!
अब चाय का क़र्ज़ भी तो निभाना होता है ना .:) बाकी चाय ब्रेक के बाद ...:)
आज बस इतना ही, अगले हफ़्ते फिर मिलेंगे।
अरे वाह.. बहुत सुन्दर चर्चा.. लाजवाब..लिंक अच्छे है.. अभी लिंक देख रही हूँ.. सादर धन्यवाद..
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा आभार.
जवाब देंहटाएंअरे वाह!
जवाब देंहटाएंआज की चर्चा तो बहुत शानदार रही!
sangathhit-susajjit charcha.achchhe links.aabhar .
जवाब देंहटाएंकई सुन्दर लिंक पढ़ने को मिलीं आपके माध्यम से।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर चर्चा ... मेरी रचना को शामिल करने के लिए शुक्रिया ...
जवाब देंहटाएंअंत में कार्टून भी बढ़िया है ....
बहुत ही अच्छे लिंक्स, आभार।
जवाब देंहटाएंसभी अच्छे लिंक जानकारी में लाने के लिये आभार...
जवाब देंहटाएंइनकी लिंक सेम विंडो में खुलने की बजाय यदि अलग विंडो में खुलने लगे तो इन्हें पढना अधिक आसान हो सकेगा ।
मेरी लिंक title unknown की बनिस्बत ब्लाग 'नजराना' और लेख 'क्या हम ऐसे ही हैं ?' के रुप में भी देखी जा सकती है ।
सभी अच्छे लिंक जानकारी में लाने के लिये आभार...
जवाब देंहटाएंइनकी लिंक सेम विंडो में खुलने की बजाय यदि अलग विंडो में खुलने लगे तो इन्हें पढना अधिक आसान हो सकेगा ।
मेरी लिंक title unknown की बनिस्बत ब्लाग 'नजराना' और लेख 'क्या हम ऐसे ही हैं ?' के रुप में भी देखी जा सकती है ।
वाह वाह आज की एक लाईना चर्चा बहुत ही शानदार रही…………काफ़ी अच्छे लिंक्स मिले……………आभार्।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर सार्थक चर्चा ...स्वागत और विदाई देते चित्र अच्छे लगे ...लिंक्स काफी मेहनत से सहेजे हैं ..आभार
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर चर्चा.
जवाब देंहटाएंmehnat ke sath prastut ki gayi sarthak charcha .mere aalekh ko charcha me sthan dene ke liye dhanywad .
जवाब देंहटाएंसुन्दर ,आकर्षक चर्चाएँ.
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा!
जवाब देंहटाएंसादर!
भाषा,शिक्षा और रोज़गार ब्लॉग की पोस्ट लेने के लिए आभार। अन्य महत्वपूर्ण पोस्टों से भी अवगत हुआ।
जवाब देंहटाएंस्वास्थ्य-सबके लिए ब्लॉग आपका आभारी है।
जवाब देंहटाएंअच्छी चर्चा। आज अचानक चर्चा मंच की पहली पोस्ट ईमेल में मिली। १८ दिसम्बर को चर्चामंच के जन्मदिवस की अग्रिम बधाई:)
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी लिंक्स |बधाई
जवाब देंहटाएंआशा