नमस्कार , आज अचानक बहुत से अखबार दिखाई दे गए ….सब आपके लिए समेट लायी हूँ …वैसे भी कभी तो मन होता ही है कि हमारी कोई रचना अखबार में भी छपे , तो आज छप गयी न ….तो देर किस बात की अखबार पर क्लिक करें और रचना का आनंद लें … तो आज की चर्चा प्रारंभ करते हैं …. शास्त्री जी की कविता से ---------- |
डा० रूपचन्द्र शास्त्री |
गिरीश पंकज |
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स्वप्न मंजूषा |
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![]() अनुपमा पाठक |
रोली पाठक |
पूर्णिमा त्रिपाठी |
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वंदना शु![]() |
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![]() राहुल यादव |
संजय चौरसिया |
![]() राम रूप पांडे |
![]() आलोकिता गुप्ता |
![]() तदात्मानं सृजाम्यहम् |
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![]() ज्ञान चंद मर्मज्ञ |
चलिए जी , सारे अखबार बाँट दिए …..अब आप धूप में बैठ कर पढ़िए आराम से ….पर कहाँ …यह अखबार तो आपको कमरे में ही बैठ कर पढ़ने पड़ेंगे ….अंतरजाल है न ….आशा है ख़बरें पसंद आई होंगी ….आपकी प्रतिक्रिया और सुझावों का इंतज़ार है ….फिर मिलते हैं , अगले मंगलवार को नयी चर्चा के साथ … संगीता स्वरुपhttp://uchcharan.blogspot.com/2010/12/blog-post_05.htmlhttp://uchcharan.blogspot.com/2010/12/blog-post_05.htmlhttp://uchcharan.blogspot.com/2010/12/blog-post_05.htmlhttp://uchcharan.blogspot.com/2010/12/blog-post_05.html |
ओह हो हो आज तो अंदाज ही नया है और खूबसूरत भी.कितनी मेहनत करती हो ?थकती नहीं?रोज नए प्रयोग सजाने के ,रोचक बनाने के ..
ReplyDeleteमान गए आपकी हिम्मत और जज्बे को.
Kya baat hai Sangeeta di, bahut badhiyaa...
ReplyDeletenaya nadaaz hai ye..
bahut shukriya..!
नए अन्दाज की यह चर्चा बहुत खूबसूरत है और सुन्दर लिंक्स से सजा है.
ReplyDeleteआपकी दृष्टि और अन्दाज निराला है
आपने तो बहुत से पत्र पत्रिकाओं से परिचित करवा
ReplyDeleteदिया | इस के लिए बधाई |
आशा
बड़ी ज़बरदस्त रही यह चर्चा तो... वाह!
ReplyDeleteनए अंदाज में जबरजस्त चर्चा.... वाह
ReplyDeleteज़बरदस्त चर्चा
ReplyDeletemeri post lagaane ki liye bahut bahut dhnyvaad
संगीता जी,
ReplyDeleteआज चर्चा मंच को आपने नए कलेवर में सजाकर प्रस्तुत किया है जो खूब निखर रहा है !
मेरी रचना को चर्च मंच में सम्मलित करने के लिए धन्यवाद !
-ज्ञानचंद मर्मज्ञ
इस चर्चा को पाकर तो चर्चामंच धन्य हो गया!
ReplyDelete--
आपकी सदाबहार चर्चा को हम सदैव याद रक्खेंगे!
मंच को सजाने-संवारने में गजब की मेहनत . ऐसा लगा -हम सबकी रचनाओं को आपने अखबारों में भी प्रकाशित करवा दिया.प्रस्तुतिकरण में भावनाओं के साथ-साथ टेक्नोलॉजी का सुंदर प्रयोग .बहुत-बहुत बधाई और आभार .
ReplyDeleteबहुत ही अच्छा प्रयोग मेहनत को ठेंगा दिखाते हुए,
ReplyDeleteआभार।
.......गालिव खयाल अच्छा है।
ReplyDeleteबहुत कमाल का प्रस्तुतीकरण है जो दांतों में ऊँगली दबाने को मजबूर कर रहा है और आँखे हैं की झपकना भूल गयी हैं. बहुत ही मेहनत की है आपने और बहुत कुछ सीखना पड़ेगा आपसे....लेकिन अगर आप सिखाएं तो......????
ReplyDeleteमेरी पोस्ट लेने के लिए आभार.
charchamuchn pe aaye sabhi doston ko akhbar me prakashit hone kee bahut bahut badhayi... :) meri rachna ko yahan shamil karne ke liye dher sara thanku....
ReplyDeleteye naya style jordar hai ek dum...
अद्भुत!
ReplyDeleteसभी पाठकों का आभार ...आपको यह प्रयोग पसंद आया ...
ReplyDelete@@ संजय धानी जी ,
आप इस मुगालते में मत रहिये की इसमें मेहनत नहीं है ...और चर्चाओं से ज्यादा मेहनत है , बस दिखाई नहीं देती ...
@@ श्याम गुप्त जी ,
अब अच्छा लगने के लिए ख़याल ही सही ...पर अच्छा तो है कि यही सोच कर खुश हों लें कि नकली ही सही पर अखबार में छपा तो सही ...शुक्रिया
adbhut....itanimehanat....iss mehanat ko mera naman...bani rahe yah pavan bhavanaa....
ReplyDeletewah dadi....aapne to sabko front page news bana diya.... ;)
ReplyDeletethanks for including me, aur aaj kaiii sari acchi rachnaayein padhne ko mili
नये अन्दाज़ की चर्चा बहुत पसन्द आयी…………जो पढे नही थे वो सब लिंक्स पढ लिये……………रोचक प्रस्तुति…………आभार्।
ReplyDeleteवाह , रचनात्मकता और उत्कृष्ट परिश्रम की पराकाष्ठा का प्रतिफल है ये चर्चा. hats off to u
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteसंगीता जी,
ReplyDeleteसर्वप्रथम मेरी रचना को चर्च मंच में सम्मलित करने के लिए धन्यवाद एवं आभार !
आज चर्चा मंच को आपने बिलकुल ही नया रूप देकर अधिक आकर्षक बना दिया है जिससे इसमें काफी निखार आ गया है.
चिट्ठों की चर्चा - अखबारों में..........
ReplyDeleteसंजो लाये आप.
andaaj kafi badhiyaa
ReplyDeleteनए अन्दाज की यह चर्चा बहुत खूबसूरत है ...
ReplyDeleteबहुत ही अच्छा प्रस्तुतिकरण है चर्चा मंच का , लिंक्स सजाने के लिए बधाई |
ReplyDeleteबहुत धन्यवाद इस प्रोत्साहन के लिए। आपका ब्लॉग देखा, आप बहुत काम करती हैं अपने ब्लॉग पर। खास बात यह कि सारा काम उम्दा है।
ReplyDeleteनए अंदाज में प्रस्तुत खूबसूरत चर्चा के लिए बधाई. मेरी रचना को चर्चा में शामिल करने के लिए धन्यवाद ...आभार
ReplyDeleteअखबार की कटिंग का पोस्ट बनाने में उपयोग भी मैंने पहली बार देखा .good
ReplyDeleteinteresting :)
ReplyDeleteमेरी रचना को चर्चा में शामिल करने के लिए धन्यवाद :)
bahut sundar prastuti!
ReplyDeleteyou inspire awe by your dedication and novelty!
regards,
वाकई शानदार ...!
ReplyDeleteबस रोमांचित हूं। जितनी सक्रियता-समर्पण से साहित्य एंव सृजन के प्रति हमारा यह मंच काम कर रहा है, उसे देख बड़ी ही उम्मीद जाग जाती है। समवेत प्रयास सदैव सार्थक परिणाम देते हैं। ऐसे प्रयासों की जितनी सराहना की जाए, कम है।
ReplyDeleteआपको मेरी कविता पसंद आयी,इसके लिए कोटिश: धन्यवाद. चर्चा मंच के साप्ताहिक काव्य मंच पर मेरी रचना छपने के लिए मैं आपका आभारी हूँ और उपकृत भी. आपके सुझाव मेरे संबल हैं .अत: कृपा बनाये रखें . यदि ब्लॉग फ़ॉलो कर सकें तो मेरे लिए अत्युत्तम होगा !
ReplyDeleteआज का चर्चा मंच तो अलग ही रूप में मिला, आ भी कई दिन बाद पायी हूँ लेकिन बहुत सी अच्छी अच्छी कविताएँ पढ़ने को मिली. इसके लिए संगीता को धन्यवाद !
ReplyDeletehats off to you ....
ReplyDeletegreat
सभी पाठकों का आभार ....बस यह एक नया प्रयोग था ....वैसे अभी इसमें कुछ अखबार की कटिंग नहीं दिख रही हैं ...पता नहीं सबको ठीक दिख रहा है या नहीं ...खैर ...मुझे कुछ सही दिख रही हैं तो कुछ की इमेज गायब है ...लेकिन आप वहाँ से लिंक पर जा सकते हैं ...असुविधा के लिए खेद है ....
ReplyDeleteपुन: आभार
इतने ब्लॉगस पढ़ना ही बड़ी बात है। इससे भी बड़ा काम चर्चा योग्य ब्लॉग छांटना। मै आपकी मेहनत और समर्पण के इस भाव को प्रणाम करता हूँ। धीरे-धीरे सभी लिंक पढ़ने का प्रयास करूंगा मगर अभी मन बहुत दुःखी है, गंगा आरती में धमाके की खबर आ रही है...ईश्वर पापियों को माफ करना वे नहीं जानते कि वे मानवता के दुश्मन हैं।
ReplyDeleteek naye kalevar me charcha ..........bahut achchha laga......मेरी रचना को चर्च मंच में सम्मलित करने के लिए धन्यवाद !
ReplyDeleteआज सच अंदाज नया रहा . काव्य को इस रूप में सजाकर आपने यहाँ भी सृजन सौष्ठव का परिचय दिया. नए ब्लोग्स से परिचय कराने के लिए शुक्रिया.
ReplyDeleteसंगीताजी
ReplyDeleteबहुत बहुत धन्यवाद चर्चामंच में कविता प्रकाशित करने के लिए!बहुत श्रेष्ठ सामग्री है इसमें...अप सभी सम्बंधित रचनाकारों को धन्यवाद एवं शुभकामनायेंवंदना
अनूठा अंदाज़, कुछ पुराने कुछ नए ब्लॉग, बहुत खूबसूरत .....चर्चा में शामिल सभी ब्लॉग जबरदस्त...
ReplyDeleteआभार!!
सुन्दर ,रोचक .धन्यवाद !
ReplyDeleteसंगीता जी,
ReplyDeleteबहुत-बहुत धन्यवाद आपका जो आपने मेरा नाम यहाँ शामिल किया|