मेरी भावनायें...में प्रकाशित
पर रची गई इस रचना को!
कीचड़ के मध्य कमल
न कीचड़ का सौभाग्य न कमल का
कमल निर्विकार अपने सौन्दर्य के साथ
एक मिसाल बनता है
कीचड़ अपने होने का दंभ भरता है...
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बाबुषा लेकर आईँ हैं!
सांस लेती है ;
तुम्हारी किताबों वाली 'शेल्फ' ;
पहले की तरह ही !
तुम्हारे पीछे ;
यहाँ - कुछ ख़त मिले हैं !
क़िताबों में फंसे से -
धडकते हुए ख़त ;...
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दिल की बातें में पढ़िए यह
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इसी से मिलती-जुलती एक पोस्ट
अंतर्मंथन पर भी है!
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अलबेला जी खुलासा कर रहे हैं इस साजिश का!
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एक प्रयास पर लेकर आयी है यह रचना!
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बिखरे मोती ब्लॉग पर!
इसके बारे में तो इतना ही कहना चाहूँगा कि- हरसिंगार के फूल से, बिखर जाएँ जब ख्वाब। |
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समीर लाल "समीर"
उड़न तश्तरी .... पर लेकर आये हैं!
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कभी-कभी गुस्सा दिखलाते।
लेकिन गाँठ न मन में रखते,
फिर संगी-साथी बन जाते।
बस्ता-तख्ती लेकर जातीं,
संग में मेरे मुन्नी-माला।
Rhythm of words... पर पारुल जी लाई हैं!
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गीत मेरे ........पर देखिए!
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जितेन्द्र त्रिवेदी को
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रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु जी की यह ध्वन्यात्मक रचना
*नील कुवलय -से *** *तुम्हारे*** *ये अधमुँदे नयन***
*कितने पावन*** *बुनते सपन** ।***...
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आज कुछ ब्लोग्स पर ''शिखा कौशिक जी''द्वारा प्रस्तुत है...
आओ विचारें आज मिलकर ये समस्याएं सभी.
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MY~LIFE~SCAN में-
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* भले ही आप कहें आहार हमारा व्यक्तिगत मामला है, जो इच्छा हो खाएँ।
पर हम मानते है, आहार मात्र व्यक्तिगत मामला नहीं है...
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-कल रात किवाड़ के पीछे लगी खूंटी पर टंगी
तेरी उस कमीज पर नजर पड़ी
जिसे तूने ना जाने कब यह कह कर टांग दिया था
कि अब यह पुरानी हो गई है.
और तब से कई सारी...
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Author: सजीव सारथी | Source: आवाज़
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| Author: Prem Prakash | Source: पूरबिया
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Author: रवीन्द्र प्रभात | Source: परिकल्पना
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Author: शिवम मिश्र | Source: Musafir....(मुसाफ़िर)
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Author: Anita | Source: मन पाए विश्राम जहाँ
सफर अब भी वह जारी है अगर दिल में मुहब्बत हो जहाँ जन्नत की क्यारी है सुकूं तारी सदा रहता यह ऐसी बेकरारी है I तेरी नजरों से जब देखा यह दुनिया भा गयी मुझको तेरे पीछे चले थे हम सफर अब भी वह जारी है I मेरे दिल का हर इक कोना भरा है तेरी यादों से जहाँ न साथ तेरा हो ऐसा इक पल भी भारी है I जमाने की निगाहों से सदा जिसने बचाया है गमों की धूप में वह नी ..
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Author: नरेश सिह राठौड़ | Source: मेरी शेखावाटी
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गैर-कामकाजी गर्भवती महिलाएं अपना और बच्चे का ख्याल अब और बेहतर ढंग से रख सकेंगी।
केंद्र सरकार का सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय जल्द ही गर्भवती महिला...
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*सामने दिख रहे हैं रिटायर्ड सब इंजीनियर लोकेन्द्र सिंह ,पीछे सफ़ेद पैंट और*
* ब्लू लाईनिंग शर्ट पहने हुए हैं जिला अधीक्षक जिन पर हमला हुआ । * *यह चित्र धटना ...
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- बात बहुत कही…बहुत सही… कह-कह कर.. सही सह-सह कर.. कही जब सही ..
ठीक कही जब कही .. कम सही कही बात... न सही सही बात ...
न कही रह गई सही - सही कही-कही भी रह...
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अँधेरे में इक दिया जलाता हूँ |
मैं रौशनी के लिए खुद को मिटाता हूँ ||
जहां सारी उम्मीदें हताश हो आयी |
वहां मैं, दुआ बन के काम आता हूँ ||
ग़मों से मुरझाई हुई...
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* बाल कविता :चन्द्रपाल सिंह यादव ' मयंक ' *
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लम्हों का सफ़र में!
तन्हा तन्हा हम रह जायेंगे,
किसे बताएँगे ग़म औ खुशियाँ
सदमा कैसे हम सह पायेंगे!....
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जज़्बात में पढ़िए यह खूबसूरत ग़ज़ल!
जेबों में अपने हर सामान रखते हैं
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sabhi rachnaye bahut sundar hai ,is bagiya ke har phool khoobsurat hai .aapke is prayas ke liye badhai badhiya
जवाब देंहटाएंबाल रचनाएँ बहुत अच्छी लगीं |अच्छी लिंक्स |नई चर्चा कार से मिलवाने के लिए धन्यवाद |
जवाब देंहटाएंमेरी पोस्ट को आज के चर्चा मंच पर शामिल करने के लिए आभार |
आशा
सुन्दर संकलन ...
जवाब देंहटाएंचर्चा में शामिल करने के लिए बहुत आभार !
charcha manch ko sajane me aap koi kasar kabhi bhi nahi chhodte hain aaj bhi aap apne karya me poorntaya safal hue hain.mere blog ''kaushal''v post ''ham kaun the kya ho gaye aur kya honge abhi''ko charcha manch par sthan dene ke liye aabhar.
जवाब देंहटाएंbahut sundar ,hardik badhai
जवाब देंहटाएंsadar
laxmi narayan lahare
आज तो बहुत विस्तृत और सुन्दर लिंक्स से सजी चर्चा लगाई है……………बहुत सुन्दर संकलन्।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर संकलन है ...आज की विस्तृत चर्चा पर अभी जाना बाकी है ... काफी कुछ एक साथ मिल गया है पढने को ... दर्शन जी का स्वागत है
जवाब देंहटाएंउम्दा ब्लोग्स का चयन ..चर्चा भी बहुरंगी .. सादर
जवाब देंहटाएंसुन्दर संकलन ...
जवाब देंहटाएंदर्शन जी का स्वागत है
चर्चा में लिए बहुत आभार !
वाह ...विस्तृत सार्थक और सुन्दर चर्चा.
जवाब देंहटाएंदर्शन जी का स्वागत है.
आज की चर्चा मंच कुछ खास है क्योकि इसमें मुझे शामिल करके शास्त्री जी ने मेरे ऊपर जो जुम्मेदारी डाली है --कोशिश करुँगी की मै इसमें सफल रहूँ--आप सबका सहयोग जरूरी है ...धन्यवाद !
जवाब देंहटाएंदर्शन जी का स्वागत ! सधी हुयी चर्चा !कुछ लिनक्स देखना बाकी है . 'कुछ पन्ने' शामिल करने के लिए आभार !
जवाब देंहटाएंanektaa mein ektaa
जवाब देंहटाएंachhee charchaa