दोस्तों
कल मदर्स डे था
तो ज्यादातर पोस्ट
माँ पर ही हैं .............फिर भी
कोशिश की है कि
कुछ अलग पोस्ट भी आप तक
पहुँचा सकूँ
- एक पैगाम
क्या व्यर्थ जा रहे हैं तारीफ में लिखे कमेण्ट ?आप सब कया सोचते
बिलकुल नहीं
फिर भी माँ नहीं बन सकती .....बेटी हूँ न
- सब कुछ कह दिया...........बाकी क्या रहा
- और हमेशा रहूँगा
- नव गीत गाकर देखिये
- शत शत नमन
- एक पहेली
- जानिए
- कब जीने देगी चैन से
- माँ को नमन
- माँ तो माँ होती है
गुनगुनाये जा
एक परिचय
ध्यान दीजिये
इसमें क्या शक है
तो क्या करती ?
एक शब्द में संसार समाया
जीने का मतलब कैसे जानूं ?
जानना कहाँ है आसान
सालारजंग म्यूजियम – पहला तल
जानिए इस बारे में
खास प्यारी माँ के लिए.....!
एक सौगात
बस तुम्हारे लिए
एक ख़्वाब ......हकीकत सा
कलाकार का स्पर्ष
करके देखिये
घबराइये मतइस ज़माने की चलन से चौंकिये मत,कीजिये कुछ, थामकर
ज़माना कब बदला है किसी के लिए
खुद को बदल ले आदमी जीने के लिए
एक बार एक बेहतरीन प्यार
अब इसके बाद क्या कहूं ?
कुछ तलाश उम्र भर पूरी नहीं होतीं
फिर भी कम नही होता
किसका?
यही तो वक्त है मनाने का
जिसकी कोई दवा नहीं
तुझे सलाम
फिर भी अकेले
आज की चर्चा को अब विराम देती हूँ
उम्मीद है पसंद आई होगी
अपने विचारों से हमें
अवगत कराकर
हमारा हौसला बढ़ाते रहिये
utkrisht ,sankalan ,sampadan, pratyek srijan ka sarthak trishtikon prabhavit kar gaya ji .bahut -bahut aabhar ji .
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर चर्चा वंदनाजी...... सभी लिनक्स बेहतरीन ...चैतन्य को शामिल करने का आभार
जवाब देंहटाएंआज के लिंक बहुत सोच-समझकर लिए हैं आपने!
जवाब देंहटाएंअधिकंश पर हो आया हूँ!
बाकी को समय मिलते ही देख लूँगा!
आभार!
सुंदर चर्चा. बेहतरीन लिंक्स. मेरी रचना को शामिल करने के लिए शुक्रिया.
जवाब देंहटाएंbadhia links ...!!
जवाब देंहटाएंabhar ...!!
वाह ! बंदना जी ...आप के इस उत्कृष्ट संकलन को देखकर ही आप की मेहनत और आपकी चयनात्मक योग्यता का परिचय मिल जाता है ! आखिर मुसाफिर भी चर्चामंच पर आ ही गया जिसके लिए आप को साधुवाद !!आज की चर्चा का आकर्षण इसकी विविधता एवं उत्कृष्टता है जिसके लिए आप के साथ साथ पूरा चर्चा मंच बधाई का पात्र है !
जवाब देंहटाएंपुनः - आभार
अच्छे लिंक्स !!
जवाब देंहटाएंsarthak charcha-achchhe links .aabhar.
जवाब देंहटाएंअच्छा लगा।
जवाब देंहटाएंसराहनीय सार-संकलन . आभार .
जवाब देंहटाएंअच्छे लिंक्स..
जवाब देंहटाएंबेहतरीन चर्चा !
सुन्दर चयन के साथ अच्छी चर्चा
जवाब देंहटाएंवन्दना जी,
जवाब देंहटाएंइसी लगन और मेहनत से हम सबका हौसला बढाती रहिये.
आभार तथा धन्यवाद सहित,
रोज की रोटी
शुक्रिया वंदना जी
जवाब देंहटाएंदोस्तों क्या आप जानते हें 4 जून को डेल्ही में बाबा रामदेव इस भ्रस्ताचार के खिलाफ एक आन्दोलन करने जारहे हे अधिक जानने के लिए ये लिंक देखें
जवाब देंहटाएंhttp://www.bharatyogi.net/2011/04/4-2011.html
नमस्कार वंदना जी,
जवाब देंहटाएंजिस किसी ने नेहा ये तुमने ठीक नहीं किया पर टिप्पणी की है, उसे मेरी तरफ से धन्यवाद दीजिएगा।
बहुत सुंदर चर्चा ... बेहतरीन लिनक्स ... मेरी रचना को शामिल करने के लिए शुक्रिया...
जवाब देंहटाएंसार्थक चर्चा....अच्छे लिंक्स
जवाब देंहटाएंसराहनीय कार्य ....आभार
ममतामयी चर्चा.बढ़िया लिंक्स .आभार
जवाब देंहटाएंबेहतर लगा आज का चर्चा मंच ...वन्दना जी !आभार !
जवाब देंहटाएंबढिया है। अच्छी चर्चा
जवाब देंहटाएंमदर्स डे पर अच्छे लिंक्स हैं. खासतौर पर अरुण चन्द्र राय की "सीधे पल्ले की साडी में " बहुत ही बेहतरीन सामयिक रचना. इतने नायाब मोती चुन लाने के लिए आपको बधाई .
जवाब देंहटाएंसुन्दर ममतामयी चर्चा.
जवाब देंहटाएंबढ़िया लिंक्स.... .आभार
I could not read all the links. Will read late night.
जवाब देंहटाएंThanks for including absurdities of 'Kuchh Panne'
शुक्रिया वंदना जी, आपने 'सोचा' मेरे'व्यथित अन्तर्मन' के लिए।
जवाब देंहटाएंमदर्स डे पर केन्द्रित आज का चर्चा मंच अच्छा लगा।
जवाब देंहटाएंमेरे ब्लॉग को सम्मिलित करने के लिए आभार।
बहुत ही खूबसूरती के साथ सजाया गया पूरे ब्लॉग को.हार्दिक शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंमनमोहक चर्चा।
जवाब देंहटाएंबहुत ही बढ़िया चर्चा
जवाब देंहटाएंविवेक जैन vivj2000.blogspot.com
meri post shamil karane ka shukriya. achchhaa sankalan.
जवाब देंहटाएंbahut badhiya....
जवाब देंहटाएंचर्चामंच से जुड़े सभी लोगों का मेरे ब्लॉग www.pradip13m.blogspot.com में सादर आमंत्रण है ।
जवाब देंहटाएंकविता के क्षेत्र में मैं बहुत मंजा हुआ तो नही हूँ पर आप सबका प्रोत्साहन, शुभकामनाएँ और मार्गदर्शन चाहता हूँ ।