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सोमवार, मई 09, 2011

तलाश कभी खत्म नही होती…………………चर्चा मंच

दोस्तों
कल मदर्स डे था 
तो ज्यादातर पोस्ट 
माँ पर ही हैं .............फिर भी
कोशिश की है कि
कुछ अलग पोस्ट भी आप तक
पहुँचा सकूँ






     एक पैगाम 
     

क्या व्यर्थ जा रहे हैं तारीफ में लिखे कमेण्ट ?आप सब कया सोचते 

 बिलकुल नहीं 

 

फिर भी माँ नहीं बन सकती .....बेटी हूँ न 

 


    सब कुछ कह दिया...........बाकी क्या रहा 
     
     और हमेशा रहूँगा 
     
    नव गीत गाकर देखिये 
     
     शत शत नमन
     
     एक पहेली
     
     जानिए 
     
    कब जीने देगी चैन से 
     
     माँ को नमन
     
     माँ तो माँ होती है
     
     
गुनगुनाये जा  



एक परिचय  

 ध्यान दीजिये 

 इसमें क्या शक है 



तो क्या करती ?



एक शब्द में संसार समाया 


जीने का मतलब कैसे जानूं ? 

 जानना कहाँ है आसान

 

 

सालारजंग म्यूजियम – पहला तल

 जानिए इस बारे में

 

खास प्यारी माँ के लिए.....! 

 एक सौगात

 

बस तुम्हारे लिए

एक ख़्वाब ......हकीकत सा 

 

कलाकार का स्पर्ष 

 करके देखिये 

 

घबराइये मतइस ज़माने की चलन से चौंकिये मत,कीजिये कुछ, थामकर

 ज़माना कब बदला है किसी के लिए 

खुद को बदल ले आदमी जीने के लिए 


 

एक बार एक बेहतरीन प्‍यार 

अब इसके बाद क्या कहूं ?

 

 कुछ तलाश उम्र भर पूरी नहीं होतीं 


इतना सोचना भी ठीक नहीं 



एक समन्दर - माँ के अन्दर 
 फिर भी कम नही होता
 किसका?
 यही तो वक्त है मनाने का
जिसकी कोई दवा नहीं


तुझे सलाम 


फिर भी अकेले



आज की चर्चा को अब विराम देती हूँ
उम्मीद है पसंद आई होगी 
अपने विचारों से हमें 
अवगत कराकर 
हमारा हौसला बढ़ाते रहिये
 

32 टिप्‍पणियां:

  1. utkrisht ,sankalan ,sampadan, pratyek srijan ka sarthak trishtikon prabhavit kar gaya ji .bahut -bahut aabhar ji .

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत सुंदर चर्चा वंदनाजी...... सभी लिनक्स बेहतरीन ...चैतन्य को शामिल करने का आभार

    जवाब देंहटाएं
  3. आज के लिंक बहुत सोच-समझकर लिए हैं आपने!
    अधिकंश पर हो आया हूँ!
    बाकी को समय मिलते ही देख लूँगा!
    आभार!

    जवाब देंहटाएं
  4. सुंदर चर्चा. बेहतरीन लिंक्स. मेरी रचना को शामिल करने के लिए शुक्रिया.

    जवाब देंहटाएं
  5. वाह ! बंदना जी ...आप के इस उत्कृष्ट संकलन को देखकर ही आप की मेहनत और आपकी चयनात्मक योग्यता का परिचय मिल जाता है ! आखिर मुसाफिर भी चर्चामंच पर आ ही गया जिसके लिए आप को साधुवाद !!आज की चर्चा का आकर्षण इसकी विविधता एवं उत्कृष्टता है जिसके लिए आप के साथ साथ पूरा चर्चा मंच बधाई का पात्र है !

    पुनः - आभार

    जवाब देंहटाएं
  6. सराहनीय सार-संकलन . आभार .

    जवाब देंहटाएं
  7. अच्छे लिंक्स..
    बेहतरीन चर्चा !

    जवाब देंहटाएं
  8. वन्दना जी,
    इसी लगन और मेहनत से हम सबका हौसला बढाती रहिये.
    आभार तथा धन्यवाद सहित,
    रोज की रोटी

    जवाब देंहटाएं
  9. दोस्तों क्या आप जानते हें 4 जून को डेल्ही में बाबा रामदेव इस भ्रस्ताचार के खिलाफ एक आन्दोलन करने जारहे हे अधिक जानने के लिए ये लिंक देखें
    http://www.bharatyogi.net/2011/04/4-2011.html

    जवाब देंहटाएं
  10. नमस्कार वंदना जी,
    जिस किसी ने नेहा ये तुमने ठीक नहीं किया पर टिप्पणी की है, उसे मेरी तरफ से धन्यवाद दीजिएगा।

    जवाब देंहटाएं
  11. बहुत सुंदर चर्चा ... बेहतरीन लिनक्स ... मेरी रचना को शामिल करने के लिए शुक्रिया...

    जवाब देंहटाएं
  12. सार्थक चर्चा....अच्छे लिंक्स

    सराहनीय कार्य ....आभार

    जवाब देंहटाएं
  13. ममतामयी चर्चा.बढ़िया लिंक्स .आभार

    जवाब देंहटाएं
  14. बेहतर लगा आज का चर्चा मंच ...वन्दना जी !आभार !

    जवाब देंहटाएं
  15. मदर्स डे पर अच्छे लिंक्स हैं. खासतौर पर अरुण चन्द्र राय की "सीधे पल्ले की साडी में " बहुत ही बेहतरीन सामयिक रचना. इतने नायाब मोती चुन लाने के लिए आपको बधाई .

    जवाब देंहटाएं
  16. सुन्दर ममतामयी चर्चा.
    बढ़िया लिंक्स.... .आभार

    जवाब देंहटाएं
  17. I could not read all the links. Will read late night.
    Thanks for including absurdities of 'Kuchh Panne'

    जवाब देंहटाएं
  18. शुक्रिया वंदना जी, आपने 'सोचा' मेरे'व्‍यथित अन्‍तर्मन' के लिए।

    जवाब देंहटाएं
  19. मदर्स डे पर केन्द्रित आज का चर्चा मंच अच्छा लगा।
    मेरे ब्लॉग को सम्मिलित करने के लिए आभार।

    जवाब देंहटाएं
  20. बहुत ही खूबसूरती के साथ सजाया गया पूरे ब्लॉग को.हार्दिक शुभकामनाएं.

    जवाब देंहटाएं
  21. चर्चामंच से जुड़े सभी लोगों का मेरे ब्लॉग www.pradip13m.blogspot.com में सादर आमंत्रण है ।
    कविता के क्षेत्र में मैं बहुत मंजा हुआ तो नही हूँ पर आप सबका प्रोत्साहन, शुभकामनाएँ और मार्गदर्शन चाहता हूँ ।

    जवाब देंहटाएं

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