चर्चाकार :यह ब्लॉगजगत एस एम् मासूम के नाम से जानता है और अमन के पैग़ाम के नाम से पहचानता भी है. सामाजिक सरोकारों से जुड़ कर काम करना अच्छा लगता है . समाज में अमन और शांति पे काम करते करते यह एह्साह हुआ कि अमन का पैग़ाम अब करने है लगा दिलों पे असर लेकिन एक चिंता भी सताने लगी कि : इमानदार इंसानों कि यह प्रजाति अब विलुप्त होने के कगार पे है तो अपना साथ कौन देगा? |
सबसे पहले तो उस ख़त कि बात हो जाए जिसे मैंने बार बार पढ़ा और यकीनन आप को भी पढना चाइये. "तुम्हारे लिए, अपने इकलौते बेटे के लिए मैंने अपना सुख-चैन किसी खराब कोने में टिका दिया। तुम्हें काबिल बनाकर मैंने संतुष्टि का अहसास किया। मैंने पाया कि जीवन का असली सुख औलाद को सुखी देखना है। |
घूमते घूमते अचानक नज़र पड़ी तो वंदना जी का आहत मन दिखा जो शायद आज के हालात से इतना आहत हुआ कि वो कह उठीं "आओ लहू का बीज बोयें लहू का खाद पानी देंऔर लहू की ही खेती करेंअब रगो मे लहू का उफ़ान कहाँवो जमीन आसमान कहाँबन्जर मरुस्थलो मे अब खिलते कँवल कहाँ चलो यारो थोडा तेरा थोडा मेरा |
वाणी गीत जी ने दी रक्षा बंधन की बहुत शुभकामनायें ...और बढाया हम सब का ज्ञान रक्षा बंधन भाई -बहन के निश्छल प्रेम का अनूठा त्यौहार है. सूनी कलाईयां और राखियाँ एक दूसरे की बाट जोहती हैं . इस पर्व को मनाये जाने की अनगिनत कहानियां हैं . |
भारतीय नारी का एक रूप ‘बहन‘ भी है और भारतीय पर्व और त्यौहारों की सूची में एक त्यौहार का नाम ‘रक्षा बंधन‘ भी है। हुमायूं और कर्मावती के बीच का प्रगाढ़ रिश्ता और राखी का मर्म |
ब्लॉगजगत कि गलियों से गुज़र ही रहा था कि अना ने का सवाल सुना सवाल क्यू करते हो? पहले तो डरा फिर हिम्मत कि और जो पढ़ा वो आप भी पढ़ें क्या ये त्यौहार केवल हिन्दू भाई बहन के लिए ही है? |
आज देश के चार बड़े राज्यों की कमान महिला मुख्यमंत्रियों के हाथ में हैं, देश की राष्ट्रपति होने का गौरव भी एक महिला को ही हासिल है और तो और भारत के प्रधानमंत्री पद की डोर (अदृश्य रुप से) भी एक महिला के ही हाथ में है अश्लील विज्ञापन और नारी सशक्तिकरण : एक मजाक |
पूजा जी का आज का एक लेख मुझे बहुत भा गया देखिये इतनी कम उम्र मैं कितनी बड़ी बात कह गयी और बता गयी divide and Rule पोलिसी हम को बाँट के हमारी ताक़त कम करके हम पे राज करने के लिए दुश्मनों की साज़िश रही है. |
खुशदीप सहगल लुट रहा है लंदन, कहां हैं स्काटलैंड यार्ड...खुशदीपकहते हैं कि हर आपदा से कुछ सीखना चाहिए...ब्रिटेन में हो रहे दंगे भी ऐसी ही आपदा है...ब्रिटेन-अमेरिका जैसे पश्चिमी देश भारत की पुलिस का इसलिए मज़ाक उड़ाते रहे हैं कि वो 26/11 |
पूजा से ले कर खुशदीप भाई तक सभी का अपना अपना अंदाज़ है लन्दन मैं हो रहे दंगो को देखने का .देखिये अनीता जी का नया अंदाज़. कोई ऐसा क्यों करेगा |
आज मुलाक़ात करवाता हूँ ऐसे घराने से जहाँ संगीत का ही बोलबाला है. जी हाँ जनाब अरविन्द मिश्रा जी को देखिये अपने पुत्र कि संगीत काला को देख कैसे खुश हो रहे हैं. सच कहूँ बहुत ही सुंदर संगीत का लुत्फ़ उठाया इस पोस्ट पे . आप भी लुत्फ़ उठाएं, |
उफ्...एक और प्रतिबंध। किसी विचार, कृति, फिल्म या अन्य प्रकार की किसी अभिव्यक्ति पर प्रतिंबध को ले कर हम इतने उतावले क्यों रहते हैं? ऐसा लगता है कि भारत बात- बात पर प्रतिबंध करने/ प्रतिबंध करवाने/ प्रतिबंध चाहने वाले लोगों का विशालकाय समूह बन कर रह गया है! |
देखिये किरण बेदी जी अपने ब्लॉग से क्या कह रही हैं? मेरा नाम अफसाना है। मैं 35 साल की विधवा हूं। मेरा आठ साल का बेटा और छह साल की बेटी है। मैं यूपी के एक गरीब मुस्लिम परिवार में पैदा हुई। मेरे शौहर हामिद कढ़ाई करते थे। उनके साथ रहकर मैंने भी कढ़ाई सीखी और उनका हाथ बटाने लगी। उनकी तबीयत ज्यादातर खराब रहती थी। एक दिन काम के दौरान उनको दिल का दौरा पड़ा और उनका इंतकाल हो गया।
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पुणे में हत्यारी पुलिस तीन लोगों की जान ले लेती है. इसी तरह के मंज़र कहीं भी देखे जा सकते हैं. मन विचलित हो जाता है यह सब देख कर. हम १५ अगस्त को अपनी आज़ादी की वर्षगाँठ मनाएंगे, लेकिन क्या सचमुच आज़ाद हो गए है? नंगे घूमने के लिए आजाद हैं, |
धार्मिक वेबसाइट का आज कल बोलबाला है. कोई नफरत फैला रहा है कोई कुरान और वेद के गलत मेने समझा रहा है. मकसद केवल लोगों को गुमराह करना और धर्म के नाम पे इंसानों के दिलों मैं एक दूसरे के लिए नफरत भरता हुआ करता है. जब भी कोई धार्मिक वेबसाइट पे जाएं तो यह अवश्य जांच लें कि उसको चलाने वाला कौन है और क्या दे रहा है. इज्ज़त और ज़िल्लत का फर्क समझना होगा |
रक्षा बंधन की बहुत शुभकामनायें
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शनिवार, अगस्त 13, 2011
"अब विलुप्त होने के कगार पे है" (चर्चा मंच-605)
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एक मुख़्तसर सी चर्चा में आपने बहुत साफ़ सुथरे लिंक्स समेट लिए हैं .
जवाब देंहटाएंइनमें इंसानियत को पेश आने वाली मुश्किलों का ज़िक्र भी है और उनका हल भी मौजूद है .
इस पूरी चर्चा को हम साभार शामिल कर रहे हैं
'ब्लॉगर्स मीट वीकली' में .
शुक्रिया !
बहुत ही सन्तुलित और दमदार चर्चा...बधाई
जवाब देंहटाएंरक्षाबंधन की आपको बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं !
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी प्रस्तुति है!
जवाब देंहटाएंरक्षाबन्धन के पुनीत पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएँ!
अच्छी चर्चा , आभार
जवाब देंहटाएंआज इस पावन पर्व के अवसर पर बधाई देता हूं और कामना करता हूं कि आपकी कलाई पर बंधा रक्षा सूत्र हर समय आपकी रक्षा करें।
जवाब देंहटाएंअच्छा संकलन.
जवाब देंहटाएंआभार .
बढ़िया विषयों के साथ सार्थक चिंतनशील चर्चा प्रस्तुति के लिए आभार!
जवाब देंहटाएंसभी सम्मानीय चर्चाकारों और ब्लोग्गर्स को रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनायें.
बहुत सुन्दर लिंक संयोजन्।
जवाब देंहटाएंआपको भी रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनायें।
बहुत अच्छी प्रस्तुति है!
जवाब देंहटाएंरक्षाबन्धन के पुनीत पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएँ!
सुन्दर चर्चा..
जवाब देंहटाएंनए links प्रदान करने हेतु हार्दिक धन्यवाद .Kiran बेदी जी के ब्लॉग का लिंक प्रदान करने हेतु विशेष रूप से आभार .''bhartiy नारी '' से अनवर जमाल जी की महत्वपूर्ण पोस्ट का लिंक यहाँ dene हेतु हार्दिक धन्यवाद .
जवाब देंहटाएंचर्चा लोगों को पसंद आयी इस का शुक्रिया . मैं कभी भी ब्लॉगर का नाम देख के चर्चा मैं कोई लेख़ शामिल नहीं करता बल्कि मैं लेख़ कैसा है इसी देख के चर्चा मैं शामिल करता हूँ.
जवाब देंहटाएंसुन्दर से सूत्र पिरो लाये हैं।
जवाब देंहटाएंबढिया चर्चा, अच्छे लिंक... और अंतिम वाक्य सिर-आंखों पर॥
जवाब देंहटाएंउम्दा प्रस्तुति....
जवाब देंहटाएंसही कहा मासूम भाई,
जवाब देंहटाएंईमानदारी भी डायनासॉर की तरह है...इतने साल पहले विलुप्त हो गए लेकिन याद अब भी किए जाते हैं...
मेरी पोस्ट का लिंक देने के लिए शुक्रिया....
जय हिंद...
अच्छे लिंक्स...
जवाब देंहटाएंचर्चा में पोस्ट को स्थान दिए जाने के लिए आभार !