दोस्तों मैं चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’ फिर हाज़िर हूँ चर्चामंच पर रंगबिरंगी चर्चा के साथ। जब से अन्ना जी ने अनशन-स्थगन का ऐलान किया है, सम्पूर्ण भारत जश्न में डूब गया। भ्रष्टाचार के विरुद्ध जीत का यह आभास अथवा अन्ना जी के शब्दों में 'आधी जीत' जन-मानस में नये जोश और रक्त का संचार कर गई। आग़ाज़ तो अच्छा हुआ अंजाम देखिए...ख़ैर सब कुछ अच्छा ही हो...आमीन
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अब चलते हैं चर्चा की ओर-
अब चलते हैं चर्चा की ओर-
- "बेचैन आत्मा" भाई देवेन्द्र पाण्डेय जी को 'बड़ा मज़ा आयल'...बधाई पाण्डेय जी!
- "ram ram bhai" 'संसद को इस पर भी विचार करना चाहिए'...अवश्य करना चाहिए पर लड़ाई-झगड़े (आरोपों-प्रत्यारोपों) से फ़ुरसत मिले तब न!
- "सुनहरी कलम से" भाई जयकृष्ण राय तुषार जी प्रस्तुत कर रहे हैं 'लोकप्रिय कवि दुष्यन्त कुमार की ग़ज़लें'...बहुत-बहुत धन्यवाद तुषार जी!
- भाई रविकर जी को "कुछ कहना है" : 'बधाई देश वासियों'...भई संकोच क्यों कर रहे हैं इतनी अच्छी बात कहने में? आपको भी बधाई!
- "राजभाषा हिन्दी" पर 'मानव सेवा प्रेरक प्रसंग–1'...इससे बड़ा और कौन सा धर्म हो सकता है? मनोज जी! ऐसे प्रसंगों के माध्यम से हम सभी को प्रेरित करते रहें, आपकी यह सेवा भी अनूठी है
- 'महंगाई के चूहे' का नाक़ाबिले नज़रंदाज नज़ारा नज़्र कर रही हैं रश्मि गौड़ जी
- "नवगीत" पर शम्भूनाथ सिंह का गीत 'समय की शिला पर' लेकर आए हैं डॉ. व्योम जी...धन्यवाद जी!
- "शाश्वत शिल्प" पर महेन्द्र वर्मा जी बड़े जोशोखरोश से वाहवाही दे रहे हैं...'अन्ना दादा, वाह!'...भई जज़्बा हो तो ऐसा
- "हिन्दी भाषा और साहित्य" पर शालिनी पाण्डेय जी प्रस्तुत कर रही हैं ज्ञानवर्द्धक आलेख- 'हिन्दी की विकास-यात्रा एवं उसका उत्स आदिकाल : एक विश्लेषण'---शालिनी जी! हिन्दी को प्रशस्त करने के लिए किए गये आपके प्रयास स्तुत्य हैं...धन्यवाद और बधाई
- "मनोज ब्लॉग" पर 'भारतीय काव्यशास्त्र – 81' - आचार्य परशुराम राय...भाषा-साहित्य पर आचार्य जी का अवदान भुलाया नहीं जा सकता
- "ग्राम चौपाल" पर 'लोकतन्त्र की जीत और मीडिया' विषय पर एक प्रस्तुति अशोक बजाज जी की
- दिनेश की दिल्लगी, दिल की सगी...अ-प्रस्ताव के बाद---
- "तिमिर-रश्मि" पर डॉ. विजय द्वारा किए गये 'मंथन' से क्या निकला क़ाबिले-ग़ौर है
- 'बहुरुपिया भ्रष्टाचार : एक गम्भीर चुनौती' यह है स्वराज्य करुण के "दिल की बात"
- "अरशद के मन से" '2nd हैण्ड जूता..'
- "पलाश"...'आखिर क्यों हो रही है कसमकसाहट ???'
- "दुनाली"...'अब राइट टू रिजेक्ट और राइट टू रि-कॉल की जरूरत'...वाकई!
- कुश्वंश की "अनुभूतियों का आकाश" : 'जाग रहा है देश'...ऐसी ही अनुभूति सबको हो रही है कुश्वंश जी!
- "आस अभी भी प्यास अभी भी" 'किससे मैं उम्मीद करूँ' संकर्षण भाई! ऐसे निराश नहीं होने का जब आस अभी भी हो
- 'कांग्रेस छोड़ सभी दलों ने राजीव गांधी के हत्यारों की फांसी को रोकने की मांग की'- पत्रकार-अख्तर खान "अकेला"
- "मेरी छोटी सी दुनिया" पर 'महुवा घटवारन से ठीक पहले' -PD
- क्या बतलाएँ दुनिया वालों! क्या-क्या देखा है हमने ...! "अनवरत" 'सच के ठाठ निराले होंगे' यह कहना है दिनेश राय द्विवेदी जी का...सही है भाई सच के ठाठ निराले ही होते हैं
- 'मिली आधी आजादी है' डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' उच्चारण
- 'हम दोनों के बीच' की बात कर रही हैं अंजू जी anu "अपनो का साथ" पर
- "मेरी बातें" पर रेखा जी प्रस्तुत कर रही हैं 'एक नई सोच का आगाज़'...अंजाम भी देखेंगे
sarthak charcha badhia links...
जवाब देंहटाएंabhar..
सामयिक और सार्थक चर्चा।
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को थान देने के लिए आभार।
पठनीय चर्चा।
जवाब देंहटाएंसार्थक चर्चा।
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को थान देने के लिए आभार
अरे वाह!
जवाब देंहटाएंदेख के चर्चा फिर से हमके...बड़ा मजा आयल।
..आभार।
बहुत सुन्दर चर्चा ||
जवाब देंहटाएंबधाई गाफिल जी ||
बहुत सुन्दर चर्चा ||
जवाब देंहटाएंबधाई गाफिल जी |
बहुत सुन्दर चर्चा ||
जवाब देंहटाएंबधाई गाफिल जी |
बहुत ही अच्छे लिंक्स ... आभार इस बेहतरीन प्रस्तुति का ।
जवाब देंहटाएंज़नाब गाफिल साहिब!
जवाब देंहटाएंआपने अच्छे लिंकों के साथ स्तरीय चर्चा की है।
आभार।
सार्थक चर्चा ..........मेरी पोस्ट को चर्चा में शामिल करने के आपका बहुत -बहुत धन्यवाद
जवाब देंहटाएंसार्थक चर्चा।
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छे लिंक्स दिये हैं आपने ..
जवाब देंहटाएंश्री गाफिल जी ,
जवाब देंहटाएंसार्थक व सराहनीय चर्चा ,
ग्राम चौपाल को चर्चा मंच में शामिल करने के लिए आभार .
चर्चा मंच के सभी पाठकों को सोमवती अमावस्या एवं पोला पर्व की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं .
achchhi charcha. thanks.
जवाब देंहटाएंअच्छी चर्चा !!
जवाब देंहटाएंसटीक व सार्थक चर्चा।
जवाब देंहटाएंpratham...dheron badhaiyan sundar prastuti ke liye..
जवाब देंहटाएंmeri rachna ka chayan aapki chrche me ek sukhad anubhuti diya..
aapka dhanywad.
आपका लिंक चयन निश्चित ही तारीफ़ के क़ाबिल है।
जवाब देंहटाएंआप गाफ़िल नहीं हैं, सारे अच्छे लिंक तो पकड ही लिए :)
जवाब देंहटाएंAas aur paas to hamesha bani rehni chahiye nirasha ke kshano me... Aur nirasha to jeevan ka ek ang hai, sukh dukh to aate jaate rahte hain, unse bach kar kahaan jaoge! :)
जवाब देंहटाएंMeri rachna ko yahaan sammilit karne ke liye aapka haardik dhanyawaad!
संयत और स्तरीय चर्चा...धन्यवाद और बधाई
जवाब देंहटाएंsundar links...sundar charcha
जवाब देंहटाएंआप सभी कद्रदानों का बहुत-बहुत आभार तथा धन्यवाद
जवाब देंहटाएंविविध रूपा नारी सी मनभावन ,मौजू सजाई आपने मंच सज्जा चर्चा मंच की .आभार ,
जवाब देंहटाएंसोमवार, २९ अगस्त २०११
क्या यही है संसद की सर्वोच्चता ?
http://veerubhai1947.blogspot.com/
आदरणीय मिश्र जी आपका बहुत बहुत आभार हमारी पोस्ट को शामिल करने के लिए |मैं बाहर था इसलिए धन्यवाद देने में देर हो गयी |
जवाब देंहटाएंआदरणीय मिश्र जी आपका बहुत बहुत आभार हमारी पोस्ट को शामिल करने के लिए |मैं बाहर था इसलिए धन्यवाद देने में देर हो गयी |
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