मित्रों!
बुधवार की चर्चा में सभी को नमस्कार!
मैं हिन्दी ब्लॉगिस्तान में घूमते-घूमते पहुँचा ब्लॉग की ख़बरें पर और मैं भी हुंकार के विनीत कुमार को जन्म दिन पर मुबारकबाद देने पहुँच गया! इसके बाद मैंने अपना रुख किया कागज मेरा मीत है, कलम मेरी सहेली...... का ओर तो वहाँ पर त्रिवेणी बह रही थी तो लगे हाथ विनीत कुमार को जनमदिन की शुभ कामनाएँ दे दी! अब देखा कि इतिहास तमाशबीनों का नहीं होता…! बहुत ही दुःख हुआ यह जानकर कि शेहला मसूद की हत्या एक शर्मनाक एवं कायर कृत्य है ।खैर कोई बात नहीं वह दिन खुदा करे कि तुझे आजमायें हम.'' इसके आगे किस्सा-कहानी में पाया कि करत-करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान... मगर आप टिप्पणी को बोल्ड और इटालिक दिखाने के लिए कोड का भी इस्तेमाल करना सीख लीजिए। अब अन्ना हजारे-के बारे में युवा दखल पर पढ़ा अन्ना पर एक अलहदा विचार.... " हाक थू ..मुजरेवाली इस पुलिश पर | " लेकिन बुरा न मानो आखिर हम भी स्वतंत्र है ! एक 'ग़ाफ़िल' से मुलाक़ात याँ पे हो के न हो ! क्या सोनिया गांधी आज की अवांछनीय परिस्थितियों से बचने के लिए ही सही जहाज को बन्दर पर जाने की अनुमति दे दी गई अब मैं सोचने लगा कि क्या हमारे देश को "मिलिट्री रुल " की ज़रुरत है?
ये जिंदगी भी ,रहस्य है ! नियामकों तुम इसका फल पाओगे ! हमने देखे हैं बहुत दोस्त और दुश्मन भी, * *किन्तु काँटों से बड़ा कोई पड़ोसी न मिला।* *दूर घाटी में चहकते हुए इन फूलों को, * *संग और साथ निभाने को हितैषी न मिला! कांग्रेस सत्ता छोडो लोकतंत्र का गला ना घोंटो! खैर! कोई बात नहीं जी! अंधे ताऊ महालाज धॄतराष्ट्र....तानून मंत्री लामप्याले...और मिस समीला टेढी...? मगर क्या करें जी-सड़ियल सिस्टम कानखजूरा हो गया है,दो-चार टांग तोड़ने से वो लंगड़ा होने वाला नही!देश का खून चूसते ही रहेगा! -अब तो यही कहेंगे कि उठो नौजवानों सोने के दिन गए ......! अन्त में देशनामा वाले खुशदीप बता रहे हैं-"16 अगस्त...मेरे ब्लॉगिंग के दो साल..." लगे हाथों इनको भी बहुत-बहुत बधाई देता हूँ और इस कार्टून के साथ आज की चर्चा को विराम देता हूँ!
बुधवार की चर्चा में सभी को नमस्कार!
मैं हिन्दी ब्लॉगिस्तान में घूमते-घूमते पहुँचा ब्लॉग की ख़बरें पर और मैं भी हुंकार के विनीत कुमार को जन्म दिन पर मुबारकबाद देने पहुँच गया! इसके बाद मैंने अपना रुख किया कागज मेरा मीत है, कलम मेरी सहेली...... का ओर तो वहाँ पर त्रिवेणी बह रही थी तो लगे हाथ विनीत कुमार को जनमदिन की शुभ कामनाएँ दे दी! अब देखा कि इतिहास तमाशबीनों का नहीं होता…! बहुत ही दुःख हुआ यह जानकर कि शेहला मसूद की हत्या एक शर्मनाक एवं कायर कृत्य है ।खैर कोई बात नहीं वह दिन खुदा करे कि तुझे आजमायें हम.'' इसके आगे किस्सा-कहानी में पाया कि करत-करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान... मगर आप टिप्पणी को बोल्ड और इटालिक दिखाने के लिए कोड का भी इस्तेमाल करना सीख लीजिए। अब अन्ना हजारे-के बारे में युवा दखल पर पढ़ा अन्ना पर एक अलहदा विचार.... " हाक थू ..मुजरेवाली इस पुलिश पर | " लेकिन बुरा न मानो आखिर हम भी स्वतंत्र है ! एक 'ग़ाफ़िल' से मुलाक़ात याँ पे हो के न हो ! क्या सोनिया गांधी आज की अवांछनीय परिस्थितियों से बचने के लिए ही सही जहाज को बन्दर पर जाने की अनुमति दे दी गई अब मैं सोचने लगा कि क्या हमारे देश को "मिलिट्री रुल " की ज़रुरत है?
ये जिंदगी भी ,रहस्य है ! नियामकों तुम इसका फल पाओगे ! हमने देखे हैं बहुत दोस्त और दुश्मन भी, * *किन्तु काँटों से बड़ा कोई पड़ोसी न मिला।* *दूर घाटी में चहकते हुए इन फूलों को, * *संग और साथ निभाने को हितैषी न मिला! कांग्रेस सत्ता छोडो लोकतंत्र का गला ना घोंटो! खैर! कोई बात नहीं जी! अंधे ताऊ महालाज धॄतराष्ट्र....तानून मंत्री लामप्याले...और मिस समीला टेढी...? मगर क्या करें जी-सड़ियल सिस्टम कानखजूरा हो गया है,दो-चार टांग तोड़ने से वो लंगड़ा होने वाला नही!देश का खून चूसते ही रहेगा! -अब तो यही कहेंगे कि उठो नौजवानों सोने के दिन गए ......! अन्त में देशनामा वाले खुशदीप बता रहे हैं-"16 अगस्त...मेरे ब्लॉगिंग के दो साल..." लगे हाथों इनको भी बहुत-बहुत बधाई देता हूँ और इस कार्टून के साथ आज की चर्चा को विराम देता हूँ!
Bahut sundar charcha aur bahut umda links.
जवाब देंहटाएंMera bhi blog dekhe-
मेरी कविता
अच्छा प्रयास है .....!
जवाब देंहटाएंमोतियों से बनी माला।
जवाब देंहटाएंचुनिन्दा लिंक्स तक पहुँचाने के इस उत्तम प्रयास हेतु आभार...
जवाब देंहटाएंचर्चा शानदार है और अंत का कर्टून बहुत कुछ कह गया।
जवाब देंहटाएंसूक्ष्म मगर ढेर सारे बढ़िया लिंकों के साथ सुन्दर चर्चा के लिए आपका आभार !
जवाब देंहटाएंsabhi link acche hai , aabhar
जवाब देंहटाएं" arunesh bhai ...bahut hi shandar charcha lekar aaye hai ...ek se badhkar ek behatarin links aap lekar aaye hai ... umda charcha ."
जवाब देंहटाएं" mere blog ki link ko sthan dene ke liye tahe dil se sukriya sir "
Bahut sundar charcha aur bahut badiya links.
जवाब देंहटाएंsarthak post .aabhar
जवाब देंहटाएंअच्छे लिंकों से युक्त सार्थक पोस्ट !!
जवाब देंहटाएंकुछ नए लिंक के लिए धन्यवाद
जवाब देंहटाएंचर्चा शानदार है और अंत का कर्टून बहुत कुछ कह गया।
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा।
जवाब देंहटाएंअच्छे लिंकों से युक्त सार्थक पोस्ट !!
जवाब देंहटाएंअच्छे लिंकों से युक्त सार्थक पोस्ट
जवाब देंहटाएंमेरी ब्लॉगपोस्ट को स्थान देने के लिए आभार .
नए अंदाज़ में अच्छे लिंकों से सुसज्जित अच्छी चर्चा !
जवाब देंहटाएंaapki charcha ka andaz behad bhaya..kam shabdon mein bahut kuch
जवाब देंहटाएंआज की चर्चा का शीर्षक भी अच्छा और और इसमें शामिल कार्टून भी सच्चा।
जवाब देंहटाएंआज हालत यही है कि चोर सीनाज़ोर है और नेकी की बात कहने वाले के लिए जेल तैयार है। हर तरफ़ पैसे की पूजा हो रही है।
आपकी आज की चर्चा एक अलग ही लुत्फ़ दे रही है।
बढ़िया लिंक्स के साथ शानदार चर्चा रहा!
जवाब देंहटाएंअच्छी चर्चा
जवाब देंहटाएंअच्छी चर्चा
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर चर्चा बधाई
जवाब देंहटाएंबढ़िया लिंकों के साथ सुन्दर चर्चा
जवाब देंहटाएंआकर्षक चर्चा ,आभार
जवाब देंहटाएंअच्छी चर्चा !
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