आज की चर्चा में आप सबका हार्दिक स्वागत है
चर्चा मंच पर एक तरफ 600 से अधिक चर्चाएँ प्रस्तुत की जा चुकी हैं तो दूसरी तरफ इसके अनुसरण कर्ताओं की संख्या भी 600 का आंकड़ा पार कर चुकी है . यह इस मंच की महानता है और इससे जुड़े हर शख्स को इस पर गर्व होगा . आशा है यह मंच इसी तरह प्रगति पथ पर बढ़ता रहेगा .
अब चलते हैं चर्चा की ओर
सबसे पहले गद्य रचनाएँ
- लघुकथाओं में प्रेम को परिभाषित कर रहे हैं उमेश कुमार चौरसिया.
- परिकल्पना ब्लोगोत्सव पर है कन्या शिशु की पीड़ा का ब्यान करती प्रीत अरोड़ा की कहानी संयोग.
- कहानी संग्रह पहचान की समीक्षा पढ़िए ब्लॉग कलम पर.
- एक नज़र इतिहास के पन्नों पर
- गाँधी जी की द. अफ्रीका की यात्रा का वृत्तांत पढ़िए विचार ब्लॉग पर.
- चिन्तन विषय पर चिंतन कर रहे हैं केवल राम .
- अजित गुप्ता जी सुना रही हैं रेल यात्रा का अनुभव.
- भारत रत्न किसे मिलना चाहिए, पढ़िए व्यंग्यलोक पर.
- भारत में बात को रफा-दफा करने का तरीका बताया जा रहा है हास्यफुहार ब्लॉग पर .
- मैं बड़ा तू छोटा --- यही तो सोचते हैं सब , ऐसा ही बता रही हैं डॉ. मोनिका शर्मा जी.
- छह अंधे और हाथी का प्रसंग के माध्यम से सभी दृष्टिकोणों का महत्व प्रतिपादित किया गया है ब्लॉग सुबोध पर .
अब बात करते हैं पद्य रचनाओं की
- मित्रता दिवस पर दोहे प्रस्तुत कर रहे हैं मनोज अबोध जी .
- दोस्ती का अजब अंदाज़ -- शब्दों का उजाला ब्लॉग पर.
- हुस्न की बातें करो,अंदाज़ की बातें करो----- ग़ज़ल कह रहे हैं आनन्द द्विवेदी जी.
- हमजुबान ब्लॉग पर हैं श्रद्धा जैन की गज़लें .
- 1050 वीं पोस्ट आई है उच्चारण ब्लॉग पर ,एक सुंदर ग़ज़ल के रूप में.
- नाबाद शतक बना चुके हैं देवेन्द्र गौतम जी और अनामिका जी.
- वन्दना सिंह का कहना है --- पतझड़ में कुछ फूल खिले रह गए .
- दूर है जो उसका दर्द सता रहा है अंजना जी को .
- प्रशांत जी कह रहे हैं -----कुछ अश्क तुम्हारे दिए हुए ,कुछ ख्वाब थे मेरे अनछुए.
- निवेदिता जी बता रही हैं सूखे आँसुओं की तासीर .
- एक पहिए पर तो करतब दिखाए जाते हैं चलने के लिए कम-से-कम दो पहिए चाहिए ही --- ऐसा ही संदेश दे रही हैं रश्मि प्रभा जी .
- मीनाक्षी पन्त जी बात कर रही हैं सकारात्मक सोच की.
- हर सुबह अख़बार देता है कुछ शगुन ---- कौन से शगुन हैं ये , जरा देखिएगा
- कविताबाज़ी ब्लॉग पर हैं कुछ व्यंग्यात्मक क्षणिकाएँ.
- कटुभाषिणी पत्नी से बचने का तरीका बता रहे गाफिल जी.
सन्तुलित और सहज पठनीय लिंकों से सजी हुई बढ़िया चर्चा!
जवाब देंहटाएंआभार!
बढ़िया संकलन ...
जवाब देंहटाएंआभार !
सुंदर चर्चा...अच्छे लिंक दिये हैं आपने
जवाब देंहटाएं...........धन्यवाद दिलबाग जी
aap ka sab se sundar muje laga ki padane ke badh rang change ho jatha hai
bahut hi sundar lagatha hai
hame patha rahatha ki kaha tk pade
baad may behi padh sakathi hai nahi to vah fer se dekhna padtha hai
thanks
दिलबाग जी ..
जवाब देंहटाएंगद्य और पद्य दोनों का बढ़िया संकलन...
बढ़िया चर्चा......!!
abhar.
vicharon ,rachnaon kr sunder prvahmayi sangam men dubakiyan lagana anandmayi hai . sunder prayas
जवाब देंहटाएंsamma yogya .... dhanyavad ji
बोधगम्य चर्चा!! सभी लिंक पढ़ने को विवश करती चर्चा। शानदार प्रस्तुतिकरण!!
जवाब देंहटाएं"सुबोध" पर आलेख को सम्मलित करने के लिए आभार
bahut khub ....akhtar khan akela kota rajsthan
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया चर्चा .. अच्दे लिंक्स मिले !!
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छे लिंक्स और बेहतरीन चर्चा के लिये आभार ।
जवाब देंहटाएंबहुत ही संतुलित चर्चा...बधाई
जवाब देंहटाएंसुंदर है यह चर्चा।
जवाब देंहटाएं------
ऑटिज्म और वातावरण!
ब्लॉग के लिए ज़रूरी चीजें!
badhiya links
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर संकलन! शानदार चर्चा रहा !
जवाब देंहटाएंबढ़िया संकलन ......आभार !
जवाब देंहटाएंबहुत से लिंक पढने को मिले ..शुक्रिया सुबह के शगुन को यहाँ लेने के लिए
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा।
जवाब देंहटाएंअच्छे लिंक्स का संकलन किया है .....हमारी पोस्ट को जगह देने के लिए आपका आभार
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर लिंक्स, एक से बढ़कर एक, चर्चा मंच की प्रतिष्ठा के अनुरूप !! मेरी रचना शामिल करने के लिए अलग से धन्यवाद !
जवाब देंहटाएंबहुत - बहुत शुक्रिया दोस्त हमारी रचना को यहाँ तक लाकर आपने हमें सम्मान दिया उसके लिए मैं आपकी शुक्रगुजार हूँ दोस्त |और भी बहुत से लिंक्स है समय मिलते ही पढ़ने कि कोशिश करुँगी धन्यवाद |
जवाब देंहटाएंगागर में सागर भर दिया है भाइ दिलबाग विर्क ने- और सागर की एक बूंद ‘कलम’ की भी जोड़ दी है, आभारी हूँ॥
जवाब देंहटाएंBAHUT ACHCHE DHANG SE SAJAAYAA AAPNE CHARACHA MANCH.BAHUT SAARE LINKS SE PARICHAY KARAAYAA.USKE LIYE THANKS.BADHAAI AAPKO ITANA ACHCHA CHARCHA MANCH SAJAANE KE LIYE.
जवाब देंहटाएंसुंदर और रोचक चर्चा....
जवाब देंहटाएंbadiyaa charcha :)
जवाब देंहटाएंDilbaag ji saahityabhivadan
जवाब देंहटाएंaapka bahut bahut shukriya jo apne meri kshanikaa ko apne charcha manch me prastut kiya bahut bahut dhanyawad aapka
kuchh link hi padh payi.
जवाब देंहटाएंmeri rachna ko sthan dene ke liye aabhar.
अनुशासित चर्चा।
जवाब देंहटाएंSunder Charcha...Shamil karne ka aabhar...
जवाब देंहटाएंअच्छे लिंक्स का संकलन ,आभार !
जवाब देंहटाएंसावन तूने निराश किया , धरती को उदास किया .
http://www.ashokbajaj.com/2011/08/blog-post_11.html
सुंदर संकलन के साथ पोस्टोँ के लिंक का अच्छा समन्वय है
जवाब देंहटाएंसुन्दर सूत्र पिरोये हैं आपने।
जवाब देंहटाएंबड़े सुन्दर लिंक्स...
जवाब देंहटाएंसादर आभार...