आज की चर्चा में आप सबका हार्दिक स्वागत है
आज 18 अगस्त है , यानी स्वतन्त्रता दिवस बीते तीन दिन हो गए हैं , जिन्दगी अपनी पटरी पर लौट आई है और देश की याद अब 26 जनवरी को आएगी . स्वतन्त्रता दिवस ,गणतंत्रता दिवस मनाने से ही क्या हमारे कर्तव्यों की इतिश्री हो जाएगी . क्या इन मौकों पर हमें देश हित में कुछ प्रण नहीं लेने चाहिए ? सोचिए और साथ ही देखिए आज की चर्चा.
चलिए चर्चा की ओर
चलिए चर्चा की ओर
- सोने की चिड़िया का हाल बता रहे हैं आदर्श कुमार पटेल
- आज़ादी का मन्तव्य क्या है ? --- पूछ रही हैं प्रीत अरोड़ा जी.
- अमेरिका में रह रहे भारतीय और पाकिस्तानी दोस्त के माध्यम से कुछ सवाल उठाएं हैं उमेश अग्निहोत्री जी ने कहानी लकीर में.
- विदेश का चक्कर लगाते ही देश की हर बात बुरी लगने लगती है --- इसी सच से रु-ब-रु करवाती कहानी प्रवासी पुत्र .
- सुनील कुमार जी लघुकथा में बयान कर रहे दिहाड़ीदार मजदूर के प्रति मालिक की संवेदना
- आज़ादी के बाद से आज तक के भारतीय क्रिकेट से जुड़े पहलू दिखाए गए हैं ब्लॉग दखलंदाजी पर.
- शम्मी कपूर को याद कर रहे हैं प्रेम प्रकाश .
- देखिए सफर रंग दे बसंती चोला से चोली के पीछे क्या है तक.
- डॉ अनवर जमाल बता रहे हैं बड़ा ब्लोगर बनने के नुस्खे , जरूर सीखिएगा और यथाशीघ्र अपनाईगा मेंढक शैली.
- सतीश पंचम ने शायद फोन टेप किया है , यकीन नहीं आता तो खुद देखिए
कुछ पद्य रचनाएं -----
- कैसी आज़ादी ----- हाइकु के माध्यम से पूछ रही हैं डॉ. हरदीप संधू.
- कीमती आज़ादी को सम्भालने के लिए कह रही हैं शिखा कौशिक जी.
- आज़ादी का गीत सुना रही हरकीरत हीर जी.
- वतन से दूर हैं ,लेकिन वतन को याद कर रही हैं भावना कुँवर जी
- माँ धरती है , अम्बर है , नदिया है , समन्दर है ---- माँ क्या है देखिए सदा ब्लॉग पर.
- ब्लॉग सुनहरी कलम से --- पर मौजूद हैं वाजदा खान की कविताएँ.
- जन्म दिवस पर कविता कह रही हैं अनीता जी.
- अक्षय-मन कह रहे हैं मैं टुकड़ों से बना हूँ .
- अन्ना हजारे को गाँधी का अवतार कह रहे हैं डॉ. मयंक जी .
- प्रधानमन्त्री को निर्दोष मान रही हैं कनुप्रिया गुप्ता जी!
- वटवृक्ष पर है गुंजन अग्रवाल की कविता मैं.
- सरोकार ब्लॉग इनकार कर रहा है नागार्जुन को कवि मानने से.
- दीप्ती शर्मा को मिली थी कभी जिन्दगी मुस्कराकर .
- प्रसिद्ध मंचीय कवि योंगिन्द्र मुदगिल आज के हालातों पर कह रहे हैं दो मुक्तक.
- हवा , फूल , दिनकर और पक्षियों से मनुहार कर रहे हैं बबन पांडे
अंत में देखिए ज्ञान की कुंजी
सुप्रभात , श्री दिलबाग जी ! आपका प्रयास सफल है /बधाईयाँ ,सुंदर सृजन का सम्मलेन ,सुखद एवं प्रभावकारी है ,विभिन्न आयामों की रचनाएँ ,मुखरता को स्थान दे रही हैं ..
जवाब देंहटाएंसाधुवाद जी /
बहुत बढ़िया ....! विषय आधारित चर्चा के लिए ..!
जवाब देंहटाएंआज की चर्चा बहुत सुन्दर और संयत लिंकों के साथ सजाई है भाई दिलबाग विर्क जी ने!
जवाब देंहटाएं--
हमारे शुक्रवार के चर्चाकार श्री दिनेश चन्द्र गुप्ता "रविकर" जी का कोई अता पता नहीं मिल रहा है!
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अगर शाम तक उनकी लोकेशन स्पष्ट नहीं हुई तो चर्चा तो मैं लगा ही दूँगा!
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रविकर जी अगर आज की चर्चा देख रहें हों तो मुझे मेरे मेल, गूगलचैट या चलभाष पर सम्पर्क करने की कृपा करें!
आपका शुक्रिया कि आपने बड़ा ब्लॉगर बनने के लिए हमारे नुस्ख़ों को कारगर बताया है।
जवाब देंहटाएं♥ आज रात इसी विषय पर एक और लेख लिखा है जिसे पढ़ने के बाद आदमी भूल जाए यह नामुमकिन है , देखिए
डिज़ायनर ब्लॉगिंग के ज़रिये अपने ब्लॉग को सुपर हिट बनाईये Hindi Blogging Guide (26)
आपका शुक्रिया इस सम्मानित मंच पर हमारे ब्लॉग का ज़िक्र करने के लिए.
सुंदर चर्चा...अच्छे लिंक दिये हैं आपने
जवाब देंहटाएं...........धन्यवाद दिलबाग जी
सुन्दर सूत्र श्रंखला।
जवाब देंहटाएंदेश की आजादी की कथा को याद करने एक ही दिन मुक़र्रर नहीं होना चाहिए , सही कहा आपने ...
जवाब देंहटाएंबेहतरीन लिंक्स ...
आभार !
बहुत ही अच्छे लिंक्स ....आभार मेरी रचना को स्थान देने के लिये ।
जवाब देंहटाएंअच्छी चर्चा ||
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा।
जवाब देंहटाएंदेश से सम्बंधित रचनाओं का सुन्दर संकलन आज की चर्चा में... अच्छी लगी चर्चा
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा...
जवाब देंहटाएंसादर आभार...
सारगर्भित सुन्दर चर्चा ....
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया लिंक्स के साथ सार्थक चर्चा प्रस्तुति के लिए आभार!
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा!
जवाब देंहटाएंदिलबाग जी
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छे लिंक्स सहेजे हैं आपने .प्रस्तुति सराहनीय है .मेरी रचना ''कीमती आजादी ' को यहाँ स्थान देने हेतु हार्दिक धन्यवाद .
blog paheli no. 1
मेरी रचना को यहाँ स्थान देने हेतु, धन्यवाद .
जवाब देंहटाएंbahut hi sunder charcha
जवाब देंहटाएंmujhe charcha mai samil karne ko bahut bahut aabhar
विस्तृत चर्चा में हमें भी जोड़ने के लिए आभार। अच्छी चर्चा के लिए बधाई दिलबाग भाई॥
जवाब देंहटाएंचर्चा मंच पर विविध रचनाकारों की चर्चा की जाती है जोकि सराहनीय प्रयास है.हस्तक्षेप.काम पर प्रकाशित मेरे आलेख की चर्चा आपने चर्चा मंच पर की उसके लिए आभार.
जवाब देंहटाएंतेजी से बढ़ती अंतरजाल की दुनिया में अच्छे लेखकों और वेब समूहों को स्थान देने के लिए आप बधाई के पात्र हैं.
जवाब देंहटाएंहस्तक्षेप.कॉम सौ से ज्यादा पत्रकारों का संयुक्त प्रयास है। काफी लम्बे समय से महसूस किया जा रहा था कि तथाकथित मुख्य धारा का मीडिया अपनी प्रासंगिकता खोता जा रहा है और मीडिया, जिसे लोकतंत्र का चौथा खंभा कहा जाता है, उसकी प्रासंगिकता अगर समाप्त नहीं भी हो रही है तो कम तो होती ही जा रही है। तथाकथित मुख्य धारा का मीडिया या तो पूंजीपतियों का माउथपीस बन कर रह गया है या फिर सरकार का। आज हाशिए पर धकेल दिए गए आम आदमी की आवाज इस मीडिया की चिन्ता नहीं हैं, बल्कि इसकी चिन्ता में राखी का स्वयंवर, राहुल महाजन की शादी, राजू श्रीवास्तव की फूहड़ कॉमेडी और सचिन तेन्दुलकर के चौके छक्के शामिल हैं। कर्ज में डूबे किसानों की आत्महत्याएं अब मीडिया की सुर्खी नहीं नहीं रहीं, हां 'पीपली लाइव' का मज़ा जरूर मीडिया ले रहा है। और तो और अब तो विपक्ष के बड़े नेता लालकृष्ण अडवाणी के बयान भी अखबारों के आखरी पन्ने पर स्थान पा रहे हैं।
ऐसे में जरूरत है एक वैकल्पिक मीडिया की। लेकिन महसूस किया जा रहा है कि जो वैकल्पिक मीडिया आ रहा है उनमें से कुछ की बात छोड़ दी जाए तो बहुत स्वस्थ बहस वह भी नहीं दे पा रहे हैं। अधिकांश या तो किसी राजनैतिक दल की छत्र छाया में पनप रहे हैं या फिर अपने विरोधियों को निपटाने के लिए एक मंच तैयार कर रहे हैं।
इसलिए हमने महसूस किया कि क्यों न एक नया मंच बनाया जाए जहां स्वस्थ बहस की परंपरा बने और ऐसी खबरें पाठकों तक पहुचाई जा सकें जिन्हें या तो राष्ट्रीय मीडिया अपने पूंजीगत स्वार्थ या फिर वैचारिक आग्रह या फिर सरकार के डर से नहीं पहुचाता है।
ऐसा नहीं है कि हमें कोई भ्रम हो कि हम कोई नई क्रांति करने जा रहे हैं और पत्रकारिता की दशा और दिशा बदल डालेंगे। लेकिन एक प्रयास तो किया ही जा सकता है कि उनकी खबरें भी स्पेस पाएं जो मीडिया के लिए खबर नहीं बनते।
आपने हस्तक्षेप.कॉम पर प्रकाशित आलेख को स्थान दिया इसके लिए हम आपके तहे दिल से आभारी हैं.
अमलेन्दु उपाध्याय
नमस्कार दिलबाग जी,
जवाब देंहटाएंआपका बहुत आभार जो आपने इतने बड़े मंच पर इस नव आगंतुक को आमंत्रित किया।
अनूठी रचनाओँ को सम्मान तथा मेरे जैसे नव आगंतुक को प्रोत्साहन देकर बड़ा अद्भुत् कार्य आप कर रहे हैँ।
बहुत-बहुत शुभकामनायेँ........
बहुत सुन्दर...
जवाब देंहटाएंएक 'ग़ाफ़िल' से मुलाक़ात याँ पे हो के न हो
Bahut sundar charcha ...meri rachna ko sthaan dene ke aabhaar...
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया ....! विषय आधारित चर्चा के लिए ..!
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छे लिंक्स ....आभार मेरी रचना को स्थान देने के लिये ।
जवाब देंहटाएंदिलबाग़ जी बहुत ही प्यारे प्यारे और सार्थक लिंक्स मिले यहाँ पर आकर बहुत अच्छा लगा आपका आभारी हूँ जो आपने एक बार फिर मेरी क्षणिका को यहाँ स्थान इए बहुत बहुत धन्यवाद
जवाब देंहटाएंयहाँ शामिल सभी ब्लागर साथियो से आग्रह है की मेरे ब्लाग पर भी जरुर पधारे और वहां से मेरे अन्य ब्लाग पर क्लिक करके वह भी जाकर मेरे मित्रमंडली में शामिल होकर अपनी दोस्तों की कतार में शामिल करें
यहाँ से आप मुझ तक पहुँच जायेंगे
यहाँ क्लिक्क करें
MITRA-MADHUR: ज्ञान की कुंजी ......