फ़ॉलोअर



यह ब्लॉग खोजें

मंगलवार, मार्च 05, 2013

मंगलवारीय चर्चा (1174)---ये सुरा तो बेवज़ह बदनाम है

आज की मंगलवारीय  चर्चा में आप सब का स्वागत है राजेश कुमारी की आप सब को नमस्ते , ,आप सब का दिन मंगल मय हो अब चलते हैं आपके प्यारे ब्लॉग्स पर 

बालिकाओं पर एक दिवसीय कार्यशाला

डॉ. नूतन डिमरी गैरोला- नीति at अमृतरस -
**************************
**************************

**************************

**************************

**************************
**************************

खेती-बाड़ी, कलम-स्याही और रेणु

Girindra Nath Jha/ गिरीन्द्र नाथ झा at अनुभव
**************************
**************************
**************************
**************************
**************************
**************************

मायने ....

रश्मि शर्मा at रूप-अरूप - 
**************************
**************************
**************************

अथिति देव भव: !

पी.सी.गोदियाल "परचेत" at अंधड़ 
**************************
**************************
**************************
**************************
**************************

"दोहे-व्यर्थ समय गवाँइए" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक (उच्चारण) at उच्चारण - 
**************************
**************************
**************************
**************************
रश्मि प्रभा... at परिकल्पना - 
**************************
**************************

हाईकू !

रेखा श्रीवास्तव at hindigen 
**************************

रंग,

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया at काव्यान्जलि - 

**************************
************************

खून *****

ज्योति खरे at अभिव्यक्ति ....
**************************
**************************
आज की चर्चा यहीं समाप्त करती हूँ  फिर चर्चामंच पर हाजिर होऊँगी  कुछ नए सूत्रों के साथ तब तक के लिए शुभ विदा बाय बाय ||
इतनी विस्तृत चर्चा के बाद तो 
मयंक अपने कोने को आज नहीं लगायेगा।

23 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत शानदार सतरंगी चर्चा!
    --
    आभार बहन राजेश कुमारी जी!

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत सुन्दर चर्चा , मीनाकुमारी के बारे में रश्मि प्रभा जी की प्रस्तुति बहुत अच्छी लगी . मुझे शामिल करने के लिए भी धन्यवाद !

    जवाब देंहटाएं
  3. विस्तृत चर्चा में अपना लिखा देखना प्रफुल्लित करता है !!

    जवाब देंहटाएं
  4. सुन्दर चर्चा के लिए आभार राजेश कुमारी जी!

    जवाब देंहटाएं
  5. अपनी विस्तृत चर्चा में मुझे स्थान देने के लिए हार्दिक आभार ...

    जवाब देंहटाएं
  6. धन्यवाद राजेश कुमारी जी :) - मुझे मंयक जी के बारे में आप का सुझाव अच्छा लगा तो आप के साथ में भी इस आग्रह में जुड़ता हूँ.

    जवाब देंहटाएं
  7. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

    जवाब देंहटाएं
  8. बहुत अच्‍छे सूत्र सजाएं हैं आपने...मेरी रचना को स्‍थान देने के लि‍ए आभार..

    जवाब देंहटाएं
  9. ्बहुत सु्न्दर लिंक्स संजोये हैं ………सार्थक चर्चा

    जवाब देंहटाएं
  10. सुन्दर चर्चा आदरेया-
    आभार आपका-

    जवाब देंहटाएं
  11. बहुत सुंदर चर्चा,मंच में मेरी रचना को शामिल करने के लिए आभार ,,,,

    जवाब देंहटाएं
  12. एक सुन्दर ब्लॉग समायोजन के लिए सादर धन्यवाद ... हमें भी शामिल होने का मौका मिला .. आपका आभार

    जवाब देंहटाएं
  13. इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.

    जवाब देंहटाएं
  14. सुंदर चर्चा, अच्छे लिंक्स | आदरणीया राजेश जी, आज की चर्चा का नंबर 1174 है | शीर्षक में गलती से 1178 टाईप हो गया है |

    जवाब देंहटाएं
  15. आदरणीया पठनीय और सुन्दर लिंक से सोभित चर्चामंच को मोहक बनाने के लिए साधुवाद ,मेरे चिट्ठे को शामिल करने के लिए कोटिशः धन्यवाद स्वीकार करे ।चर्चा मंच के सभी पाठको को शुभकामनाये

    जवाब देंहटाएं
  16. आभार, राजेश जी। 'चर्चा-मंच' पर दर्शन देने वाले समस्त रचनाकार एवं पाठक-मित्रों को सादर नमस्कार।

    मयंक जी तो अभी युवा हैं, अभी से सेवा-निवृत्त कैसे होने दिया आपने ?

    जवाब देंहटाएं
  17. बहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति ...

    जवाब देंहटाएं
  18. .बहुत सुन्दर प्रस्तुति सुन्दर लिनक्स संजोये हैं आपने ..मेरी पोस्ट को ये सम्मान देने के लिए आभार सौतेली माँ की ही बुराई :सौतेले बाप का जिक्र नहीं आज की मांग यही मोहपाश को छोड़ सही रास्ता दिखाएँ .

    जवाब देंहटाएं
  19. चर्चा मंच मैं मुझे सम्मलित करने का आभार
    बहुत सुंदर संयोजन शानदार संग्रह
    पूरी टीम को साधुवाद

    जवाब देंहटाएं
  20. आभार कुमारी जी | सुन्दर मालाएं , खुसबुनुमा |

    जवाब देंहटाएं

"चर्चामंच - हिंदी चिट्ठों का सूत्रधार" पर

केवल संयत और शालीन टिप्पणी ही प्रकाशित की जा सकेंगी! यदि आपकी टिप्पणी प्रकाशित न हो तो निराश न हों। कुछ टिप्पणियाँ स्पैम भी हो जाती है, जिन्हें यथा सम्भव प्रकाशित कर दिया जाता है।