ज़िन्दगी क्या है …………
मिलन विछोह का गीत ही तो है
जिसमें कभी आशा के रंगों में
हसरतें सराबोर होती हैं
तो कभी निराशा के झूले में
झूलते हीर रांझे होते हैं
मगर रंग ना
ज़िन्दगी से कम होते हैं
कभी स्याह काले
तो कभी उजले
तो कभी कहीं कोई
नीलकमल खिला मिलता है
तो कहीं कोई प्रीतकमल
मुस्कुराता झिलमिलाता दिखता है
कहीं पतझड का पीलापन ठहरा होता है
तो कहीं बसंत की फ़ागुनी बयार
सरसों सी महका करती है
आकाश का नीलापन
धरा की हरियाली संग
कहीं इंद्रधनुष बिखेरा करता है
तो कहीं उम्र भर कोई एक रंग ही
ज़िन्दगी में बना रहता है
अजब है जीवन का रंगों से नाता
एक रंग है आता तो दूजा है जाता
और उसी का मिश्रण है आज की रंगमयी चर्चा में
वास्तव में बसंती चोला जिसने पहना उस वीर को शत - शत नमन करते हुये चर्चा प्रारंभ करती हूँ क्योंकि हम सब नमन के सिवा और कर भी क्या सकते हैं
Archana at मेरे मन की
noreply@blogger.com (दिगम्बर नासवा) at स्वप्न मेरे..........
मनोज कुमार at विचार
संध्या शर्मा at मैं और मेरी कविताएं
Ravishankar Shrivastava at रचनाकार
ana at कविता
संजीव at आरंभ Aarambha
Madhavi Sharma Guleri at उसने कहा था...
noreply@blogger.com (विष्णु बैरागी) at एकोऽहम्
ताऊ रामपुरिया at ताऊ डाट इन
राजेश उत्साही at गुलमोहर
SACCHAI at AAWAZ
ये ही है ज़िन्दगी और उसके रंगों का सम्मिश्रण ………फिर मिलते हैं होली की शुभकामनाओं के साथ विदा लेती हूँ ।
आगे देखिए.."मयंक का कोना"
(1)
लिंक चित्र पर है!
(2)
(3)
(4)
(5)
तूलिकासदन में
मेरी दो लघुकथाओं की प्रस्तुति
सुधा भार्गव
(5)
सड़क के किनारे
चिल्लाता रहा वह लहूलुहान,
गुज़र रही थी एक बारात
दब गयी उसकी आवाज
बैण्डबाजे के शोर में,
सुबह लोगों ने देखा
जमे ख़ून में लिपटी एक लाश
भीड़ को निहारती अपलक।
उत्तम लिंक्स की हलचल
जवाब देंहटाएंमालामाल हो गई मैं
सादर
इस रंग-बिरंगी चर्चा के लिए हार्दि बधाई एवं होली की शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएं...........
शुरू हो गया सम्मानों का सिलसिला...
बहुत सुन्दर चर्चा!
जवाब देंहटाएंआभार बन्दना गुप्ता जी!
आभार ....
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति ..
जवाब देंहटाएंउत्तम चर्चा,बेहतरीन पठनीय लिंक्स.
जवाब देंहटाएंबेहतरीन लिंक्स से भरपूर आज की चर्चा है
जवाब देंहटाएंशुक्रिया वंदना जी आपने मेरी पोस्ट को यहाँ बहुमूल्य स्थान जो दिया
आकर्षक चर्चा...स्थान देने के लिए शुक्रिया...
जवाब देंहटाएंbehtareen links....shamil kar kay liye shukriya...abhar
जवाब देंहटाएंअच्छी कड़ियाँ जोड़ी हैं वंदना जी
जवाब देंहटाएंगुरु जी शुक्रिया हमें भी चर्चा मंच पर लाने के लिए
सुन्दर चर्चा !!
जवाब देंहटाएंहमारी ब्लॉग पोस्ट शामिल करने के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंसादर
बहुत सुन्दर लिंक्स...रोचक चर्चा...आभार
जवाब देंहटाएंअच्छे लिंक्स! सार्थक चर्चा!!
जवाब देंहटाएंसूत्रों का सुन्दर संकलन..
जवाब देंहटाएंउत्तम चयन. धन्यवाद सहित...
जवाब देंहटाएंवाह! बहुत ख़ूब! होली की हार्दिक शुभकामनाएं!
जवाब देंहटाएंवाह ... बहुत ही अनमोल से लिंक ... उत्तम चर्चा ...
जवाब देंहटाएंशुक्रिया मुझे भी स्थान देने का ...