दोस्तों! ग़ाफ़िल का आदाब क़ुबूल फ़रमाएं! पेशे-ख़िदमत हैं आज की चर्चा के कुछ लिंक-
- होली की है तैयारी -डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
- जी जलता है -साधना वैद
- बेहिचक तुमने जब, बेवफा कह दिया -नवीन मणि त्रिपाठी
- आई रे होली -कमला निखुर्पा
- यूं समझो ये फाग सजी है -डॉ वागीश मेहता
- चर्चामंच, वटवृक्ष, ब्लाग4वार्ता पर चली कैंची! -महेन्द्र श्रीवास्तव
- इन पर कौन सा एक्ट लगेगा? -शेफाली पाण्डेय
- जब भी तेरी याद आए -बबन पाण्डेय
- अब यहां आशिक़ बहुत हैं -ज्योति
- होली है होली बुरा मत मानिएगा -डॉ. आशुतोष मिश्र
- राजा मानसिंह जोधपुर -रतन सिंह शेखावत
- अपलक -ग़ाफ़िल की अमानत
- होली का त्यौहार मनाओ -कैलाश शर्मा
- महान महाप्रयाण की बुद्ध पूर्णिमा -विकेश बडोला
‘मयंक’ कोना
आज के लिए इतना ही फिर मिलने तक नमस्कार!
आपको होली की हार्दिक शुभकामनाएं। पर ध्यान रहे, बदरंग न हो होली।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर और पठनीय लिंकों के साथ स्तरीय चर्चा!
जवाब देंहटाएंआभार भाई ग़ाफ़िल जी!
--
सभी पाठकों को होली की हार्दिक शुभकामनाएँ!
सराहनीय लिंक्स !`
जवाब देंहटाएंआभार !
उत्तम लिंक्स
जवाब देंहटाएंबिना पढ़े रहा नहीं जाता
साधुवाद
बढिया लिंक्स, अच्छी चर्चा
जवाब देंहटाएंसभी को होली की ढेर सारी शुभकामनाएं..
मेरे कुछ मित्रों ने मुझे मैसेज भेजा है, जिसमें कहा गया है कि मुझे चर्चामंच, ब्लाग बुलेटिन और ब्लाग4वार्ता के बारे में ऐसा कुछ नहीं लिखना चाहिए था।
हटाएंमुझे लगा रहा है कि शायद मेरे मित्रों ने केवल शीर्षक पढ कर मुझे मैसेज कर दिया है। होली का हुड़दंग है, मैं भी मजे ले रहा हूं और आप भी लीजिए।
एक मित्र कह रहे हैं कि भाई श्रीवास्तव जी आपने होली को तो ढाल बनाया है, पर लिखा तो सही है। नहीं नहीं... बिल्कुल ऐसी बात नहीं है। इस पूरे लेख को हल्के फुल्के व्यंग में ही लेना चाहिए, जो मेरा मकसद है, वही आपका भी होना चाहिए। प्लीज...इसमें ज्यादा अर्थ निकालने की कोशिश बिल्कुल ना करें।
होली पर सुंदर रंग-रंगीला चर्चा मंच, पठनीय लिंक्स ...
जवाब देंहटाएंबड़े ही सुन्दर और पठनीय सूत्र..
जवाब देंहटाएंहिंदी के ज्ञान एंव अच्छे लिकों का प्रचार प्रसार आपके चर्चा मंच के माध्यम से होना एक बेहद सराहनीय कार्य है,इसके लिए आप एंव आपकी पूरी टीम को धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंसभी को होली की ढेर सारी शुभकामनाएं।
आभारी हूँ गाफिल जी आपने मेरी पोस्ट को चर्चामंच पर स्थान दिया ! शास्त्री जी आपका भी बहुत-बहुत धन्यवाद ! सभी पाठकों को होली की हार्दिक शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंहोली के स्वागत में रंग रंगीला चर्चा,आभार.
जवाब देंहटाएंखूबसूरत लिंक संयोजन ……………होली की ढेर सारी शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंचणक चून को घोरी देखो, बूंदी बूंदी उतरावै लड्डू ।
जवाब देंहटाएंकेसरी के सिर रोरी देखो, अंग संग रंग जावै लड्डू ॥
रस दालिकी कोरी देखो रसमस बस रसियावै लड्डू ।
बरसाने की एक छोरी देखो, हथेरी गोल गुलावै लड्डू ॥
धन्यवाद आपका।
जवाब देंहटाएंबढ़िया लिंक्स
जवाब देंहटाएंहोली की ढेर सारी शुभकामनाएं
बहुत बढ़िया लिक्स ...बहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति हेतु आभार..
जवाब देंहटाएंबहुत उम्दा रगीन सराहनीय लिंक्स,,,
जवाब देंहटाएंहोली की बहुत बहुत हार्दिक शुभकामनाए,,,
Recent post : होली में.
bahut bahut shukria
जवाब देंहटाएंsunder link---shandar sanyojan
जवाब देंहटाएंholi ki bahut bahut shubhkamnayen
बहुत बारीक तंज है भीड़ को घूरती लाश .......
जवाब देंहटाएंबहुत बारीक तंज है भीड़ को घूरती लाश .......गाफिल साहब बहुत मार्मिक व्यंग्य विडंबन .
सेतु चयन होली के सतरंगी रंगों से रंगा है गजल गुजिया साथ साथ वाह क्या बात है .मेरे आदरणीय चिठ्ठों और चिठ्ठियों फाग मुबारक ,रागरंग मुबारक जीवन के ढंग मुबारक ,ब्लॉग के सबरस-रंग मुबारक .
जवाब देंहटाएं