आप सबको प्रदीप का नमस्कार | बिना देर किये चलते हैं आज की चर्चा की ओर: |
बरसों का साथ @ परवाज़...शब्दों के पंख ![]() |
Drought in Maharashtra - Government and Beer Companies @ महाजाल पर सुरेश चिपलूनकर (Suresh Chiplunkar) ![]() |
Age -old Depression fuelled by new -age factors @ ram ram bhai |
कहानी - भाग्य अपने हिस्से का ! @ अंधड़ ! |
dharmnirpekshtaa @ samandar |
उधर डीएमके समर्थन वापस ले रहा है और इधर मनमोहन अपनी शाएरी कर रहे है…वाह!इरशाद!! @ ITNI SI BAAT ![]() |
"मयंक का कोना" |
(१) ढाई आखर प्रेम का पढ़ै सो पंडित होय.... धरा स्वर्ग हो जायेगी, जब बरसेगा प्यार। ढाई आखर प्रेम का, बहुत बड़ा उपहार।। (२) उन यादों को मैं क्यूं भूलूं मैं........प्रीति सुराना भरी हुई हैं ग़ज़ल में, जीवन की कुछ याद। आता है इनमें मुझे, खट्टा-मीठा स्वाद।। (३) प्यार कैसे करें धीरे-धीरे बस गई, वो धड़कन के संग। जीवन में उसने भरे, कई अनोखे रंग।। (४) कविता और प्यार बना रहीं हैं मक़बरा, देखो नूतन आज। काग़ज़ में छाया हुआ, प्यार-प्रीत का राज।। |
आज के लिए बस इतना ही | मुझे अब आज्ञा दीजिये | मिलते हैं अगले बुधवार को कुछ अन्य लिंक्स के साथ | तब तक के लिए अनंत शुभकामनायें | आभार | |
बहुत सुन्दर समसामयिक चर्चा!
ReplyDeleteआभार इंजीनियर प्रदीप कुमार साहनी जी!
बहुत बढ़िया लिनक्स मिले ..... आभार
ReplyDeleteपठनीय लिंकों से सजी सुन्दर चर्चा !!
ReplyDeleteआभार !!
बहुत सुन्दर चर्चा है... .. आज की ताज़ी पोस्ट हैं ... मुझे भी शामिल किया गया है.... सादर धन्यवाद
ReplyDeletebahut khoob ...
ReplyDeleteDrought in Maharashtra - Government and Beer Companies
ReplyDelete@ महाजाल पर सुरेश चिपलूनकर (Suresh Chiplunkar)
बीयर पी पी कोस ले, चल ले ढाई कोस |
इक मटकी पानी मिला, छिडको आये होश |
छिडको आये होश, जान जनता की अटकी |
दे बयान सरकार, फिरे फिर मटकी मटकी |
है सूखा विकराल, राल घोटो मत डीयर |
बीयर अति-उत्पाद, बैठकी होवे बीयर ||
उधर डीएमके समर्थन वापस ले रहा है और इधर मनमोहन अपनी शाएरी कर रहे है…वाह!इरशाद!!
ReplyDeleteIRFAN
ITNI SI BAAT
किडनी डी एम के गई, वेंटीलेटर पार ।
इन्ज्वायिंग मेजोरिटी, बोल गई सरकार ।
बोल गई सरकार, बहुत आनंद मनाया ।
त्राहि त्राहि इंसान, देखना भैया भाया ।
सत्ता का आनंद, हाथ की खुजली मिटनी ।
हाथी सैकिल बैठ, लूट लाएगा किडनी ।
बहुत सुन्दर चर्चा,आभार प्रदीप जी!
ReplyDeleteअच्छी पठनीय सामग्री मिली.....शुक्रिया आपका !!!
ReplyDeleteमेरी रचना को यहां स्थान देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद। सभी लिंक्स बहुत ही सुंदर हैं.....
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteबढिया चर्चा
ReplyDeleteअच्छे लिंक्स
बहुत ही पठनीय लिंकों से सजी बेहतरीन प्रस्तुतीकरण,धन्यबाद.
ReplyDeleteप्रदीप जी, विविधताओं से भरी सुंदर चर्चा ! मंच पर मुझे भी सम्मिलित करने के लिए आभार!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर लिंक्स..रोचक चर्चा...
ReplyDelete
ReplyDeleteहार्दिक आभार प्रदीप जी इतने सारे अच्छे लिंक्स से रु- ब-रु करवाने के लिए |
मेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए शुक्रिया ........
मेरी पसंदीदा रचना
ReplyDeleteऔर वो भी चर्चा मंच पर
आल्हादित हूँ मैं
आभार....
सादर
सुन्दर सुव्यवस्थित लिंक ..सुन्दर चर्चा ..आभार.
ReplyDeletesarthak prayas
ReplyDeleteबहुत सार्थक मनभावन चर्चा शानदार विविध रूपा सेतु चयन आभार हमारी प्रस्तुति के लिए .
ReplyDeleteसुन्दर सूत्र..
ReplyDeleteअति सुंदर सराहनीय चर्चा प्रदीप कुमार जी हार्दिक बधाई |
ReplyDeleteप्रदीप जी इतने सुन्दर लिंक्स के बीच अपनी रचना देखकर ख़ुशी हुई ...मेरी रचना को इस योग्य समझने के लिए बहुत बहुत आभार !
ReplyDelete