मित्रों!
आज होली का पावन पर्व है! रंगों के इस त्यौहार पर आप सबको हार्दिक शुभकामनाएँ प्रेषित करते हुए, चर्चा का क्रम शुरू करता हूँ!
चित्र सौजन्य से - अरुण शर्मा अनन्त
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1आखिर फाल्गुन आया ...![]() |
2-aपिया की होली |(दो गीत)(२) डालो ‘प्यार का रंग’ पिया’आओ मुझ पर डालो ‘प्यार का रंग’ पिया ! तुम चलकर होली खेलो मेरे संग पिया !! 2 b सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएँ....सुगना फाउंडेशनएक ब्लॉग सबकापरSawai Singh Rajpurohit ![]() |
3 a दास्ताँने - दिल (ये दुनिया है दिलवालों की) बुरा न मानो होली है - ............. बुरा न मानो होली है ............ रंगों की बदरी छाई है, होली की बारिश आई है, मस्ती ने मस्ती घोली है, रंगीन रची रंगोली है, शास्त्री सर की कविता... 3 b युक्तं मधुरं, मुक्तं मधुरं ![]() होली की पदचाप सारी प्रकृति को मदमत कर देती है। टेसू के फूल अपने चटक रंगों से आगत का मन्तव्य स्पष्ट कर देते हैं। कृषिवर्ष का अन्तिम माह, धन धान्य से भरा समाज का मन, सबके पास समय, समय आनन्द में डूब जाने का, समय संबंधों को रंग में रंग देने का, समय समाज में शीत गयी ऊर्जा को पुनर्जीवित करने का। नव की पदचाप है होली, रव की पदचाप है होली, शान्तमना हो कौन रहना चाहता है।... |
4 aबुढि़याती कवयित्रिओं के साथ आज मनाते हैं होला । बुढि़याती शब्द का प्रयोग इसलिये किया गया है कि इसमें से कुछ बाकायदा बूढ़ी हैं तो कुछ मानने को तैयार नहीं हैं की वो बूढ़ी हैं।सुबीर संवाद सेवा![]() 4 b होली की हुडदंग काव्यान्जलि के संग,काव्यान्जलिपरधीरेन्द्र सिंह भदौरिया ![]() होली की हुडदंग काव्यान्जलि के संग शालिनी रस्तोगी जी होरी में धूम मचाये, नटखट नन्द किशोर ! वृन्दावन कि गलियन में, मचा रहा है शोर !! मचा रहा है शोर , गोपियाँ भगती फिरतीं ! कान्हा ऐसो ढीठ, न कोई उनसे बचती !! भीज गया सब अंग, भिगाई मोरी चोली ! रंग-गुलाल लेकर ,खेलत कान्हा होली !! |
5 aरंगें हम मित्रता के रंग, जलाएं वैर की होलीHasya Kavi Albela Khatri![]() 5 b किसकी कैसी होली...हिन्दी-हाइगापरऋता शेखर मधु ![]() होली की हार्दिक शुभकामनाएँ !! |
6 अज़ीज़ जौनपुरी : थाम लो दामन कि आज होली है » थाम लो दामन कि आज होली है दिलों में चराग मोहब्बत के जलाओ कि आज होली है | 7 तराने सुहाने होली की आप सभी को हार्दिक शुभकामनायें -फिल्म 'मदर इंडिया' से सुनिये होली गीत और आप भी होली खेलने के मूड में आ जाइए ! |
8 पाखी की दुनिया ![]() रंग-बिरंगी होली आप सभी को मुबारक हो | 9 Tech Prevue ![]() Custom Page Not Found (Error 404 Page) - Blogger SEO |
12 शिप्रा की लहरें होली के दोहे. - * एक रंग है प्रीत का, बाकी सब तो स्याम, अक्षर-अक्षर तू लिखा, मैं रह गई अनाम . * जो जंगल सुलगा रहे, वही पलाश बटोर, घोल रंग होली किया, दहक रहा हर पोर… | 13 हरकीरत ' हीर' उड़ा गुलाल ........... - होली पर कुछ हाइकू .... उड़ा गुलाल ........... १ उड़ा गुलाल फिर आसमान में आई रे होली ..! 2 रंग -रंगोली मन हुआ फागुनी भांग की गोली |
14 नजरिया जंवईराज की ससुराली होली... - सासू जब तक सासरा, साला तब तक साख. साले के बेटा भयो फिर, खाक में मिल गई साख. फू.........फा........ | 15 कविता ![]() ख्वाब-ए-इश्क ने - |
16 aहज़ल - पलकें गिरा के माराVoice of Silent Majority![]() इक रोज़ उसने मुझ को छत पर बुला के मारा ख़ुद को छुपा के उसने कंकड़ उठा के मारा तूने कभी तो मुझको जलवा दिखा के मारा तेरा न जी भरा तो पलकें गिरा के मारा.. 16 b रामलला बैठे टाट तलें तो मैं कैसे होली खेलूँ ?Swatantra Vichar ![]() रामलला बैठे टाट तलें तो मैं कैसे होली खेलूँ ? जन्म भूमि पर नहीं है मंदिर, कैसे होली खेलूँ ?? सम्पूर्ण भारत भू पर लिखा नाम राम का कण कण धरा उसकी नभ भी श्री राम का पर क्यो कैसे अंतर्मन मन में पीड़ा रख लूँ ? जीनें जन्मा, मैं क्यों जहर का प्याला पी लूँ ?? |
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18मैं शरणार्थी हूं तेरे वतन में..........सुमन वर्मामेरी धरोहरकितना दर्द है मेरे जिगर में गली-गली मैं जाऊं आग से भागा, सागर में डूबा फिर भी मैं मुस्काऊं। मैं शरणार्थी हूं तेरे वतन में सब मुझको हैं ठुकराते बच्चे, घर सब लूट चुके हैं मेरे दिल पे ठेस पहुंचा... |
19होली का हुल्लड़तमाशा-ए-जिंदगीप्यारे दोस्तों मैं आप सभी को आदाब अर्ज़ करता हूँ | होली के इस शुभ मौके पर मैं आप सबके सामने अपना लिखा एक गीत प्रस्तुत करने जा रहा हूं | उम्मीद करता हूँ आप सभी मेम्बरान को मेरी कोशिश पसंद आएगी | ज़िन्दगी में रिकॉर्डिंग का ये मेरा प्रथम प्रयास है | यदि कोई त्रुटी हो जाये तो शमा चाहूँगा | तो पेश-ए-खिदमत है होली का हुल्लड़ | दस, नौ, आठ, सात छह, पांच, चार, तीन दो एक...मस्ती शरू करते हैं हम... रंग भरी इन बौछारों से भीगी है चुनरिया, हे भीजे तोहरी चोली, मां बावरे हैं सब जन यहाँ मन पर नहीं काबू होली का है जादू... ये होली का जादू है ला र ला नहीं दिल पे काबू… |
20 वो बार बार धमकाए चले जाते हैं म्हारा हरियाणा ![]() - ........*वो बार बार धमकाए चले जाते हैं ... * होली आते ही पतिदेव एलान कर देते हैं रंग चेहरे को खराब कर देते हैं हम न खोलेंगे दरवाज़ा न खेलेंगे फाग होली ... |
21 काव्य मंजूषा ![]() रंग-बिरंगी होली ... - होली की ढेर सारी शुभकामनायें !!! १. कितने रंग-बिरंगे तन हैं, और मन ? कुछ धवल कुछ मटमैले और कुछ कोलतार से काले... | 22 अमन का पैग़ाम चाल-चलन बदलने के लक्ष्य का पता होना। बच्चों का पालन पोषण व तरबियत उनके साथ समय बिताए बिना सम्भव नही है, |
23![]() कहीं खो सी गई है वो होली....... - (( सभी मित्रों को होली की बधाई व शुभकामनाएं....मेरी तरफ से सारे लोग गुलाल लगा लें....;क्योंकि मुझे गुलाबी रंग पसंद है...... :)) | 24 ज्ञानसिंधु ![]() पासा - सतीश दुबे खाना लगा दूं हूं ! मूड तो अच्छा है ? हां ! स्मिता आजकल जिद नहीं करती ? |
25 स्पंदन SPANDAN रंगों का मेला-देश काल से परे... - होली आने वाली है। एक ऐसा त्योहार जो बचपन में मुझे बेहद पसंद था। पहाड़ों की साफ़ सुथरी, संगीत मंडली वाली होली और उसके पीछे की भावना से लगता था… | 26 मिसफिट:सीधीबात ![]() " चम्मचों की वर्तमान दशा और उनकी भविष्य की दशा " |
27 KAVITA RAWAT ![]() होली के गीत गाओ री! -सखि! घर आयो कान्हा मेरे, खुशी से होली मनाओ री।… | 28 do patan ke bich नियति नहीं यह अवसाद है - अवाम होने के मजाक में मुंह मूंदकर रोते जाना आंख खोलकर सोये रहना हमारी नियति नहीं, अवसाद है बगुल-ध्यान में है "मसीहा'' बायें हाथ में जाल, दायें में हथियार... |
29 न दैन्यं न पलायनम् ![]() चलो, ज्ञान लूट आयें - शिक्षा जब सुविधाभोगी हो जाये … | 30 एक प्रयास ![]() सखी री ............बस ऐसो फाग खिला दे |
31 कबीरा खडा़ बाज़ार में यूं समझो ये फाग सजी है -डॉ वागीश मेहता बुरा न मानो होली है यूं समझो ये फाग सजी है -डॉ वागीश मेहता कुर्सी पर बैठा है बन्दर , कुर्सी नीचे आग लगी है . चेहरे पर कोई शिकन नहीं है , कैसी सुन्दर... | |||
32आओ खेलें होरी हो......मीठा भी गप्प,कड़वा भी गप्प![]() ढम... ढम... ढम... ढम... ढम... ढम... ढम... ढम... होssssssssssssssss.... ढिम-टपाक, ढिम-ढिम टपाक ढिम-टपाक, ढिम-ढिम टपाक हुर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्रssssss....... हे हे, हे हे...... हे हे, हे हे...... हुर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्रsssss...... ढिंग-चक... ढिंग-ढिंग चक ढिंग-चक... ढिंग-ढिंग चक हो-हो, हो-हो हो-हो, हो-हो..... अरे ओ गोरीssss... अरे ओ छोराssss अरे ओ गोरीssss.... अरे ओ छोराssss सा रा रा रा..... अरे रे.... सा रा रा रा सा रा रा रा..... अरे-रे... सा रा रा रा स र र र होsss ...... अरे रे.. स र र र होsssss...... F- आओ रे.... आज खेलें होरी हो.. . | |||
33अपने मियां मिट्ठू बन लूँजो मेरा मन कहेइस होली पर रंग बिरंगी पोस्टों में से कुछ को चुन लूँ चुन चुन चुग चुग कर पढ़ कर एक पन्ने पर सब को धर कर रंग बिरंगा कवर बना कर उस पर अपना नाम सजा कर एक किताब की रचना कर लूँ अपने मियां मिट्ठू बन लूँ। पीकर गुझिया,ठंडाई खा कर और मिठाई में भांग मिला कर गुब्बारों मे चाशनी भर कर जो गुजरे मूंह मीठा कर दूँ अपने मियां मिट्ठू बन लूँ। | |||
34 Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून ![]() कार्टून :- हड़काउ होली 35 बुरा न मानो होली है ....today's CARTOON परआरडीएक्स - 1 घंटे पहले![]() | |||
36 होली पर्व की हार्दिक शुभकामनाए ! अंधड़ !पर पी.सी.गोदियाल "परचेत" भले ही हुकूमत * *बेइंतहा भ्रष्ठ, निक्कमी और ढीली हो,* *सल्तनत में भी * *न कहीं नजर आती कोई तबदीली हो।* *मंदी का तम * *भले ही नाउम्मीदी की घटा नजर आये , * *किंतु फिर भी * *यही दुआ है शुभकामनाओं सहित * *कि यह होली आपके लिए खुशियों भरी, रंग-रंगीली हो।* *Happy Holi ! अन्त में देखिए.. 37 मेरे तीन होली गीत (अ) "आज हम खेलें ऐसी होली"
(आ) "आई फिर से होली"
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रंग-बिरंगा चयन ,होली के रंग दिखा गया .शिप्रा की लहरे को भी सम्मिलित किया - कृतज्ञ हूँ !
ReplyDeleteगुरूदेव आपका आशीर्वाद पाकर मेरी होली तो धन्य हो गयी! इस अंक में मुझे स्थान देने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद!
ReplyDeleteआप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएं!
सर्व प्रथम रंगो से भरी इठलाती होली की शुभकामनाएँ
ReplyDeleteमेरी पसंद
और यहाँ
मै आभारी हूँ
हमारी पोस्ट शामिल करने के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद सर!
ReplyDeleteहोली का पर्व आपको सपरिवार शुभ और मंगलमय हो!
सादर
बहुत अच्छे रंग बिरंगे लिनक्स मिले....
ReplyDeleteचैतन्य को शामिल किया धन्यवाद आपका
शुभ होली
बहुत ही सुन्दर और रंग बिरंगे सूत्र..
ReplyDeleteहोली के शुभ अवसर पर बेहतरीन रंगा-रंग प्रस्तुति,होली की हार्दिक शुभकामनाएँ.
ReplyDeleteबहुत बेहतरीन सुंदर लिंक्स ,,,मेरी पोस्ट को मंच में स्थान देने के लिए आभार,,,
ReplyDeleteआपको और चर्चामंच की पूरी टीम को होली की हार्दिक शुभकामनाए,,,
Recent post: होली की हुडदंग काव्यान्जलि के संग,
धन्यवाद शास्त्री जी 'तराने सुहाने' के लिंक का चयन करने के लिए ! रंगों के इस पावन पर्व पर सभी पाठकों एवँ श्रोताओं को होली की हार्दिक शुभकामनायें !
ReplyDeleteचर्चामंच परिवार की ओर से सभी गुरुजनों, मित्रों एवं पाठकों को होलिकोत्सव की हार्दिक बधाई व अनन्त शुभकामनाएं, आदरणीय गुरुदेव श्री होली के सम्पूर्ण रंगों की छटा बिखेरता चर्चा मंच का यह सुन्दर रूप बहुत ही लुभावना है, ऐसी सुन्दर रंग बिरंगी चर्चा लगाने हेतु हार्दिक आभार.
ReplyDeleteजय हो जय हो
सुन्दर रंगबिरंगे समीचीन लिंक .... बहुत बढ़िया ... मेरी पोस्ट को स्थान देने हेतु हार्दिक आभार .... सभी को होली की बधाई .... शुभकामनाएं ...
ReplyDeleteहोली की महिमा न्यारी
ReplyDeleteसब पर की है रंगदारी
खट्टे मीठे रिश्तों में
मारी रंग भरी पिचकारी
होली की शुभकामनायें
होली की अनंत शुभकामनाएँ...आभार हिन्दी हाइगा शामिल करने के लिए!!
ReplyDeleteमेरे सभी मित्रों को होली की हार्दिक शुभकामनाएँ | और शास्त्री जी को मेरा प्रणाम मेरी रचना को चर्चामंच में स्थान देने का बहुत २ शुक्रिया |
ReplyDeleteहोली के विभिन्न रंगों से संजोई इस सुन्दर चर्चा में मेरी शुभकामनाओं को स्थान देने हेतु आपका आभार व आ. गुरुजी सहित इस स्तम्भ के सभी चर्चाकारों को मेरी ओर से होली की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ...
ReplyDeletebahut sundar charcha . Holi ki hardik badhai ....
ReplyDeletemaza aa gaya holi ka ,sunder links.....charchamanch parivar ko holi ki shubhkamnayein
ReplyDeleteबहुत सुन्दर रंगारंग चर्चा प्रस्तुति में मेरी ब्लॉग पोस्ट शामिल करने हेतु आभार!!
ReplyDeleteहमारी पोस्ट शामिल करने के लिए आपका दिल से धन्यवाद सरजी
ReplyDeleteहमारी पोस्ट शामिल करने के लिए आपका दिल से धन्यवाद सरजी
ReplyDeletecharcha manch me meree post ko shamil karne ke liye Dhanyawad.
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