आज की चर्चा में आपका हार्दिक स्वागत है
नन्हीं गौरैया याद है या नहीं ? घर - घर की शान यह पक्षी अब कभी-कभार ही दिखता है | आधुनिकता की भेंट चढ़ा है यह पक्षी | जो गिनी चुनी गौरय्या बच रही हैं उन्हें बचाने की जरूरत है , नहीं तो अगली पीढ़ी के बच्चों को कहना होगा एक थी गौरय्या |
चलते हैं चर्चा की ओर
ब्लॉग रूप-अरूप पर हैं विश्व गौरेया दिवस पर कुछ यादें
दिव्या जी के शालू और टिंकू
मानिए पाखी का मशविरा
चैतन्य शर्मा भी कर रहा है प्रयास चूं चूं बचाने के
दिव्या जी के शालू और टिंकू
मानिए पाखी का मशविरा
चैतन्य शर्मा भी कर रहा है प्रयास चूं चूं बचाने के
फेसबुक ने कराई दादू की सगाई
तरुण जी राजनीति पर ग़ज़ल ( कविता ) कह रहे हैं
तन्हा नहीं मगर तन्हाई की बात कर रहे हैं आमिर जी
कुकृत्यों की पुनरावृति क्यों ? सवाल साधना वैद जी का , है कोई जवाब ?
डॉ . प्रीत अरोरा जी कह रही हैं बेटी हूँ पर कमजोर नहीं
गहरी मार मारता मनोज जी का एक दोहा
ब्रिजेश नीरज जी के दोहे बसंत पर
अमृता जी की अलग अंदाज की होली का चखिए स्वाद
तुषार जी की इश्किया होली
नवगीत की पाठशाला पर हैं फाग के दिन
जल पर अरुण जी की छ्न्दमयी प्रस्तुति
ब्लॉग लोकसंघर्ष पर है एक लडकी की दास्ताँ
आज की चर्चा में बस इतना ही
धन्यवाद
दिलबाग विर्क
आगे देखिए
"मयंक का कोना"
(1)
वाह वाह ताऊ क्या लात है? में
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
होली के हैं रंग हजार,
ताऊ-ताई की तक़रार,
भंग शंकर ने घोली..!
सुहानी लगती होली..!
(2)
“देश की धुरी है मजदूर”
खेतों और खलिहानों मे ,
झूमते पेड़ों के हरियाली मे ,
लहलहाती फसलों मेँ ,
बोरों मे बंद होने से लेकर ,
घरों तक है मजदूर...।
(3)
मेरी दुनिया
उसका वो मुस्कुरा कर नजरों को झुका लेना,
जैसे कोई नयी कली कुम्हलाई हो।
उसका दुपट्टे को गिराकर फिर उठा लेना,
मानो चली कोई मद्धम पुरवाई हो।।...
(4)
कुत्ता - पुलिस की तैनाती
* **जब भी कोई राष्ट्रीय पर्व आता है
अथवा विभिन्न धर्मों से सम्बन्धित कोई पर्व और हाँ !
आतंकी वारदात होने पर भी समाचार में अकसर पढ़ती थी
"कुत्ता - पुलिस" की तैनाती का ।
ये समाचार अजीब सी उलझन छोड़ जाता था कि
ये "कुत्ता - पुलिस" है क्या ?
उसका वो मुस्कुरा कर नजरों को झुका लेना,
जैसे कोई नयी कली कुम्हलाई हो।
उसका दुपट्टे को गिराकर फिर उठा लेना,
मानो चली कोई मद्धम पुरवाई हो।।...
(4)
कुत्ता - पुलिस की तैनाती
* **जब भी कोई राष्ट्रीय पर्व आता है
अथवा विभिन्न धर्मों से सम्बन्धित कोई पर्व और हाँ !
आतंकी वारदात होने पर भी समाचार में अकसर पढ़ती थी
"कुत्ता - पुलिस" की तैनाती का ।
ये समाचार अजीब सी उलझन छोड़ जाता था कि
ये "कुत्ता - पुलिस" है क्या ?
सुंदर सधी हुयी चर्चा ....आभार चैतन्य को शामिल करने का
जवाब देंहटाएंशानदार और सुरुचिपूर्ण लिंक्स का चयन
जवाब देंहटाएंसाधुवाद
adbhut....
जवाब देंहटाएंबहुत ही स्तरीय चर्चा, सुन्दर चयन..
जवाब देंहटाएंबढी-या लिंक्स से सजी रंग रंगीली चर्चा | मेरे संदेश को शामिल करने हेतु आभार |
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा !
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया चर्चा मंच-
जवाब देंहटाएंआभार आदरणीय-
अच्छी पठनीय सामग्री का संकलन किया है आपने ...... शुक्रिया आपका !!!
जवाब देंहटाएंबहुत ही उच्च स्तरीय चर्चा,सादर आभार.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर ब्लॉगों का संकलन किया है आपने दिलबाग विर्क जी!
जवाब देंहटाएंआभार!
--
मिस रूपा इतनी सुन्दर
और सैक्सी दिखाई देगी यह तो सोचा ही नहीं था!
वाह वाह ताऊ क्या लात है? में
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
http://taau.taau.in/2013/03/blog-post_21.html
सुंदर सराहनीय चर्चा दिल्बाग जी बधाई आपको मयंक का कोना भी लाजबाब है होली का सुरूर अभी से छा गया सब को होली कि अग्रिम बधाई|
जवाब देंहटाएंएक अलग अंदाजे बयां ने चर्चा की सुन्दरता को बढ़ा दिया।
जवाब देंहटाएंमेरी रचना शामिल करने के लिए आभार | बहुत ही सुन्दर और सराहनीय चर्चा | डाक्टर साब का धन्यवाद् |
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर चर्चा दिलबाग जी ! मेरी रचना को भी इसमें सम्मिलित किया आपने आभारी हूँ !
जवाब देंहटाएंसुंदर लिंक्स के साथ साथ मिस रूपा की फोटो पसंद आई,,,बधाई दिलबाग जी,,,
जवाब देंहटाएंRecent post: रंगों के दोहे ,
आदरणीय दिलबाग जी प्रणाम !
जवाब देंहटाएंबहुत आभार और साधुवाद स्वीकार करे
मुझे ग़ज़ल सूझी थी पता नहीं कैसे कविता हो गयी , बहरहाल इसमे भी आनंद आया , जय हो "चर्चा" और "चर्चा की चर्चा" ज़्यादा ज़रूरी है , कागज़ी सत्ता का बनावटी भय दिलो से निकालना मेरा उद्देश्य है और "मंच" इसमे लगातार सहयोग कर रहा है इसे मैं अपनी खुशकिस्मती मानता हूँ !
"चर्चामंच" के सभी आदरणीय संयोजकों और पाठक / रचनाकार बंधु / भगिनी / वरिष्ठो को सादर नमन !
जय मातृभूमि ! जय भारत ! जय भारती !
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएं...धन्यवाद दिलबाग विर्क जी!...आपने मेरी 'तम्बोला'..एक हलकी फुल्की और हास्य को बढ़ावा देने वाली रचना को यहाँ स्थापित किया!...सभी रचनाएँ अपने आप में अलग और अनूठी है!...पुनश्च धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंइस चर्चा के भी हैं रंग अनेक.. आपका हार्दिक आभार..
जवाब देंहटाएंआदरणीय दिलबाग जी, आपका आभार! बहुत ही सुन्दर लिंक चयन! इन मंजे हुए रचनाकारों के बीच मुझे भी स्थान देने के लिए आपका हार्दिक आभार! सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएं!
जवाब देंहटाएंसादर!
अलग-अलग रंगों में रंगी चर्चा..मेरा आलेख शामिल करने के लिए आपका आभार...
जवाब देंहटाएं