आज की चर्चा में आप सबका हार्दिक स्वागत है
क्या आप जानते हैं कि जलियांवाला बाग़ में हुए हत्याकांड का बदला किस दिन लिया गया था | शायद हममें से बहुत इससे अपरिचित होंगे | क्या आप इससे परिचित थे ?
चलते हैं चर्चा की ओर
आज की चर्चा में बस इतना ही
धन्यवाद
दिलबाग विर्क
आगे है "मयंक का कोना"
(1)
महिलाओ से संबन्धित सामाजिक विधान
अन्नपूर्णा बाजपेई
संविधान के अनुच्छेद 15 (3) मे विशेष रूप से व्यक्त है कि महिलाओं के कल्याण के मद्दे नजर विशेष प्रावधान बनाने की अनुमति राज्य को प्राप्त है ।
संविधान के अनुच्छेद 51 क ( च )मे व्यक्त है कि महिलाओं की प्रतिष्ठा को ठेस पंहुचाने वाले व्यवहारों को त्यागना भारत के हर एक नागरिक का कर्तव्य है
(2)
आगे है "मयंक का कोना"
(1)
महिलाओ से संबन्धित सामाजिक विधान
अन्नपूर्णा बाजपेई
संविधान के अनुच्छेद 15 (3) मे विशेष रूप से व्यक्त है कि महिलाओं के कल्याण के मद्दे नजर विशेष प्रावधान बनाने की अनुमति राज्य को प्राप्त है ।
संविधान के अनुच्छेद 51 क ( च )मे व्यक्त है कि महिलाओं की प्रतिष्ठा को ठेस पंहुचाने वाले व्यवहारों को त्यागना भारत के हर एक नागरिक का कर्तव्य है
(2)
होरी नही सुहाय,
बीबी बैठी मायके , होरी नही सुहाय
साजन मोरे है नही,रंग न मोको भाय...
संक्षिप्त टिप्पणियों के साथ बढ़िया चर्चा की है आपने भाई दिलबाग विर्क जी!
जवाब देंहटाएंआभार!
सधी, सटीक चर्चा
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर चर्चा
जवाब देंहटाएंदिलबाग विर्क जी नमस्कार !
जवाब देंहटाएंआज की चर्चा मे जो सब से पहला लिंक आपने दिया है ... उस पोस्ट को ज़रा देखिये 13/03/2013 को लगाई गई ब्लॉग बुलेटिन की पूरी पोस्ट कॉपी कर ली गई है नाम और लिंक के साथ ... क्या ऐसी पोस्टों को प्रचार मिलना चाहिए ???
निःसंदेह ऐसी ब्लॉग पोस्टो को नज़रअंदाज करना ही हितकारी होगा यदि कोई ब्लॉगर किसी ब्लॉग की पोस्ट को उसके रचनाकार के सलाह मशविरा के बिना कापी पेस्ट करता है तो यह गलत है।
जवाब देंहटाएंकृपया ऐसी पोस्ट को स्थान न दे।
बहुत ही सार्थक लिंकों को प्रस्तुति नये अंदाज में,आभार.
जवाब देंहटाएंउम्दा पठनीय चर्चा लिंक !!
जवाब देंहटाएंआभार !!
शानदार चर्चा
जवाब देंहटाएंमेरी पोस्ट को चर्चा में सम्मलित करने के लिए आभार!!
शिवम मिश्रा जी चर्चा मंच में तो कॉपी पेस्ट ही किया जाता है!
जवाब देंहटाएंतभी तो लिंक आयेंगे यहाँ पर!
सम्प्रति आपके और आपके ब्लॉग बुलेटिन का लिंक लगा कर उल्लेख कर दिया गया है!
सस्नेह...सूचनार्थ!
सही है महाराज अब आपने चोरी को कानूनी जामा पहना दिया ... पर न जाने क्यों गलत को गलत आप नहीं कहना चाहते !!??
हटाएंसादर !
्सुन्दर चर्चा
जवाब देंहटाएंबीबी बैठी मायके , होरी नही सुहाय
जवाब देंहटाएंसाजन मोरे है नही,रंग न मोको भाय...
उपरोक्त शीर्षक पर आप सभी लोगो की रचनाए आमंत्रित है,,,,,
जानकारी हेतु ये लिंक देखे,,,: होरी नही सुहाय,
मेरी पोस्ट को मंच में शामिल करने के लिए शास्त्री जी आभार,,,,
सुन्दर चर्चा भाई दिलबाग-
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें-
बहुत सुन्दर लिंक्स...रोचक चर्चा..आभार
जवाब देंहटाएंसुंदर लिंक्स..मेरी रचना शामिल करने के लिए आपका धन्यवाद
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति!!
जवाब देंहटाएंआदरणीय शिवम मिश्र जी मैं ब्लॉग बुलेटिन का लिंक नहीं लगाया था , जो लिंक मैंने लगाया था वो यह है -
जवाब देंहटाएंhttp://pitamberduttsharma.blogspot.in/2013/03/blog-post_13.html
लेकिन यह पृष्ट अब मौजूद नहीं है , इसके पीछे क्या कारण रहा , मेरी समझ में नहीं आ रहा , लेकिन जो भी हुआ वह सही नहीं है
आपकी ब्लॉग वार्ता को लेने की न मंशा थी न है
भूल चूक कहाँ हुई यह पता लगाने की कोशिश है लेकिन फिलहाल इस गलतफहमी के लिए क्षमाप्रार्थी हूँ
आगे से सचेत रहा जाएगा और एसी चूक होने से बचा जाएगा
बड़े ही सुन्दर सूत्र
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर लिंक्स...रोचक चर्चा..
जवाब देंहटाएं