माँ सरस्वती को प्रणाम करते हुए, आप सभी को प्रणाम
आज चर्चा मंच के ''बोलते शब्द'' में बिना किसी भूमिका रखते हुए, सीधे मित्रों की अभिव्यक्ति से जोड़ता हूँ
आज कुछ ऐसे ब्लॉग्स को मैंने चुना है जो कि मेरी नज़र में पहली बार आए हैं, (लेकिन इसका मतलब ये कतई नहीं कि वो ब्लॉगर की दुनिया में नए हैं)
और कुछ वही जाने पहचाने ब्लॉग्स पर नई अभिव्यक्ति
सबसे पहले आदरणीय ''कल्पना रामानी'' जी द्वारा ये गीत
आदरणीय अल.अस.बिष्ट जी द्वारा
--२--
आदरणीय ''प्रमोद जोशी'' जी द्वारा
राजनीति माने यू-टर्न और भगदड़
--३--
आदरणीय ''गायत्री शर्मा'' जी द्वारा
कैसी हठ पर अड़े हो दोस्त?
--४--
आदरणीय ''वंदना गुप्ता'' जी द्वारा
--७--
आदरणीय ''राजीव शर्मा'' जी द्वारा
--८--
सम्मानित ''विजय कुमार'' जी द्वारा
--९--
सम्मानिता ''मनीषा वर्मा'' जी द्वारा
--१०--
आदरणीय ''सिया सचदेव'' जी द्वारा
--११--
आदरणीय ''वसुंधरा पाण्डेय'' जी द्वारा
--१२--
सम्मानिता ''प्रियंका पाण्डेय'' जी द्वारा
--१३--
आदरणीय ''आशा सक्सेना'' जी द्वारा
--१४--
आदरणीय ''उपासना जी'' द्वारा
--१५--
आदरणीय ''रूपचन्द्र शास्त्री ''मयंक'' जी द्वारा
--१६--
आदरणीय ''राजीव कुमार झा'' जी द्वारा
हमेशा की तरह मैं ''अभिषेक कुमार ''अभी'' अपनी इस अभिव्यक्ति से चर्चा को विराम देता हूँ कि
--
मैं भी जवाब दे सकता हूँ, मगर तहज़ीब से मज़बूर हूँ
वो वक़्त, मेरा भी आएगा, अभी मंज़िल से थोड़ा दूर हूँ
मत देख यूँ हिकारत की नज़रों से, तू हम सभी मज़लूम को
जो खूँ जला के, अपना घर हैं चलाते, हाँ वही मज़दूर हूँ
पर Vandana Singh
--
घुटने न टेके चुनाव आयोग .

आयोग नहीं लगाएगा बैन,
बेरोकटोक जारी रहेंगे चुनाव पूर्व सर्वेक्षण..
--
घुटने न टेके चुनाव आयोग .
आयोग नहीं लगाएगा बैन,
बेरोकटोक जारी रहेंगे चुनाव पूर्व सर्वेक्षण..
--

--

मन को बहुत लुभाने वाली,
तितली रानी कितनी सुन्दर।
भरा हुआ इसके पंखों में,
रंगों का है एक समन्दर...
नवसँवत्सर प्लवंग की सबको शुभकामनाऐं । बहुत सुंदर सूत्र ढूँढ कर लाये हैं आज अभिषेक । सुंदर चर्चा सुंदर संयोजन । उलूक का सूत्र "‘स्व. श्रीमति मंजू तिवारी स्मृति व्याख्यान' ‘हृदय रोग–समस्या एवं निदान’ वक्ता- डा ओ. पी. यादव" को जगह देने के लिये आभार ।
ReplyDeleteसुंदर चर्चा एवं सूत्र ! अभी जी.
ReplyDeleteमेरे पोस्ट को शामिल करने के लिए आभार.
बहुत ही सुन्दर व्यवस्थित चर्चा, आभार।
ReplyDeleteसुन्दर सूत्र संयोजन
ReplyDeleteमेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद |
बहुत बढ़िया चर्चा भाई अभिषेक कुमार अभी जी।
ReplyDeleteआभार आपका।
बढ़िया प्रस्तुति व सूत्र संयोजन , अभिषेक भाई व मंच को धन्यवाद !
ReplyDeleteInformation and solutions in Hindi ( हिंदी में समस्त प्रकार की जानकारियाँ )
सुन्दर संकलन।
ReplyDeleteबंधू अपने ब्लॉग से आप तक नहीं पहुँच पाता हूँ इसीलिए कैन और से आता हूँ कुछ तकनीकी अड़चन है आपके यहाँ से ?
ReplyDeleteबढ़िया सेतु लेकर आप आयें हैं मिलवाये हैं शुक्रिया इस बेहतरीन चयन के लिए।
ReplyDeleteसुन्दर बाल कविता तितली बढ़िया पैरहन में :
ReplyDeleteमन को बहुत लुभाने वाली,
तितली रानी कितनी सुन्दर।
भरा हुआ इसके पंखों में,
रंगों का है एक समन्दर।।
दिल से दिलतक राष्ट्र के सुन्दर पैरहन की रचना :
ReplyDeleteदेश के दिल पर
होने वाले अटैक पर
क्यों ना आजकल
विशेष ध्यान देने की
बात को कान में
अब हर किसी के
फूँका जाये ।
वाह इतिहास और संस्कृति के आईने से देखा तूने हैं संवत्सर
ReplyDelete--
नवसंवत्सरनवसंवत्सर
बेचैन आत्मापरदेवेन्द्र पाण्डेय
ज़वाब नहीं काजल के चित्र व्यंग्य का :
ReplyDeleteकाजल कुमार के कार्टून
गफलत बनी रह गाफिल :
ReplyDeleteअसमंजस में है ग़ाफ़िल
ग़ाफ़िल की अमानतपरचन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’
नूतन भावों को लाया है देखो संवत्सर आया है ,
ReplyDeleteसबके मन को हर्षाया है :
--१५--
आदरणीय ''रूपचन्द्र शास्त्री ''मयंक'' जी द्वारा
"नवसम्वत्सर आया है" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
बढ़िया शब्द चित्र चुनावी वेला का
ReplyDeleteसम्मानिता ''मनीषा वर्मा'' जी द्वारा
आया है चुनाव भैया आया है चुनाव
बहुत सुन्दर है अर्थ और भाव दोनों :
ReplyDeleteमत उम्मीद रख जहां में लोगों से वफाओं की
मत उम्मीद रख जहां में लोगों से वफाओं की
सियासी फैसले दिलों के जाने कितने मोड लेते हैं
नवाकिफ भी नहीं लोग रंजोगम से किसी के
पलकों के पर्दे में बस आंसू बेसहारा छोड देते हैं
सितारा हो जब तलक चमकोगे उनकी निगाहों में
फीकी चमक वालों से सुना है वो नाता तोड लेते हैं
मुखौटे ही मुखौटे हैं जहां में अजब ये दौर है देखो
सादगी को भी साजिश में चालों से जोड देते है
दूरियां बढती गईं फासले बस दो कदम ही थे
सच को बिना जाने अब लोग रिश्ते तोड देते हैं
पत्थरों की तानाशाही में घुट-घुट के हैं मर जाते
आइने थक हार कर आइना बनना छोड देते हैं
------प्रियंका
अच्छा काम है निर्दलीय बोले तो निष्ठाहीन होना
ReplyDelete