सदी रही उन्नीस की, रहा सितम्बर मास ।
प्रवचन दिया नरेंद्र ने, हिन्दु धर्म पर ख़ास।
हिन्दु धर्म पर ख़ास, बदल जाती वह काया।
आया पुन: नरेंद्र, विश्व को राह दिखाया ।
करे राष्ट्र उत्थान, संभाली जबसे गद्दी ।
करता जाय विकास, मिटाता जाय त्रासदी ।
|
Asha Saxena
![]() |
yashoda agrawal
![]() |
shashi purwar
![]() |
SM
|
Ravishankar Shrivastava
|
shikha kaushik
|
kuldeep thakur
|
jyoti khare
|
noreply@blogger.com (Vivek Rastogi)
|
Kajal Kumar
![]() ![]()
जन्मदिन पर मैं सतत् उपहार दूँगा।
प्यार जितना है हृदय में, प्यार दूँगा।।
साथ में रहते जमाना हो गया है, “रूप” भी अब तो पुराना हो गया है, मैं तुम्हें फिर भी नवल उद्गार दूँगा। प्यार जितना है हृदय में, प्यार दूँगा।। |