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गुरुवार, जनवरी 29, 2015

चर्चा -1873

 आज की चर्चा में आपका हार्दिक स्वागत है 
ओबामा गीत बन्द हो गया है । चैनलों पर फिर दिल्ली का तराना गूंजने लगा है । 10 फरवरी तक अब इसे तराने को सुनना होगा । एक ही बात को दिन भर दोहराने में हमारा मीड़िया लाज़वाब है 

7 टिप्‍पणियां:

  1. सुप्रभात
    गवाक्ष से झांकते सूत्रों का उम्दा संकलन

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  2. सार्थक चर्चा प्रस्तुति।
    शीर्षक से ही लिंक पढ़ने की लालसा जाग्रत हो जाती है।
    आपका आभार आदरणीय दिलबाग विर्क जी।

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  3. सार्थक चर्चा प्रस्तुति, आपका आभार आदरणीय ।

    जवाब देंहटाएं
  4. सुंदर सूत्र संयोजन दिलबाग जी और आभार 'उलूक' का सूत्र ' आजादी तक..' को आज की चर्चा में स्थान देने के लिये ।

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  5. आपका आभारी हूँ जो आपने 'आशु कविता' से जुड़े पाठ का इस चर्चा मंच पर उल्लेख किया। बहुत जरूरी लगता है नवोदित रचनाकारों पर प्रतिक्रिया देना। उससे उनका उत्साह वर्धन ही नहीं होता अपितु उन्हें लिखने की अहमियत भी पता चलती है। लिखने से व्यक्तित्व प्रभावित होता है - यह एक अच्छा लेखक समझ सकता है। मेरा अनुरोध है कि कविता जैसे क्षेत्र को एक वर्ग की बपौती बनने से रोकने के लिए नवोदित रचनाकारों की रचनाओं पर बात की जानी चाहिए। पसंद न आये तब भी कुछ तो प्रतिक्रिया उन्हें मिलनी चाहिए।

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