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शनिवार, अप्रैल 14, 2018

"डा. भीमराव अम्बेडकर जयन्ती" (चर्चा अंक-2940)

मित्रों! 
शनिवार की चर्चा में आपका स्वागत है। 
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक। 

(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक') 

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बाबा ने कितने कियेदलितों पर उपकार।
आजादी के बाद मेंदिया उन्हें उपहार।।

बलवानों के कर दियेमनसूबे सब भंग।
संविधान ऐसा रचाजगत रह गया दंग।।
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अहिल्या को नहीं भुगतना पड़ेगा.....  

मन की उपज 

विडम्बना 
यही है की 
स्वतंत्र भारत में 
नारी का 
बाजारीकरण किया जा रहा है,

प्रसाधन की गुलामी, 
कामुक समप्रेषण 
और विज्ञापनों के जरिये 
उसका.......... 
व्यावसायिक उपयोग 
किया जा रहा है... 
धरोहर पर yashoda Agrawal 
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गुज़ारिश ़

राज सारे जो आज खुल गए 
कल कैसे फ़िर उन्हें याद करेंगे 
बिन यादों की पनाह कैसे 
फ़िर चाँद का दीदार करेंगे ... 
RAAGDEVRAN पर 
MANOJ KAYAL  
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बैशाखियाँ 

हो लिया है बन्द भी और हो लिया उपवास भी|। 
हानि में है देश क्या कुछ शेष है उपहास भी... 
मेरी दुनिया पर Vimal Shukla  
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हमेशा के डर से उससे  

एक बार गुजर जाना भला 

गर्म पानी से झुलसा कुत्ता ठण्डे पानी से भी डरता है
चूने से मुँह जले वाले को दही देखकर डर लगता है

रीछ से डरा आदमी कंबल वाले को देख डर जाता है
दूध का जला छाछ को फूँक-फूँक कर पीता है... 
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मैं नारी हूँ 

में आधुनिक नारी हूँ स्वाभिमान से जीती हूँ खुद्दारी है जीवन में डर का कोई नाम नहीं है परुषो से आगे आयी हूँ हर काम में लोहा मनवाया है खेलो में ही या हिमालय पर हर जगह अपना परचम लहराया है हर घर की शान हूँ मैं हर घर की पहचान हूँ ... 
aashaye पर garima  
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कम्प्यूटर बाबा का साक्षात्कार ... 

जब से बाबा राज्यमंत्री बनाये गए हैं तब से बाबा की सारी दुनिया में अधिकाधिक ख्याति बढ़ गई है । लोगबाग उनका इंटरव्यू लेने उन्हें जगह जगह खोज रहे हैं पर बाबा का कुटिया में भी पता नहीं चल रहा है और वे खोजबीन करने के बाद भी वे कहीं भी नहीं मिल रहे थे... 
समयचक्र पर महेंद्र मिश्र  
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6 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत अच्छी चर्चा प्रस्तुति में मेरी पोस्ट शामिल करने हेतु आभार!

    जवाब देंहटाएं
  2. उम्दा चर्चा। मेरी रचना शामिल करने के लिये बहुत बहुत धन्यवाद शास्त्री जी।

    जवाब देंहटाएं
  3. चर्चा में काफी अच्छे पठनीय लिंक मिले साथ ही मेरे ब्लॉग पोस्ट को शामिल करने के लिए धन्यवाद आभार

    जवाब देंहटाएं

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