मित्रों !
आप सबके अवलोकनार्थ
मैं अपनी दूसरी चर्चा
चर्चा मंच पर लगा रही हूँ
अनीता सैनी
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आलेख
"निष्पक्ष चुनाव के लिए"
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
आज सारी दुनिया भारत को सबसे बड़े लोकतान्त्रिक देश के रूप मे जानती है। परन्तु इस लोकतन्त्र का घिनौना चेहरा अब लोगों के सामने आ चुका है।
क्या आपने किसी निर्धन और ईमानदार व्यक्ति तो चुनाव लड़ते हुए देखा है...