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Wednesday, March 06, 2019

"आँगन को खुशबू से महकाया है" (चर्चा अंक-3266)

मित्रों!
बुधवार की चर्चा में आपका स्वागत है। 
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।

(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')

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हूँ इन्सान 

हाँ मैं हूँ एक माँ  
खड़ी ढाल की तरह  
अपने बच्चों के साथ  
उनके हर तकलीफ़ में  
डट कर सामना करने को  
उन्हें बचाने को तैयार  
चाहे हालात कैसे भी हो... 
प्यार पर 
Rewa tibrewal  
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ॐ शिव शंकर 

ॐ नमः शिवाय  
जग के पालक हो प्रभु शिव जी  
आज के पुनीत अवसर पर  
जग करता प्रणाम तुम्हें... 
Akanksha पर Asha Saxena 
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अनवरत 

पुरुषोत्तम कुमार सिन्हा 
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सृष्टि और संहार शिव 

निराकार-साकार शिव, शिव में नहीं विकार।
सृष्टि और संहार शिव, शिव ही पालनहार।।

बाघ छाल का वस्त्र है, ग्रीवा में मुंडमाल।
बसे हलाहल कंठ में, सोम सुशोभित भाल।।... 
Himkar Shyam  
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देश प्रेमी 

Sunehra Ehsaas पर 
Nivedita Dinkar 
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7 comments:

  1. सुंदर लिंक्स का शानदार समायोजन।

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  2. प्रांजल को जन्मदिन पर शुभकामनाएं। आभार आदरणीय 'उलूक' के पन्ने को भी आज की सुन्दर चर्चा मेंं जगह देने के लिये।

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  3. बहुत अच्छी चर्चा प्रस्तुति

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  4. प्रांजल को जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं। ईश्वर से कामना है कि प्रांजल इसी प्रकार खुशबू बिखेरते रहें। आज के सभी लिंक बहुत बढ़िया रहे।

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  5. प्रांजल को जन्मदिन की बधाई। सुंदर चर्चा। धन्यवाद।

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  6. सुप्रभात |
    उम्दा लिंक्स|मेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद सर |

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  7. बहुत सुंदर रचना, जन्मदिन की ढेरों शुभकामनाएं

    ReplyDelete

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