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बुधवार, जनवरी 01, 2020

"नववर्ष 2020 की हार्दिक शुभकामनाएँ" (चर्चा अंक-3567)

मित्रों। 
वर्ष 2019 के विदा हो गया है और 2020 ने दस्तक दे दी है।
साल की पहली चर्चा पर सबसे पहले आप सबको 
नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ।
हमारा भारत देश उत्तरोत्तर उन्नति और विकास के मार्ग पर अग्रसर हो रहा है। सैन्य क्षमताओं कों वृद्धि हो रही है। हमारी विकासोन्मुख सरकार ने सेना में एक सर्वोच्च पद (CHIEF OF DEFENCE STAFF) श्रजित किया है। इससे हमारी सेनाओं के तीनों अंगों में बेहतर तालमेल होगा और बैरी की किसी भी नापाक हरकत का योजनाबद्ध करारा जवाब दिया जायेगा।  
नववर्ष पर चर्चामंच परिवार की यही कामना है देश में कोई उन्माद और नफरत न फैले। उपवन के गुलदस्ते में सभी सुमन भाईचारा बना कर रखें। सुख-शन्ति और सृमृद्धि से परिपूर्ण हो अपना प्यारा वतन। देश के प्रधानमन्त्री जी ने स्वच्छता का जो अभियान चलाया है उसमें हम सभी सहयोग करें।
"स्वच्छ भारत! समृद्ध भारत!!" 
प्रिय पाठकों!
आपको जानकर खुशी होगी कि आपका लोकप्रिय 
चर्चा मंच 11वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है।
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक') 
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चर्चा मंच पर प्रत्येक शनिवार को 
विषय विशेष पर आधारित चर्चा "शब्द-सृजन" के अन्तर्गत 
श्रीमती अनीता सैनी द्वारा प्रस्तुत की जायेगी। 
आगामी शनिवार का विषय होगा 
"विहान" 
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बुधवार की चर्चा में आपका स्वागत है। 
देखिए मेरी पसन्द के कुछ अद्यतन लिंक। 
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सबसे पहले देखिए- 
उच्चारण पर मेरा गीत  
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आ दुनिया के ग़म, सिमट जा मेरे दामन में 

ख़ुशी का बूटा उग सके हर घर के आँगन में 
आ दुनिया के ग़म, सिमट जा मेरे दामन में। 

बाल सफेद होने की बात करें जिसके लिए 
मैंने उतना महसूस कर लिया है बचपन में।
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Anita Laguri "Anu",  
...... इससे पहले कि ठंड खत्म हो जाए 
एक कविता ठंड पर मैं भी लिख डालती हूँ)
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जला अलाव सब बैठे हैं
बदन को पूरे कैसे ऐठें हैं
सर पर टोपी हाथ में दस्ताने
गरम चाय को चिल्लाते हैं... 
मेरी फ़ोटो
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उगता है प्राची* में सूरज लेकर नई उमंगें,

उल्लास से भर देती हैं गुनगुनी धूप की तरंगें,
चलता है दिनभर हाय डियर ....हैप्पी न्यू ईयर!
दीवार पर टाँग दिया जाता है एक और कलेण्डर !!
@रवीन्द्र सिंह यादव

हिन्दी-आभा*भारत 

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पूरा हुआ
खाता
बही
आज और अभी
इस
साल की
कुछ
चुनी हुयी
बकवासों
का... 
सुशील कुमार जोशी, उलूक टाइम्स 
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 चाहे जितनी बाधाएं आएसहज चलते जीवन की रवानी मेंसमय रुक न पाएगा काल चक्र चलता जाएगा |काल है एक  बहती दरिया  गति दौनों की होती समान   पर काल की गति न होती स्थिर  वह जल सा बाधित नहीं किसी से... 
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डॉ. हीरालाल प्रजापति,  
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नही कोई हिचकचाहट
नही कोई शमिन्दगी
नही झुकती मेरी निगाहें
कहने से, मै बेदाग नही

कुछ दाग दिख जायेगें
हर एक नजर को
कुछ दाग बतायेगें
मेरी कमजोरियों को... 
palash, palash "पलाश"  
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...दुआ यही है यही चाह होकुंज द्वार पर हंसी अथाह होसंवरे बचपन हंसे मनुज मनहर पल मंगलमय प्रवाह हो. 
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प्रेमी आपस में करें, आंखों से ही बात। शब्दों के आधार तो, पहुंचाते आघात।। पहुंचाते आघात, बात कर सोच समझ कर। करना मत तकरार, सुलझती बातें मिलकर। कह राधे गोपाल, लगाओ नेह सुयश में। मिलकर रहना साथ, सदा प्रेमी आपस में... 
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धरती लिपटी कोहरे से ,बाहर नहीं निकलना होगा ।तान रजाई घर के अंदर ,सोना है बस सोना होगा ।।
ठंडक के आगोश में ,जग सारा समाया है ।बर्फीली हवा बहती हर ओर, घना कुहासा छाया है... 
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निवेदिता श्रीवास्तव, झरोख़ा 
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Nitish Tiwary,  
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पलायन का वर्ष 

Abhishek Shukla, वंदे मातरम् 
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12 टिप्‍पणियां:

  1. होवे भारतमाँ का वन्दन।

    है नये साल का अभिनन्दन।।

    वाह! नववर्ष का अभिनन्दन भारतमाता के वंदन से, सत्य यही है कि राष्ट्र है ,तो हमसभी है। हमारा मान, सम्मान और स्वाभिमान है।

    हमें यह बात निश्चित याद रखनी चाहिए -
    रोम चढ़ा है कैसे ? सादगी से, रोम गिरा है कैसे ? भोगविलास से ?

    अतः राष्ट्रगौरव की भावना ही वह दिव्य औषधि है , जो राजनीतिज्ञों द्वारा दूषित वातावरण का उपचार करने में समर्थ है।
    नववर्ष पर हम सभी वैमनस्यता से दूर अपने हृदय को सद्भाव रुपी जवाहरात से भरे, मानसिक, आध्यात्मिक एवं शारीरिक उन्नति करें, ऐसी कामना करता हूँ।
    इतनी भावपूर्ण प्रस्तुति केलिए चर्चामंच का भी अभिनंदन, वंदन और स्वागत आपसभी रचनाकारों का मंच को इसीप्रकार सजाए रखें।

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. बहुत-बहुत आभार आदरणीय शशि भाई सारगर्भित टिप्पणी के लिये।

      हटाएं
  2. आप सबको नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं, बहुत सुंदर चर्चा प्रस्तुति 🙏🙏

    जवाब देंहटाएं
  3. सार्थक भूमिका के साथ सराहनीय प्रस्तुतिकरण चर्चामंच पर आदरणीय शास्त्री जी के द्वारा. मेरी रचना को मंच प्रदान करने हेतु सहृदय आभार आदरणीय.चर्चामंच व सभी पाठकों को नव-वर्ष की असीम शुभकामनाएँ.
    सादर

    जवाब देंहटाएं
  4. नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं
    बेहतरीन रचना संकलन एवं प्रस्तुति सभी रचनाएं उत्तम रचनाकारों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं 🙏🌷

    जवाब देंहटाएं
  5. बहुत अच्छी चर्चा प्रस्तुति
    सबको नए साल की हार्दिक शुभकामनाएं!

    जवाब देंहटाएं
  6. बहुत सुन्दर प्रस्तुति । सभी चर्चाकारों,रचनाकारों और पाठकों को नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं ।

    जवाब देंहटाएं
  7. समस्त लेखकों,पाठकों, चर्चाकारों तथा चिट्ठाकारों को नववर्ष 2020 की शुभकामनाएंं। आभार आदरणीय 'उलूक' के पन्ने को आज की चर्चा में जगह देने के लिये।

    जवाब देंहटाएं
  8. नव वर्ष 2020 की हार्दिक शुभकामनाएँ।
    बहुत सुंदर प्रस्तुति आदरणीय शास्त्री जी द्वारा। शानदार रचनाओं का चयन। नव वर्ष की शुभ बेला में सृजन के विभिन्न आयाम पाठकों के समक्ष प्रस्तुत हुए हैं। सभी चयनित रचनाओं के रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएँ।
    मेरी रचना को चर्चामंच जैसे प्रतिष्ठित मंच पर प्रदर्शित करने के लिये सादर आभार आदरणीय शास्त्री जी।

    जवाब देंहटाएं
  9. चर्चामंच के 11 वें वर्ष में प्रवेश पर हार्दिक बधाई एवं सारगर्भित व शानदार भूमिका के लिये बहुत-बहुत बधाई आदरणीय शास्त्री जी।

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  10. चर्चा मंच का ११ वे वर्ष में प्रवेश बहुत प्रसन्नता का विषय है शास्त्री जी |मेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद सर |नव वर्ष के लिए हार्दिक शुभ कामनाएं |

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  11. मैंने अभी आपका ब्लॉग पढ़ा है, यह बहुत ही शानदार है।

    Viral-Status.com

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