अरे वाह ! यशोदा जी की धरोहर में अपनी रचना को देख कर सुखद आश्चर्य एवं हर्ष से नि:शब्द हूँ ! दिलबाग जी ने उसे चर्चामंच पर स्थान दिया आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार दिलबाग जी ! सादर वन्दे !
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उपयोगी लिंकों के साथ सुन्दर चर्चा प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंआपका आभार आदरणीय विर्क जी।
उम्दा रचना |मेरी रचना को शामिल करने के लिए आभार सहित धन्यवाद |
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा सभी लिंक बहुत अच्छी हे
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को चर्चा मंच में शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद, दिलाबागसिंह जी।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर संयोजन, दिलबाग सिंह जी 💐🙏
जवाब देंहटाएंबेहतरीन प्रस्तुति आदरणीय सर.मेरी लघुकथा को स्थान देने हेतु सादर आभार
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंआभार विर्क जी।
अरे वाह ! यशोदा जी की धरोहर में अपनी रचना को देख कर सुखद आश्चर्य एवं हर्ष से नि:शब्द हूँ ! दिलबाग जी ने उसे चर्चामंच पर स्थान दिया आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार दिलबाग जी ! सादर वन्दे !
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया
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