सादर अभिवादन।
गुरुवारीय प्रस्तुति में आपका स्वागत है।
सादर श्रद्धांजलि!
कल तमिलनाडु के कूनूर में हुए हेलीकोप्टर हादसे में भारत के प्रथम सीडीएस (तीनों सेनाओं के प्रमुख का पद ) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी श्रीमती मधुलिका जी व अन्य 11 सैनिकों की असमय शहादत हो गई। यह हादसा भारतीय सेना और देश के लिए गहरा सदमा है।
शहीद सैनिकों को हमारा शत-शत नमन एवं श्रद्धा सुमन अर्पित हैं। प्रभावित परिवारों के प्रति हमारी गहन संवेदनाएँ।
आइए अब पढ़ते हैं आज की पसंदीदा रचनाएँ-
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सुर, नर, मुनि के ज्ञान की, जब ढल जाती धूप।
छत्र-सिंहासन के बिना, रंक कहाते भूप।।
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बिना धूप के खेत में, फसल नहीं उग पाय।
बारिश-गरमी-शीत को, भुवनभास्कर लाय।।
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मुक़द्दर सबको कहाँ ऐसा मिला करता है,
वतन के वास्ते सिर्फ़ शेर जिया करता है।।
धन -दौलत, ऐशो आराम सब ताक पे रख,
तिरंगे का कफ़न मुक़द्दर से मिला करता है।।
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कोई चिड़िया थी, या कोई बल
खाती हुई कटी पतंग, बहुत
दूर किसी टीले से उसने
समंदर को देखा
होगा, न
चाह
कर भी ज़िन्दगी यहां बहुत - -
खाती हुई कटी पतंग, बहुत
दूर किसी टीले से उसने
समंदर को देखा
होगा, न
चाह
कर भी ज़िन्दगी यहां बहुत - -
कदमों के सहारे तय नहीं कि जा सकती
राहें इस जहां की,
सो जिन्दगी के चुल्हें में
कोयले की तरह जलता हूँ मैं
उसके जाने के
बहुत बाद समझ आया
कि प्यार तो
सिर्फ़ मुझे हुआ था
वह तो बस साथ चल रहा था
एक खूबसूरत सफर मानकर
कि जब जहां मन उकताए
रूक जाना या राह बदल लेना है ...
वो अनुरागिनि बैठ धरा पर
शत शत दीप जलाय रही ।
बीज कुबीज लिए आँचल में
मरु सी भूमि सजाय रही ।।
बारंबार गिरे धरणी पर
सह डाले अगणित अंधड़ ।।
इक्की-दुक्की पत्तियाँ और
कमजोर सी जड़ों के सहारे
जिन्दगी से जद्दोजहद करती
जीने की ललक लिए...
जैसे कहती,
"जडे़ं तो हैं न
काफी है मेरे लिए"...
क्या पीछे छूट गया,
क्या छोङ देना चाहिए ।
छोङ देना चाहिए
अफ़सोस और ग्लानि ।
ये आंसुओं से गीली
लकङियां हैं,
इनसे पछतावे का
धुआँ निकलता है बस,
चूल्हा नहीं जलता ।
क्या छोङ देना चाहिए ।
छोङ देना चाहिए
अफ़सोस और ग्लानि ।
ये आंसुओं से गीली
लकङियां हैं,
इनसे पछतावे का
धुआँ निकलता है बस,
चूल्हा नहीं जलता ।
उर लाज भरे पग साध चलीं, सुकुमारि सिया वरमाल लिए।
अति प्रेम भरें वर को निरखें, मुख तेज कपोल गुलाल लिए।।
शुभ सुंदर रूप लखें वधु का, जन हर्षित हैं सुर ताल लिए।।
सखि मंगलचार करें सँग में, वर पूजन का शुभ थाल लिए।।
उस सलेटी आभा में
सत छिपा रहता है
पर कभी अँधेरा कभी उजाला
उसे आवृत किये रहता है
वही धुधंला सा उजास ही
उस परम की झलक दिखाता है
जब मन की झील स्वच्छ हो और थिर भी
तभी उसमें पूर्ण चंद झलक जाता है
न प्रमाद न क्रिया जब मन को लुभाती है
तब ही उसकी झलक मिल पाती है !
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‘महाभारत’ का मुख्य विषय भरत कुल का और विशेषतः कौरव-पाण्डवों का इतिहास ही है पर इसे भारतीय संस्कृति का विश्वकोश कहना अनुचित नहीं होगा.
महाभारत की मुख्य कथा कुछ इस प्रकार है-
राजा विचित्र वीर्य की मृत्यु के उपरान्त कुरु वंश का राज्य धृतराष्ट्र को मिला. परन्तु धृतराष्ट्र अंधे थे. उनके छोटे भाई पाण्डु को राजा बनाया गया परन्तु एक श्राप के कारण पाण्डु को सपरिवार राज्य छोड़ना पड़ा और धृतराष्ट्र ने सत्ता सम्भाली.
पाण्डु की मृत्यु के बाद उनके पाँच पुत्र अर्थात् पाण्डव युधिष्ठर, भीम, अर्जुन, नकुल और सहदेव धृतराष्ट्र के सौ पुत्रों अर्थात् कौरवों के साथ शिक्षा प्राप्त करने के लिए हस्तिनापुर लाए गए.
कल फिर मिलेंगे
हमारे देश के महानायक वीर सपूत बिपिन रावत सर को शत् शत् नमन🙏🙏🙏
जवाब देंहटाएंआपका हार्दिक आभार
जवाब देंहटाएंराष्ट्र के महानायक के साथ सभी दिवंगत वीरात्माओं को ग्रेट सल्यूट और श्रधा सुमन .
जवाब देंहटाएंमेरी श्रधा की पाती
राष्ट्र का सरताज गया है
उत्तराखंड का लाल गया है
गम बहुत है जाने का पर !
प्रेणा का साज नहीं गया है।
शोक में गमगीन जरूर हैं
कुछ असहाय जरूर हैं
झुकने नहीं देंगे भारत पताका
आपके सारथी हम मगरूर हैं।
नमन है वीर तेरे प्रारब्ध को
नमन है तेरी कर्म पाती को
लाखों जो वीर खड़े किए तूने
प्रज्वलित रखेंगे भारत माटी को।
@ बलबीर राणा ‘अडिग’
शोक में गमगीन जरूर हैं
हटाएंकुछ असहाय जरूर हैं
झुकने नहीं देंगे भारत पताका
आपके सारथी हम मगरूर हैं।
🙏🙏🙏🙏
अश्रुपूरित श्रद्धाँजलि वीर शहीदों को।
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंदेश के वीर सपूत को सत सत नमन, ये दुखद हादसा एक बार फिर से देश को झकझोर गया, बेहतरीन प्रस्तुति अनीता, सभी को हार्दिक बधाई
जवाब देंहटाएंउत्कृष्ट लिंको से सजी लाजवाब चर्चा प्रस्तुति...
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को स्थान देने हेतु तहेदिल से धन्यवाद एवं आभार प्रिय अनीता जी!
सभी रचनाकारों को बधाई एवं शुभकामनाएं।
देश के सर्वोच्च कमांडर की शहादत से पूरा राष्ट्र सदमें में है, अपने सर्वोच्च कमांडर को मेरा सादर नमन 👏👏💐💐
जवाब देंहटाएंसुंदर सराहनीय अंक, मेरी रचना को शामिल करने के लिए आपका हार्दिक आभार अनीता जी,सादर शुभकामनाओं सहित जिज्ञासा सिंह ।
देश के सर्वोच्च कमांडर दिवंगत जनरल विपिन रावत को भावभीनी श्रद्धांजलि।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन चर्चा के लिए आपका आभार अनीता सैनी दीप्ति जी।