मित्रों!
बुधवार की चर्चा में आपकी स्वागत है।
देखिए कुछ अद्यतन लिंक।
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नारी दिवस "नारी रूप अगर देते" (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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महिला दिवस: हमें पुरूषों की बराबरी नहीं करनी है!
हम महिलाओं को यह समझना होगा कि हमें पुरुष की बराबरी नहीं करनी है। हमें अपने अस्तित्व को साबित करना है। हम ना देवी हैं ना सुपर वुमन। हम एक मनुष्य हैं।--
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस विशेष
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नारी वर्तमान में (अन्तराष्ट्रीय महिला दिवस पर )
सुनहरी धुप प्रातः की
जब भी खिड़की से झांकती
नैनों से दिल में उतरती
दिल को बेचैन करती |
जब कभी विगत में झांकती
वही गीत गुनगुनाती फिर से
जो कभी उसने गाया था मंच पर |
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एक दिन मुक्ति के नाम बैनर, पोस्टर, हर जगह छा गई औरत लड़की बचाओ, लड़की पढ़ाओ लड़की-लड़की, औरत-औरत बहन, बेटी, माँ, प्रेमिका अच्छी मानो आज देवी बन गई औरत रोज़ जो होती थी वो कोई और है आज है कोई नयी औरत। एक पूरा दिन करके औरत के नाम
लम्हों का सफ़र डॉ.जेन्नी शबनम
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स्त्री बाजार नहीं है।
वो व्यापार नहीं है।।
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हमेशा अपनों के साथ रिश्ता बनाए रखें
आज का अनमोल विचार
लड़ लो , झगड़ लो , पर परिवार से अलग होने की कभी मत सोचो क्योंकि उन पत्तो की कोई कदर नही होती जो पेड़ से अलग होकर गिर जाते है ।
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मेले की भीड़ में बच्चा जब तक अपनों का हाथ पकड़कर चलता है उसे मेला बहुत सुंदर और खूबसूरत लगता है, पर वही बच्चा अगर मेले में अपनों से बिछड़ जाये तो वही मेला उसे डरावना लगता है, दुनिया के मेले में
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झाँक रही
क्षितिज से
अँजोर में, उषा के।
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खोल अर्गला
इतिहास की,
पंचकन्याएँ!
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फरवरी 2022 में संग्रह में जुड़ी पुस्तकें
इस माह जो पुस्तकें संग्रह में जुड़ी उनमें से पाँच उपन्यास हैं और एक यात्रा वृत्तान्त है। चलिए देखते हैं कि यह पुस्तकें कौन सी थीं:
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मैं तुझे छोड़ कर नहीं आया,
तेरा दिल तोड़ कर नहीं आया,
ऐसा करना तो रहा कोसों दूर
सपने में भी सोच तक नहीं पाया।
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बाँधो न नाव इस ठाँव, बंधु! निराला बाँधो न नाव इस ठाँव, बंधु! पूछेगा सारा गाँव, बंधु! यह घाट वही जिस पर हँसकर, वह कभी नहाती थी धँसकर, आँखें रह जाती थीं फँसकर, कँपते थे दोनों पाँव बंधु!
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आज के लिए बस इतना ही...!
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रोचक लिंक से सुसज्जित चर्चा... मेरी पोस्ट को स्थान देने के लिए हार्दिक आभार...
जवाब देंहटाएंसुप्रभात
जवाब देंहटाएंआभार सहित धन्यवाद मेरी रचना को स्थान देने के लिए आज के अंक में |
उम्दा चर्चा। मेरी रचना को चर्चा मंच में शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद, आदरणीय शास्त्रीं जी।
जवाब देंहटाएंइतने सुंदर संकलन का हार्दिक आभार और सभी रचनाकारों को बधाई!!!
जवाब देंहटाएंAll link 👌👌👌
जवाब देंहटाएंAnd thank you so much sir ji