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बुधवार, मार्च 06, 2013

आख़िर मैं लिखता ही क्यों हूँ (बुधवार की चर्चा-1175)


आप सबको प्रदीप का नमस्कार |
शुरू करते हैं आज की चर्चा:-
टाल मटोल
@ JHAROKHA

....बोझ
@ मेरे हिस्से की धूप

कार्टून :- धंधा ये भी ठीक है
"मयंक का कोना"
शायद रविकर जी बिजी है!
(१)
" प्राञ्जल की 14वीं वर्षगाँठ" 


जब हम आते हैं   दुनिया मेंसभी बधायी देते हैं,
अनजानी सी मूरत मेंहम बचपन को पा लेते हैं,
खुशियों का परिवेशजगत में सबको बहुत सुहाता है।
मन-उपवन का हर कोनातब खिलकर मुस्काता है।।
(२)
महिला दिवस या मज़ाक ?
दिवस दिखावा हो गये, होने लगी मज़ाक।
जीवनदाता वृक्षा की, काट रहे हम शाख।।
(३)
चचा का यूँ गुजर जाना....हाय!!
उड़नतश्तरी लिख रहे, कितने दस्तावेज।
हमने मपने हृदय में, उनको लिया सहेज।।
आज के लिए बस इतना ही | मुझे अब आज्ञा दीजिये | मिलते हैं अगले बुधवार को कुछ अन्य लिंक्स के साथ |
तब तक के लिए अनंत शुभकामनायें |
आभार |

25 टिप्‍पणियां:

  1. प्रदीप भाई,

    बड़े श्रम से सजाई है यह चर्चा की महफिल।

    कुबूल करें बधाई।

    ............
    धुम्रपान और शराब से बचाता है...

    जवाब देंहटाएं
  2. सुन्दर और पठनीय लिंकों से सजी सुन्दर चर्चा !!
    आभार !!

    जवाब देंहटाएं
  3. उत्कृष्ट लिंक चयन है प्रदीप जी ...!!
    हृदय से आभार मेरी भावनाओं को स्थान दिया ,मान दिया ....!!

    जवाब देंहटाएं
  4. बढ़िया लिंक सजाने और मेरी रचना सम्मिलित करने हेतु आपका आभार प्रदीप जी !

    जवाब देंहटाएं
  5. अच्छे लिंकों के साथ मोहक और सुन्दर चर्चा!
    मयंक का कोना में आज रविकर ही कुछ लगायेंगे।
    मैं आज बहुत ज्यादा व्यस्त हूँ।
    सादर...रविकर जी से निवेदन...!

    जवाब देंहटाएं
  6. बेहतरीन ख्याल एक साथ जमा है यहाँ .
    आभार !

    जवाब देंहटाएं
  7. बहुत ही उत्कृष्ट लिंकों से सजी है आज की चर्चा,सादर आभार.

    जवाब देंहटाएं
  8. रविकर जी शायद आप भी व्यस्त होंगे...
    मैंने ही "मयंक का कोना" भर दिया है अब तो...!

    जवाब देंहटाएं
  9. सुन्दर चर्चा ………बढिया लिंक्स

    जवाब देंहटाएं
  10. खूब अच्छा पढ़ने को मिल,शिप्रा की लहरें चुनने का आभार .

    जवाब देंहटाएं
  11. बहुत सुंदर पठनीय लिंक्स के साथ सजी चर्चा हेतु बधाई प्रदीप जी

    जवाब देंहटाएं
  12. man-kalam se likhi rachnaon mein meri panktiyon ko sthan dene ke liye abhhar sweekar karien va sunder rachnaon ki sunder prastuti ke liye badhai.

    shubhkamnayen

    जवाब देंहटाएं
  13. सुन्दर लिंक्स बढ़िया चर्चा प्रदीप जी

    जवाब देंहटाएं
  14. हमारी पोस्ट शामिल करने के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद!



    सादर

    जवाब देंहटाएं
  15. अति सुंदर चर्चा आदरणीय प्रदीप जी ,पोस्ट शामिल करने के लिए हार्दिक धन्यवाद,

    जवाब देंहटाएं
  16. प्रदीप जी, सर्वप्रथम आज की इस रंगबिरंगी चर्चा के लिए बधाई, आभार मुझे भी इसका हिस्सा बनाने के लिए...

    जवाब देंहटाएं
  17. सुन्दर संकलन । लेकिन कई ब्लाग खुले ही नही जाने क्यों । फिर कोशिश करनी होगी । मेरी रचना को शामिल करने के लिये धन्यवाद प्रदीप जी ।

    जवाब देंहटाएं
  18. सुन्दर चर्चा -
    आज देख पाया -
    कल मोबाइल पर ही देख सका था-
    कल राजरप्पा माँ छिन्नमस्तिके के दर्शन हेतु गया था-

    जवाब देंहटाएं

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